पैसों की कमी के चलते रुका अडानी का ₹34900 करोड़ के पेट्रोकेमिकल प्रोजेक्ट

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पैसों की कमी के चलते रुका अडानी का ₹34900 करोड़ के पेट्रोकेमिकल प्रोजेक्ट

पैसों की कमी के चलते रुका अडानी का ₹34900 करोड़ के पेट्रोकेमिकल प्रोजेक्ट


नई दिल्ली: अडानी समूह ने सोमवार को पेट्रोकेमिकल प्रोजेक्ट का काम रोने जाने पर अपनी सफाई दी है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी समूह की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज ने गुजरात के मुंद्रा में अपने 34900 करोड़ रुपये के पेट्रोकेमिकल प्रोजेक्च को रोक दिया है। अडानी समूह ने कहा कि फंड की कमी के चलते उन्हें अपना ये प्रोजेक्ट रोकना पड़ा है। कंपनी ने कहा कि फंड की कमी के चलते उन्हें मुंद्रा पेट्रोकेमिकल प्रोजेक्ट का काम रोकना पड़ा है। ग्रीन पीवीसी प्रोजेक्ट के वित्तीय मामलों को लेकर वित्तीय संस्थानों के साथ बातचीत लंबित है। कंुनी ने कहा कि अगले 6 महीनों में परियोजना के बंदबोने की उम्मीद कर रही है।

अडाणी समूह ने कहा है कि वित्त का प्रबंध नहीं होने की वजह से उसे गुजरात के मुंद्रा में 34,900 करोड़ रुपये की पेट्रोरसायन परियोजना का काम रोकना पड़ा है। समूह अमेरिकी निवेश कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से हुए नुकसान के बाद अपने परिचालन को मजबूत करने और निवेशकों की चिंताओं को दूर करने के लिए संसाधनों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। समूह की प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) ने 2021 में एक नया कोयले से पीवीसी बनाने का संयंत्र स्थापित करने के लिए पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी मुंद्रा पेट्रोकेम लिमिटेड (एमपीएल) का गठन किया था। यह संयंत्र गुजरात के कच्छ जिले में अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकॉनमिक जोन (एपीएसईजेड) में लगाया जाना था।

परियोजना का काम रोकने संबंधी पीटीआई-भाषा की रविवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट पर शेयर बाजारों द्वारा जवाब मांगने पर एईएल ने कहा कि एमपीएल की हरित पीवीसी परियोजना की वित्तीय संस्थानों के साथ वित्तीय मामलों को लेकर बातचीत लंबित है और इस पर सक्रियता से विचार किया जा रहा है। एईएल ने कहा, “बाजार की हालिया गतिविधियों को देखते हुए प्रबंधन ने इंजीनियरिंग डिजायन और वित्त के प्रबंध समेत अन्य काम तेज गति से जारी रखने का निर्णय लिया है।

कंपनी ने कहा, “प्रमुख उपकरणों की खरीद और निर्माण कार्य को रोक दिया गया है। हम अगले छह महीनों में वित्त का प्रबंध होने की उम्मीद कर रहे हैं, जिसके बाद पूरी क्षमता से खरीद व निर्माण कार्य बहाल होगा । हिंडनबर्ग रिसर्च की 24 जनवरी को रिपोर्ट आने के बाद अडाणी समूह के मूल्यांकन में लगभग 140 अरब अमेरिकी डॉलर की गिरावट आई है। ऐसे में समूह फिलहाल कुछ कर्ज चुकाने, संचालन को मजबूत करने और निवेशकों की चिंताओं को दूर करने पर ध्यान दे रहा है। समूह ने हिंडनबर्ग के सभी आरोपों का खंडन किया है।

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