‘बिहार में सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे’: पूर्णिया में शिवदीप लांडे बोले- मैं नेता नहीं हूं, युवाओं को नेता बनाने आया हूं – Purnia News h3>
पूर्व आईपीएस अधिकारी और हिंद सेना पार्टी के संस्थापक शिवदीप लांडे शनिवार को पूर्णिया पहुंचे। इस दौरान बड़ा बयान देते हुए कहा कि उनकी पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव में सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। ये आमलोगों की पार्टी है। पूरे बिहार में अपना उम्मीदवार
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पार्टी की ओर से जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है। पदयात्रा के माध्यम से लोगों से जुड़ रहे हैं। अगर विधानसभा चुनाव से पहले निर्णय नहीं लेता तो फिर 5 साल तक इंतजार करना पड़ता। आने वाले समय में बिहार की स्थिति और भयावह होती। उनका विजन बहुत लंबा है। 15-20 साल तक उन्हें लंबी लड़ाई लड़नी है।
बिहार के युवाओं को नेता बनाने आए हैं
आईपीएस की नौकरी छोड़कर पॉलिटिक्स में एंट्री के सवाल पर कहा, ‘पुलिस सेवा में रहते हुए ये अनुभव कर लिया था कि राजनीत में उतरे बगैर सिस्टम को नहीं सुधार सकते। सिस्टम का हिस्सा रहकर व्यवस्था में परिवर्तन लाना नामुमकिन है। उन्हें बिहार को बदलना है, इसलिए वे राजनीति में आए हैं। नेता या मंत्री बनने का शौक नहीं है। यहां के युवाओं को नेता बनाने आए हैं। बिहार में अब तक नेता का बेटा ही नेता बनता था, इस परंपरा को तोड़ना है।’
बिहार में इस समय 60 लाख शिक्षित बेरोजगार युवा हैं। इनके पास डिग्री है, मगर नौकरी नहीं। युवाओं के बीच में व्यापार का कोई स्त्रोत नहीं है। कोई बड़ी इंडस्ट्री नहीं है। जिससे लोगों को बिहार छोड़कर जाना पड़े। ऐसे युवाओं को नेता बनाना चाहते हैं। उन्हें मालूम है बेरोजगारी का दर्द। इसलिए अगर नेता बनता हूं तो बिहार के हर बेरोजगार का दर्द समझेंगे। इसी उद्देश्य से राजनीत के अखाड़े में उतरा हूं।
प्रेसवार्ता को संबोधित करते पूर्व आईपीएस शिवदीप लांडे।
बयानबाजी पर समय बर्बाद नहीं करता हूं
निर्दलीय सांसद पप्पू यादव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि पुलिस की नौकरी में रहते हुए अपनी संपत्ति का ब्योरा पब्लिक डोमेन में रखा है। 9 साल की नौकरी में उनके खाते में 32 हजार 700 रुपए है। इसलिए कहने वाले क्या कहते हैं, इस बात को लेकर अपना कीमती वक्त बर्बाद नहीं करते।
पार्टी बनाने के बाद से बिहार में सभी जगह घूम रहे हैं। अच्छा रिस्पॉन्स भी मिल रहा है। 22 अप्रैल को अररिया जिले से पदयात्रा की शुरूआत हुई थी। उसके बाद कटिहार पहुंचे। शुक्रवार को किशनगंज में थे। वहां से वे पूर्णिया पहुंचे हैं। यहां जिस प्रकार से लोगों का प्यार मिला है। इससे साफ है कि जनता उनके ऊपर अटूट विश्वास करती है। मैं नेता, विधायक या मंत्री बनने नहीं आया हूं। युवाओं को नेता बनाने आया हूं। आपने चंद लोगों को अपना नेता मान लिया है। मगर ये आपकी किस्मत नहीं हैं। आपको जागरुक होना पड़ेगा।