धर्म गुरुओं के साथ वर्चुअल बैठक में बोले सीएम गहलोत, ‘धार्मिक टूरिज्म प्लेस बनें राजस्थान | Rajasthan to become a ‘religious tourism place says gehlot | Patrika News h3>
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी धार्मिक स्थलों पर पूर्व में हुए हादसों पर चिंता जाहिर की और कहा कि इस तरह के हादसों से मन विचलित हो जाता है इसलिए धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए ।
धार्मिक टूरिज्म का प्लेस बने राजस्थान
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमारी मंशा यही है कि राजस्थान धार्मिक टूरिज्म का प्लेस बनना चाहिए और इस ओर अग्रसर भी है, देश-विदेश से यहां के धार्मिक स्थलों के दर्शन करने और अवलोकन करने के लिए लोग आते हैं। सीएम गहलोत ने कहा कि धार्मिक स्थलों के पास आधारभूत डवलपमेंट किए जाएंगे, जिनमें बेहतर सड़कें यातायात और पानी बिजली की सुविधा हो। इसके लिए धन की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
प्रबंधकों और जिला प्रशासन के बीच होनी चाहिए बैठकें
सीएम गहलोत ने कहा कि धार्मिक स्थलों के प्रबंधकों और जिला प्रशासन के बीच लगातार बैठकें और संवाद होना चाहिए, जिससे कि बेहतर सुझाव सामने आएं लेकिन अक्सर देखने में आता है कि धार्मिक मेलों को लेकर ऐन वक्त पर बैठकें होती हैं ऐसा नहीं होना चाहिए, कई बार कोई न कोई कमी रह जाती है जिससे कि हादसे हो जाते हैं।
कोरोना के बाद धार्मिक स्थलों पर बढ़ी श्रद्धालुओं की भीड़
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश में 2 साल तक कोरोना का प्रकोप रहा लेकिन कोरोना के बाद लोगों में भी धार्मिक आस्था बढ़ी है और धार्मिक स्थलों में पर भी अत्यधिक भीड़ बढ़ी है, उन्होंने कहा कि राजस्थान में धार्मिक स्थलों पर पर्यटकों की संख्या बढ़ी है, घरेलू पर्यटक राजस्थान में ज्यादा आने लगे हैं।
सरकार ने मेला प्राधिकरण का गठन किया है, जिसके का काम धार्मिक स्थलों पर और मेलों को लेकर आ रही परेशानियों समाधान करना है। देवस्थान विभाग भी इस दिशा में काम कर रहा है सब को मिलकर काम करना पड़ेगा।
सरकार की मंशा, धार्मिक टूरिज्म एक्ट बनें
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कहा कि सरकार की मंशा है कि धार्मिक टूरिज्म एक्ट बनना चाहिए। इसके लिए धार्मिक स्थलों के प्रबंधकों और धर्मगुरुओं को भी सरकार को सुझाव देना चाहिए कि इसमें क्या-क्या नियम कायदे जोड़े जा सकते हैं।
हादसों की पुनरावृत्ति न हो
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पहले मेहरानगढ़ में हादसा हुआ था, जिसमें श्रद्धालु मारे गए थे। हाल ही में खाटू श्याम जी मंदिर में भी हादसा हुआ था। ऐसे हादसों से मन विचलित हो जाता है। इसलिए सभी की जिम्मेदारी बनती है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। गहलोत ने कहा कि हमें धार्मिक स्थलों और मेलों में सुरक्षा के बेहतर प्रबंध करने चाहिए जैसे कि दक्षिण भारत के मंदिरों में होते हैं वहां पर सब कुछ व्यवस्थित होता है, हमारे यहां धार्मिक स्थलों और मेलों में आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए इस बात का ध्यान रखना होगा।
जल्द फिर करेंगे बैठक मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि धार्मिक मेलों की सुरक्षा और धर्म स्थलों के प्रबंधन को लेकर जल्द ही बैठक बुलाएंगे जिसमें और मंदिरों धर्म स्थलों के प्रबंधकों को भी जोड़ा जाएगा इससे पहले देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत ने भी अपना प्रेजेंटेशन दिया वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्य सचिव उषा शर्मा भी मौजूद रहे।
वीडियो देखेंः- Khatu Shyam Ji में मौत का तांडव, अब तक आठ मरे, कई घायल, मची चीख पुकार
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी धार्मिक स्थलों पर पूर्व में हुए हादसों पर चिंता जाहिर की और कहा कि इस तरह के हादसों से मन विचलित हो जाता है इसलिए धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए ।
धार्मिक टूरिज्म का प्लेस बने राजस्थान
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमारी मंशा यही है कि राजस्थान धार्मिक टूरिज्म का प्लेस बनना चाहिए और इस ओर अग्रसर भी है, देश-विदेश से यहां के धार्मिक स्थलों के दर्शन करने और अवलोकन करने के लिए लोग आते हैं। सीएम गहलोत ने कहा कि धार्मिक स्थलों के पास आधारभूत डवलपमेंट किए जाएंगे, जिनमें बेहतर सड़कें यातायात और पानी बिजली की सुविधा हो। इसके लिए धन की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
प्रबंधकों और जिला प्रशासन के बीच होनी चाहिए बैठकें
सीएम गहलोत ने कहा कि धार्मिक स्थलों के प्रबंधकों और जिला प्रशासन के बीच लगातार बैठकें और संवाद होना चाहिए, जिससे कि बेहतर सुझाव सामने आएं लेकिन अक्सर देखने में आता है कि धार्मिक मेलों को लेकर ऐन वक्त पर बैठकें होती हैं ऐसा नहीं होना चाहिए, कई बार कोई न कोई कमी रह जाती है जिससे कि हादसे हो जाते हैं।
कोरोना के बाद धार्मिक स्थलों पर बढ़ी श्रद्धालुओं की भीड़
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश में 2 साल तक कोरोना का प्रकोप रहा लेकिन कोरोना के बाद लोगों में भी धार्मिक आस्था बढ़ी है और धार्मिक स्थलों में पर भी अत्यधिक भीड़ बढ़ी है, उन्होंने कहा कि राजस्थान में धार्मिक स्थलों पर पर्यटकों की संख्या बढ़ी है, घरेलू पर्यटक राजस्थान में ज्यादा आने लगे हैं।
सरकार ने मेला प्राधिकरण का गठन किया है, जिसके का काम धार्मिक स्थलों पर और मेलों को लेकर आ रही परेशानियों समाधान करना है। देवस्थान विभाग भी इस दिशा में काम कर रहा है सब को मिलकर काम करना पड़ेगा।
सरकार की मंशा, धार्मिक टूरिज्म एक्ट बनें
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कहा कि सरकार की मंशा है कि धार्मिक टूरिज्म एक्ट बनना चाहिए। इसके लिए धार्मिक स्थलों के प्रबंधकों और धर्मगुरुओं को भी सरकार को सुझाव देना चाहिए कि इसमें क्या-क्या नियम कायदे जोड़े जा सकते हैं।
हादसों की पुनरावृत्ति न हो
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पहले मेहरानगढ़ में हादसा हुआ था, जिसमें श्रद्धालु मारे गए थे। हाल ही में खाटू श्याम जी मंदिर में भी हादसा हुआ था। ऐसे हादसों से मन विचलित हो जाता है। इसलिए सभी की जिम्मेदारी बनती है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। गहलोत ने कहा कि हमें धार्मिक स्थलों और मेलों में सुरक्षा के बेहतर प्रबंध करने चाहिए जैसे कि दक्षिण भारत के मंदिरों में होते हैं वहां पर सब कुछ व्यवस्थित होता है, हमारे यहां धार्मिक स्थलों और मेलों में आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए इस बात का ध्यान रखना होगा।
जल्द फिर करेंगे बैठक मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि धार्मिक मेलों की सुरक्षा और धर्म स्थलों के प्रबंधन को लेकर जल्द ही बैठक बुलाएंगे जिसमें और मंदिरों धर्म स्थलों के प्रबंधकों को भी जोड़ा जाएगा इससे पहले देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत ने भी अपना प्रेजेंटेशन दिया वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्य सचिव उषा शर्मा भी मौजूद रहे।
वीडियो देखेंः- Khatu Shyam Ji में मौत का तांडव, अब तक आठ मरे, कई घायल, मची चीख पुकार