डायबीटीज के मरीज रोज सुबह उठकर पैरों को चेक जरूर करें, वरना हो सकती है ये गंभीर परेशानी

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डायबीटीज के मरीज रोज सुबह उठकर पैरों को चेक जरूर करें, वरना हो सकती है ये गंभीर परेशानी

डायबीटीज के मरीज रोज सुबह उठकर पैरों को चेक जरूर करें, वरना हो सकती है ये गंभीर परेशानी

विशेष संवाददाता, नई दिल्लीः रोज सुबह उठकर आप आईने में अपना चेहरा देखते हैं, अपने चेहरे का ख्याल रखते हैं, स्किन ड्राई न हो इसके लिए मॉइश्चराइजर लगाते हैं। हालांकि अगर आप डायबीटीज के मरीज हैं तो आपको चेहरे से ज्यादा पैरों का खयाल रखना चाहिए। रोज सुबह उठकर अपने पैरों को चेक करना चाहिए। देखना चाहिए कि कहीं पर कोई कटने का निशान, स्क्रेच या जख्म तो नहीं बना है। अगर झुककर नहीं देख पाते हैं तो इसके लिए शीशा देखें। ध्यान नहीं देने पर छोटा सा जख्म बड़ा हो सकता है। समय पर इलाज नहीं कराने से पैर काटने तक की नौबत आ जाती है। इसलिए, डायबीटीज एक्सपर्ट डॉक्टर एके झिंगन ने कहा कि डायबीटीज के मरीजों को अपने चेहरे से ज्यादा ध्यान अपने चेहरे का करना चाहिए।

56 साल के रामनरेश इसके उदाहरण हैं। भजनपुरा के रामनरेश ने बताया कि शुरू में उनके पैर में एक छोटा सा जख्म था। उन्होंने इसे इग्नोर किया, लेकिन अब वह बड़ा जख्म हो गया है। यही नहीं, डायबीटीज की वजह से उनके पैरों में सुन्नपन आ गया था। उन्हें दर्द का अहसास होना बंद हो गया था। इसलिए जब जख्म बना तो उन्हें पता नहीं चला और इस वजह से जख्म बढ़ता चला गया। जब जख्म काफी बड़ा हो गया, तब उन्हें पता चला कि पैरों में जख्म हो गया है।

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डॉक्टर एके झिंगन ने कहा कि डायबीटीज के हर मरीजों को अपने पैरों का ख्याल अच्छे से करना चाहिए। सर्दी के मौसम पैरा रूखा हो जाता है। स्किन ड्राई हो जाती है। इससे पैर में छोटा सा क्रैक बनता है। अगर मरीज इसे नहीं देखते, ध्यान नहीं रखते, पैर में ऑयल या मॉइश्चराइजर नहीं लगाते हैं तो ड्राइनेस बढ़ती जाती है और क्रैक का साइज भी बड़ा होता जाता है। डायबीटीज की वजह से जब पैरों में सुन्नपन आता है तो इसे डायबिटिक न्यूरोपैथी कहा जाता है, यह पैरों की संवेदना खत्म कर देती है, इससे न तो दर्द होता है, न जलन का एहसास होता है।

इन बातों का रखें ध्यान

  • सर्दियों में ऐसे लोगों को आग नहीं सेंकनी चाहिए, क्योंकि उन्हें जलन का अहसास नहीं होता। उनके पैर जल सकते हैं।
  • ऐसे लोगों को गर्म पानी की बॉटल भी सीधे पैरों पर नहीं रखनी चाहिए। टॉवेल में लपेट कर ही गर्म बोतल का इस्तेमाल करें।
  • जब नहाने जाएं तो गीजर वाले नल से गर्म पानी कभी पैर आगे करके न करें। हाथ की हथेली से पास कर पीछे की तरफ पानी डालें।
  • डायबीटीज के मरीजों को छोटा सा भी जख्म इग्नोर नहीं करना चाहिए।
  • जूते हमेशा दिन में खरीदें। सुबह पैर का साइज छोटा हो जाता है। छोटे साइज खरीदने पर पैर में जख्म बन सकता है।
  • महिलाओं को हमेशा चप्पल की जगह जूते पहनना चाहिए, ताकि यह पैर से निकलें नहीं।
  • डायबीटीज के मरीज अगर स्मोकिंग करते हैं तो उन्हें गैगरीन का ज्यादा खतरा है।
  • पैरों का पूरा ध्यान रखें। ऑयल और मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करें और अपनी दवा लेते रहें। एक्सरसाइज जरूर करें।

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