पत्नी ने मोगरी मारकर की 72 साल के पति की हत्या, शव ठिकाने लगाने इंजीनियर दामाद व बेटी के साथ महाराष्ट्र से आ गए राजेंद्रनगर | Wife killed 72-year-old husband by killing Mogri | Patrika News h3>
सीसीटीवी में नजर आई महाराष्ट्र की कार के कारण हुआ हत्या का खुलासा, शव जलाने के बाद मां-बेटी ट्रेन से लौट गए, दामाद भोपाल में कंपनी की बैठक में शामिल होने रुक गया, तीनोंं गिरफ्तार
इंदौर
Published: April 14, 2022 08:43:36 pm
इंदौर. बिजलपुर में सूटकेस में शव फेंककर उसे जलाने के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर महाराष्ट्र की महिला, उसकी बेटी व दामाद को गिरफ्तार किया है। किसी बात पर 72 वर्षीय पति से विवाद होने पर पत्नी ने मोगरी सिर पर मारकर हत्या कर दी। बाद मेें दामाद व बेटी ने शव को सूटकेेस में भरा और कार में लेकर उसे ठिकाने लगाने महाराष्ट्र से निकले। रास्ते में पेट्रोल खरीदा, कहीं सूटकेस नहीं फेेंक पाए और फिर बिजलपुर के खेत में सूटकेस फेंक पेट्रोल डालकर आग लगाने के बाद भाग गए। सीसीटीवी फुटैज की जांच में महाराष्ट्र पासिंंग गाडी खेत से जाते नजर आई, पुलिस ने जिस दिशा में कार गई उस दिशा के फुटैज खंगाले। टोल नाकों के फुटैज से नंबर व गाड़ी मालिक का मोबाइल नंबर मिल गया जिसके आधार पर तीनोंं आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली।
राजेंद्रनगर पुलिस ने ११ अप्रैल की सुबह करीब 6.30 बजे अधजला शव बरामद किया था। उस समय आशंका थी कि मृतक की उम्र करीब 25-30 साल है। एडिशनल डीसीपी जयवीरसिंह भदौरिया के मुताबिक, हत्या कर शव जलाने के गंभीर मामले में एसीपी सौम्या जैन व टीआइ मनीष डॉबर के नेतृत्व में अलग अलग टीमों ने जांच शुरू की।
तीन घंटे की रिकार्डिंग देखी तो नजर आई कार, 9 मिनट में शव जलाकर हुए थे रवाना
पुलिस टीम ने सीसीटीवी रिकार्डिंग देखी। रात करीब 3 बजे से 6.30 बजे के बीच छानबीन शुरू की। दिन में यहां वाहनोंं का आना जाना रहता है लेकिन रात में बहुत गाड़ी आती है। रिकार्डिंग में एक कार करीब 3.18 बजे अंदर जाती दिखी जो 3.27 पर वापस आ गई। कार जिस दिशा से आई थी उधर जांच की। सोनवाय टोल टैक्स की रिकार्डिंग में कार दिखी, उसका नंबर भी साफ हो गया। कार मांगलिया की ओर गई, वहां के टोल नाके के कैमरे में भी वह कैद हो गई। सोनवाय से मांगलिया टोल नाका पहुंचने में जितना समय लगता है उससे ज्यादा समय लगा जिससे साफ था कि कार कहीं रुकी थी।
कार के नंबर व चेचिस नंबर मिल जाने से एक टीम को महाराष्ट्र भेजा गया। इस बीच कार मालिक का मोबाइल नंबर भी मिल गया। मोबाइल नंबर की जांच की तो उसकी लोकेशन भी मैच हो गई। कैमरों से ही साफ हुआ कि कार महाराष्ट्र के कल्याण से आई थी, बाद में लोकेशन भोपाल में मिली। पता चला कि कार भोपाल की होटस सिग्नेटिक ब्लू पर है। टीम वहां पहुंची तो मैनेजर से पता चला कि कार उमेश शुक्ला की है और वह कमरे में है। पुलिस को उमेश पिता राजेश शुक्ला निवासी ओसियानिया, कल्याण शुक्ला मिल गए लेकिन वह हत्या से इनकार कर रहे थे।
एडिशनल डीसीपी भदौरिया के मुताबिक, हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पूरी घटना कबूल ली। उनकी निशानदेही पर सास राजकुमार मिश्रा और पत्नी नम्रता शुक्ला को पुलिस ने महाराष्ट्र से पकड़ा। पूछताछ में पता चला कि राजकुमार अपने पति संपत (72) के साथ सात साल से बेटी के घर रह रही थी। संपत किसान थे और कटनी में रहते थे। उनका बेटा था जिसका निधन हो चुका है। वे मामूली बात पर विवाद करने लगते थे। 9 अप्रैल की रात किसी बात पर विवाद हुआ तो गुस्से में पत्नी ने मोगरी से सिर पर वार किया जिससे मौत हो गई। बेटी-दामान ने हत्या के बाद शव को सूटकेस में भरा और कार में रख लिया। महाराष्ट्र सीमा पर गाड़ी में पेट्रोल भरवाया तो एक बोतल में भी एक लीटर पेट्रोल ले लिया। इनकी योजना रास्ते में शव फेंकने की थी लेकिन सफल नहीं हो पाए। राजेंद्रनगर में आए तो खेत देखकर गाड़ी अंदर ली। दामाद ने सूटकेस बाहर निकाला और पेट्रोल डालकर आग लगा दी।
पत्नी ने मोगरी मारकर की 72 साल के पति की हत्या, शव ठिकाने लगाने इंजीनियर दामाद व बेटी के साथ महाराष्ट्र से आ गए राजेंद्रनगर
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सीसीटीवी में नजर आई महाराष्ट्र की कार के कारण हुआ हत्या का खुलासा, शव जलाने के बाद मां-बेटी ट्रेन से लौट गए, दामाद भोपाल में कंपनी की बैठक में शामिल होने रुक गया, तीनोंं गिरफ्तार
इंदौर
Published: April 14, 2022 08:43:36 pm
इंदौर. बिजलपुर में सूटकेस में शव फेंककर उसे जलाने के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर महाराष्ट्र की महिला, उसकी बेटी व दामाद को गिरफ्तार किया है। किसी बात पर 72 वर्षीय पति से विवाद होने पर पत्नी ने मोगरी सिर पर मारकर हत्या कर दी। बाद मेें दामाद व बेटी ने शव को सूटकेेस में भरा और कार में लेकर उसे ठिकाने लगाने महाराष्ट्र से निकले। रास्ते में पेट्रोल खरीदा, कहीं सूटकेस नहीं फेेंक पाए और फिर बिजलपुर के खेत में सूटकेस फेंक पेट्रोल डालकर आग लगाने के बाद भाग गए। सीसीटीवी फुटैज की जांच में महाराष्ट्र पासिंंग गाडी खेत से जाते नजर आई, पुलिस ने जिस दिशा में कार गई उस दिशा के फुटैज खंगाले। टोल नाकों के फुटैज से नंबर व गाड़ी मालिक का मोबाइल नंबर मिल गया जिसके आधार पर तीनोंं आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली।
राजेंद्रनगर पुलिस ने ११ अप्रैल की सुबह करीब 6.30 बजे अधजला शव बरामद किया था। उस समय आशंका थी कि मृतक की उम्र करीब 25-30 साल है। एडिशनल डीसीपी जयवीरसिंह भदौरिया के मुताबिक, हत्या कर शव जलाने के गंभीर मामले में एसीपी सौम्या जैन व टीआइ मनीष डॉबर के नेतृत्व में अलग अलग टीमों ने जांच शुरू की।
तीन घंटे की रिकार्डिंग देखी तो नजर आई कार, 9 मिनट में शव जलाकर हुए थे रवाना
पुलिस टीम ने सीसीटीवी रिकार्डिंग देखी। रात करीब 3 बजे से 6.30 बजे के बीच छानबीन शुरू की। दिन में यहां वाहनोंं का आना जाना रहता है लेकिन रात में बहुत गाड़ी आती है। रिकार्डिंग में एक कार करीब 3.18 बजे अंदर जाती दिखी जो 3.27 पर वापस आ गई। कार जिस दिशा से आई थी उधर जांच की। सोनवाय टोल टैक्स की रिकार्डिंग में कार दिखी, उसका नंबर भी साफ हो गया। कार मांगलिया की ओर गई, वहां के टोल नाके के कैमरे में भी वह कैद हो गई। सोनवाय से मांगलिया टोल नाका पहुंचने में जितना समय लगता है उससे ज्यादा समय लगा जिससे साफ था कि कार कहीं रुकी थी।
कार के नंबर व चेचिस नंबर मिल जाने से एक टीम को महाराष्ट्र भेजा गया। इस बीच कार मालिक का मोबाइल नंबर भी मिल गया। मोबाइल नंबर की जांच की तो उसकी लोकेशन भी मैच हो गई। कैमरों से ही साफ हुआ कि कार महाराष्ट्र के कल्याण से आई थी, बाद में लोकेशन भोपाल में मिली। पता चला कि कार भोपाल की होटस सिग्नेटिक ब्लू पर है। टीम वहां पहुंची तो मैनेजर से पता चला कि कार उमेश शुक्ला की है और वह कमरे में है। पुलिस को उमेश पिता राजेश शुक्ला निवासी ओसियानिया, कल्याण शुक्ला मिल गए लेकिन वह हत्या से इनकार कर रहे थे।
एडिशनल डीसीपी भदौरिया के मुताबिक, हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पूरी घटना कबूल ली। उनकी निशानदेही पर सास राजकुमार मिश्रा और पत्नी नम्रता शुक्ला को पुलिस ने महाराष्ट्र से पकड़ा। पूछताछ में पता चला कि राजकुमार अपने पति संपत (72) के साथ सात साल से बेटी के घर रह रही थी। संपत किसान थे और कटनी में रहते थे। उनका बेटा था जिसका निधन हो चुका है। वे मामूली बात पर विवाद करने लगते थे। 9 अप्रैल की रात किसी बात पर विवाद हुआ तो गुस्से में पत्नी ने मोगरी से सिर पर वार किया जिससे मौत हो गई। बेटी-दामान ने हत्या के बाद शव को सूटकेस में भरा और कार में रख लिया। महाराष्ट्र सीमा पर गाड़ी में पेट्रोल भरवाया तो एक बोतल में भी एक लीटर पेट्रोल ले लिया। इनकी योजना रास्ते में शव फेंकने की थी लेकिन सफल नहीं हो पाए। राजेंद्रनगर में आए तो खेत देखकर गाड़ी अंदर ली। दामाद ने सूटकेस बाहर निकाला और पेट्रोल डालकर आग लगा दी।
पत्नी ने मोगरी मारकर की 72 साल के पति की हत्या, शव ठिकाने लगाने इंजीनियर दामाद व बेटी के साथ महाराष्ट्र से आ गए राजेंद्रनगर
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