नींबू पानी के शौकीन लोग भूलकर भी न करें इसका अधिक सेवन, सेहत को हो सकते हैं ये बड़े नुकसान h3>
Side Effects of Drinking Too Much Lemonade: तेज धूप और गर्मी के बीच पीने को ठंडा-ठंडा नींबू पानी मिल जाए तो व्यक्ति दोबारा तरोताजा महसूस करता है। गर्मियों में ज्यादातर घरों में नींबू पानी पीना पसंद किया जाता है। स्वाद और ठंडक के अलावा नींबू पानी पीने से व्यक्ति को कई स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं। पानी में नींबू निचोड़कर पीने से शरीर को विटमिन सी, पोटाशियम और फाइबर मिलता है। बावजूद इसके क्या आप जानते हैं नींबू का अत्यधिक सेवन व्यक्ति को फायदा पहुंचाने की जगह नुकसान भी पहुंचा सकता है। आइए जानते हैं नींबू पानी ज्यादा पीने से व्यक्ति को क्या-क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।
दांतों की समस्या-
नींबू पानी का अधिक सेवन आपके सफेद स्वस्थ दांतों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डेंटल ऐंड क्रैनिफेशियल’ रिसर्च में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक, नींबू पानी के ज्यादा सेवन से दांतों को नुकसान पहुंचता है। नींबू में सिट्रस ऐसिड होता है, जिसका दांतों में ज्यादा संपर्क होने से दांत संवेदनशील हो जाते हैं। अगर आपको नींबू पानी पीना भी है तो उसे हमेशा स्ट्रॉ से पिएं, जिससे पानी दांतों को न छुए।
पेट खराब-
कई बार लोग खाना पचाने के लिए नींबू के रस का सेवन करते हैं क्योंकि इसका ऐसिड पाचन में मदद करता है। लेकिन पेट में ज्यादा ऐसिड हो जाने की वजह से व्यक्ति का पेट भी खराब हो सकता है। नींबू को हमेशा खाने में मिलाकर ही खाएं।
माइग्रेन की समस्या-
एक्सपर्ट्स की मानें तो नींबू या अन्य सिट्रस फ्रूट्स व्यक्ति में माइग्रेन की समस्या बढ़ा सकते हैं। ऐसा इसलिए, सिट्रस फ्रूट्स में टायरामाइन नाम का खास तत्व पाया जाता है, जो माइग्रेन की समस्या को बढ़ा सकते हैं। डेलवेयर बायोटेक्नॉलजी इंस्टिट्यूट ने भी सुझाव दिया है कि माइग्रेन से बचने के लिए नींबू पानी के सेवन से बचना चाहिए।
डीहाइड्रेशन-
नींबू पानी पीने से बार-बार पेशाब आने की समस्या उत्पन्न होती है, जिससे बॉडी में डीहाइड्रेशन हो सकता है। दरअसल, पेशाब के जरिए कई बार शरीर से इलेक्ट्रोलाइट्स और सोडिमय जैसे तत्व भी बाहर निकल जाते हैं। इनके ज्यादा निष्कासन से व्यक्ति को डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है।
खून में आयरन की अधिकता-
विटामिन सी शरीर में आयरन के अवशोषण की क्रिया को प्रोत्साहित करता है। शरीर में विटामिन सी की अधिकता खतरनाक साबित हो सकती है। यह शरीर के आंतरिक अंगों को क्षति पहुंचा सकती है।
Disclaimer- इस आलेख में दी गई जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।
Side Effects of Drinking Too Much Lemonade: तेज धूप और गर्मी के बीच पीने को ठंडा-ठंडा नींबू पानी मिल जाए तो व्यक्ति दोबारा तरोताजा महसूस करता है। गर्मियों में ज्यादातर घरों में नींबू पानी पीना पसंद किया जाता है। स्वाद और ठंडक के अलावा नींबू पानी पीने से व्यक्ति को कई स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं। पानी में नींबू निचोड़कर पीने से शरीर को विटमिन सी, पोटाशियम और फाइबर मिलता है। बावजूद इसके क्या आप जानते हैं नींबू का अत्यधिक सेवन व्यक्ति को फायदा पहुंचाने की जगह नुकसान भी पहुंचा सकता है। आइए जानते हैं नींबू पानी ज्यादा पीने से व्यक्ति को क्या-क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।
दांतों की समस्या-
नींबू पानी का अधिक सेवन आपके सफेद स्वस्थ दांतों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डेंटल ऐंड क्रैनिफेशियल’ रिसर्च में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक, नींबू पानी के ज्यादा सेवन से दांतों को नुकसान पहुंचता है। नींबू में सिट्रस ऐसिड होता है, जिसका दांतों में ज्यादा संपर्क होने से दांत संवेदनशील हो जाते हैं। अगर आपको नींबू पानी पीना भी है तो उसे हमेशा स्ट्रॉ से पिएं, जिससे पानी दांतों को न छुए।
पेट खराब-
कई बार लोग खाना पचाने के लिए नींबू के रस का सेवन करते हैं क्योंकि इसका ऐसिड पाचन में मदद करता है। लेकिन पेट में ज्यादा ऐसिड हो जाने की वजह से व्यक्ति का पेट भी खराब हो सकता है। नींबू को हमेशा खाने में मिलाकर ही खाएं।
माइग्रेन की समस्या-
एक्सपर्ट्स की मानें तो नींबू या अन्य सिट्रस फ्रूट्स व्यक्ति में माइग्रेन की समस्या बढ़ा सकते हैं। ऐसा इसलिए, सिट्रस फ्रूट्स में टायरामाइन नाम का खास तत्व पाया जाता है, जो माइग्रेन की समस्या को बढ़ा सकते हैं। डेलवेयर बायोटेक्नॉलजी इंस्टिट्यूट ने भी सुझाव दिया है कि माइग्रेन से बचने के लिए नींबू पानी के सेवन से बचना चाहिए।
डीहाइड्रेशन-
नींबू पानी पीने से बार-बार पेशाब आने की समस्या उत्पन्न होती है, जिससे बॉडी में डीहाइड्रेशन हो सकता है। दरअसल, पेशाब के जरिए कई बार शरीर से इलेक्ट्रोलाइट्स और सोडिमय जैसे तत्व भी बाहर निकल जाते हैं। इनके ज्यादा निष्कासन से व्यक्ति को डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है।
खून में आयरन की अधिकता-
विटामिन सी शरीर में आयरन के अवशोषण की क्रिया को प्रोत्साहित करता है। शरीर में विटामिन सी की अधिकता खतरनाक साबित हो सकती है। यह शरीर के आंतरिक अंगों को क्षति पहुंचा सकती है।
Disclaimer- इस आलेख में दी गई जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।