डायबीटीज के मरीज रोज सुबह उठकर पैरों को चेक जरूर करें, वरना हो सकती है ये गंभीर परेशानी
डॉक्टर एके झिंगन ने कहा कि डायबीटीज के हर मरीजों को अपने पैरों का ख्याल अच्छे से करना चाहिए। सर्दी के मौसम पैरा रूखा हो जाता है। स्किन ड्राई हो जाती है। इससे पैर में छोटा सा क्रैक बनता है। अगर मरीज इसे नहीं देखते, ध्यान नहीं रखते, पैर में ऑयल या मॉइश्चराइजर नहीं लगाते हैं तो ड्राइनेस बढ़ती जाती है और क्रैक का साइज भी बड़ा होता जाता है। डायबीटीज की वजह से जब पैरों में सुन्नपन आता है तो इसे डायबिटिक न्यूरोपैथी कहा जाता है, यह पैरों की संवेदना खत्म कर देती है, इससे न तो दर्द होता है, न जलन का एहसास होता है।
इन बातों का रखें ध्यान
- सर्दियों में ऐसे लोगों को आग नहीं सेंकनी चाहिए, क्योंकि उन्हें जलन का अहसास नहीं होता। उनके पैर जल सकते हैं।
- ऐसे लोगों को गर्म पानी की बॉटल भी सीधे पैरों पर नहीं रखनी चाहिए। टॉवेल में लपेट कर ही गर्म बोतल का इस्तेमाल करें।
- जब नहाने जाएं तो गीजर वाले नल से गर्म पानी कभी पैर आगे करके न करें। हाथ की हथेली से पास कर पीछे की तरफ पानी डालें।
- डायबीटीज के मरीजों को छोटा सा भी जख्म इग्नोर नहीं करना चाहिए।
- जूते हमेशा दिन में खरीदें। सुबह पैर का साइज छोटा हो जाता है। छोटे साइज खरीदने पर पैर में जख्म बन सकता है।
- महिलाओं को हमेशा चप्पल की जगह जूते पहनना चाहिए, ताकि यह पैर से निकलें नहीं।
- डायबीटीज के मरीज अगर स्मोकिंग करते हैं तो उन्हें गैगरीन का ज्यादा खतरा है।
- पैरों का पूरा ध्यान रखें। ऑयल और मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करें और अपनी दवा लेते रहें। एक्सरसाइज जरूर करें।