मांझी और RJD के बीच क्या बन रहा कोई नया समीकरण, तेजप्रताप ने लालू से फोन पर कराई जीतनराम की बात, बोले-मतभेद है मनभेद नहीं h3>
क्या बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बीच कोई नया समीकरण बन रहा है। पिछले कुछ दिनों से जीतनराम मांझी एनडीए और भाजपा को लेकर हमलावर रुख अख्तियार किए हुए हैं उससे पटना के सियासी गलियारों में लगातार अटकलें लगाई जा रही हैं कि मांझी कोई नई खिचड़ी पका रहे हैं। इधर, लालू-राबड़ी की 48 वीं वैवाहिक वर्षगांठ और अब लालू यादव के 72 वें जन्मदिन पर मांझी के बधाई संदेशों और उसके बाद शुक्रवार को तेजप्रताप का उनके आवास पर जाकर मुलाकात करने से इस बारे में और तेजी से कयासबाजी होने लगी है। तेजप्रताप ने शुक्रवार को न सिर्फ मांझी से मुलाकात की बल्कि फोन पर अपने पिता और पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव से उनकी बात भी कराई।
मांझी ने इस मुलाकात और बातचीत के बारे में मीडिया को बताया कि यह बिल्कुल गैर राजनीतिक और विशुद्ध पारिवारिक मामला है। उन्होंने कहा कि राजनीति में मतभेद तो होता है लेकिन मनभेद नहीं होता। लालू यादव के परिवार से उनके व्यक्तिगत और पारिवारिक सम्बन्ध हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय लोकतंत्र की खूबसूरती है कि यहां पति-पत्नी, मां-बेटा और बिल्कुल के करीब के रिश्तों में भी लोग अलग-अलग पार्टियों में रह सकते हैं। राजनीति के क्षेत्र में नीचे से लेकर ऊपर तक ऐसे अनेकों उदाहरण हैं।
उन्होंने कहा कि पारिवारिक सम्बन्धों के नाते ही उन्होंने लालू यादव-राबड़ी देवी को उनके विवाह की 48 वीं वर्षगांठ पर भी बधाई दी थी और अब लालू जी के जन्मदिन पर भी उन्हें शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि उनके ट्वीट से तेजप्रताप यादव को लगा कि उन्हें आकर मुलाकात करनी चाहिए और वे आए। वे आए तो बहुत सी बातें हुईं। इसी दौरान उन्होंने कहा कि-‘पापा भी आपसे बात करना चाहते हैं। उन्होंने फोन मिलाकर लालू जी से बात कराई।’ जीतनराम मांझी ने कहा कि फोन पर हुई बातचीत में उन्होंने लालू यादव को जल्द से जल्द पूर्ण रूप से स्वस्थ होने और दीघार्यु होने की कामना की। इसके साथ ही जन्मदिन की बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस बातचीत के कोई राजनीतिक मायने नहीं निकाले जाने चाहिए।
क्या बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बीच कोई नया समीकरण बन रहा है। पिछले कुछ दिनों से जीतनराम मांझी एनडीए और भाजपा को लेकर हमलावर रुख अख्तियार किए हुए हैं उससे पटना के सियासी गलियारों में लगातार अटकलें लगाई जा रही हैं कि मांझी कोई नई खिचड़ी पका रहे हैं। इधर, लालू-राबड़ी की 48 वीं वैवाहिक वर्षगांठ और अब लालू यादव के 72 वें जन्मदिन पर मांझी के बधाई संदेशों और उसके बाद शुक्रवार को तेजप्रताप का उनके आवास पर जाकर मुलाकात करने से इस बारे में और तेजी से कयासबाजी होने लगी है। तेजप्रताप ने शुक्रवार को न सिर्फ मांझी से मुलाकात की बल्कि फोन पर अपने पिता और पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव से उनकी बात भी कराई।
मांझी ने इस मुलाकात और बातचीत के बारे में मीडिया को बताया कि यह बिल्कुल गैर राजनीतिक और विशुद्ध पारिवारिक मामला है। उन्होंने कहा कि राजनीति में मतभेद तो होता है लेकिन मनभेद नहीं होता। लालू यादव के परिवार से उनके व्यक्तिगत और पारिवारिक सम्बन्ध हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय लोकतंत्र की खूबसूरती है कि यहां पति-पत्नी, मां-बेटा और बिल्कुल के करीब के रिश्तों में भी लोग अलग-अलग पार्टियों में रह सकते हैं। राजनीति के क्षेत्र में नीचे से लेकर ऊपर तक ऐसे अनेकों उदाहरण हैं।
उन्होंने कहा कि पारिवारिक सम्बन्धों के नाते ही उन्होंने लालू यादव-राबड़ी देवी को उनके विवाह की 48 वीं वर्षगांठ पर भी बधाई दी थी और अब लालू जी के जन्मदिन पर भी उन्हें शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि उनके ट्वीट से तेजप्रताप यादव को लगा कि उन्हें आकर मुलाकात करनी चाहिए और वे आए। वे आए तो बहुत सी बातें हुईं। इसी दौरान उन्होंने कहा कि-‘पापा भी आपसे बात करना चाहते हैं। उन्होंने फोन मिलाकर लालू जी से बात कराई।’ जीतनराम मांझी ने कहा कि फोन पर हुई बातचीत में उन्होंने लालू यादव को जल्द से जल्द पूर्ण रूप से स्वस्थ होने और दीघार्यु होने की कामना की। इसके साथ ही जन्मदिन की बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस बातचीत के कोई राजनीतिक मायने नहीं निकाले जाने चाहिए।