डाबर का दावा- फ्लोराइड वाले टूथपेस्ट से IQ कम होगा: दिल्ली हाईकोर्ट का आदेश- इसे साबित करें; कोलगेट ने डाबर के ऐड को भ्रामक बताया h3>
नई दिल्ली19 मिनट पहले
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डाबर ने तर्क दिया है कि विज्ञापनों में स्टडीज के आधार पर कंज्यूमर्स के सामने आने वाले संभावित जोखिमों को उजागर किया गया है।
दिल्ली हाईकोर्ट ने शुक्रवार (11 अप्रैल) को डाबर इंडिया लिमिटेड को फ्लोराइड-बेस्ड टूथपेस्ट के खिलाफ अपने दावे को साबित करने का आदेश दिया है। दरअसल, डाबर ने अपने एक एडवरटाइजमेंट्स में दावा किया कि टूथपेस्ट में फ्लोराइड की वजह से बच्चों का IQ कम हो सकता है। इसके अलावा इससे हड्डियां कमजोर होती हैं और दांतों पर धब्बे जैसी कई स्वास्थ्य से जुड़ी बीमारियां भी हो सकती हैं।
हाईकोर्ट ने डाबर को निर्देश दिया है कि वह अपने ऐड में किए गए दावों के सपोर्ट में वैज्ञानिक आधार पेश करे। जस्टिस अमित बंसल ने डाबर के एडवरटाइजमेंट कैंपेन में इस तरह के दावों पर रोक लगाने के लिए दायर कोलगेट-पामोलिव की याचिका पर यह आदेश पारित किया है।
कोलगेट का आरोप- डाबर के विज्ञापन भ्रामक
इधर, कोलगेट ने आरोप लगाया कि डाबर के विज्ञापन भ्रामक थे और फ्लोराइड-बेस्ड टूथपेस्ट को खराब बता रहे थे। कंपनी के इस तरह के विज्ञापनों से परोक्ष रूप से कोलगेट टूथपेस्ट को निशाना बनाया जा रहा था। जस्टिस बंसल ने डाबर और कोलगेट को जवाब दाखिल करने के लिए दो हफ्ते का समय दिया है। मामले की अगली सुनवाई 27 मई को होगी।
कोलगेट ने तर्क दिया है कि वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे पर डाबर के प्रिंट ऐड में छपी टैगलाइन ‘क्या आपके पसंदीदा टूथपेस्ट में फ्लोराइड है?’। यह टैगलाइन कोलगेट के प्रोडक्ट पर इनडायरेक्ट हमला है, जिसमें फ्लोराइड है और यह मार्केट लीडर है। यह विज्ञापन टाइम्स ऑफ इंडिया में उसी दिन छपा था, जिस दिन कोलगेट ने फ्लोराइड टूथपेस्ट का अपना पहला पेज प्रमोट किया था।
कोलगेट का दावा- रेगुलेटेड अमाउंट में फ्लोराइड यूज करने की मंजूरी है।
रेगुलेटेड अमाउंट में फ्लोराइड यूज करने की मंजूरी
कोलगेट ने कहा कि दांतों की सड़न को रोकने के लिए दुनियाभर के स्वास्थ्य अधिकारियों ने रेगुलेटेड अमाउंट (1000 ppm तक) में फ्लोराइड को यूज करने की मंजूरी दी है। कंपनी ने तर्क दिया कि डाबर का कैंपेन गलत प्रतिद्वंद्विता को दर्शाता है। क्योंकि, यह अपने प्रोडक्ट्स के बारे में कंपेरेटिव दावे करने के बजाय पूरे प्रोडक्ट्स की कैटेगरी को खराब बता रहा है।
इससे पहले 2019 में कोर्ट ने डाबर को उन विज्ञापनों में सुधार करने का आदेश दिया था, जो कोलगेट की पैकेजिंग की नकल करते पाए गए थे। तब डाबर ने विज्ञापनों में विजुअल बदलाव कर लिए थे। वहीं, कोलगेट ने अब फ्लोराइड-बेस्ड टूथपेस्ट के बारे में डाबर के निरंतर दावों पर सवाल उठाया है।
डाबर ने कहा- विज्ञापन से ‘फेवरेट’ शब्द को हटा देंगे
डाबर ने कहा कि वह अपने कानूनी अधिकारों के बाद भी विज्ञापन से ‘फेवरेट’ शब्द को हटा देगा। हालांकि, कंपनी ने अपने कैंपेन का बचाव करते हुए तर्क दिया कि विज्ञापनों में स्टडीज के आधार पर कंज्यूमर्स के सामने आने वाले संभावित जोखिमों को उजागर किया गया है।
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डाबर ने तर्क दिया है कि विज्ञापनों में स्टडीज के आधार पर कंज्यूमर्स के सामने आने वाले संभावित जोखिमों को उजागर किया गया है।
दिल्ली हाईकोर्ट ने शुक्रवार (11 अप्रैल) को डाबर इंडिया लिमिटेड को फ्लोराइड-बेस्ड टूथपेस्ट के खिलाफ अपने दावे को साबित करने का आदेश दिया है। दरअसल, डाबर ने अपने एक एडवरटाइजमेंट्स में दावा किया कि टूथपेस्ट में फ्लोराइड की वजह से बच्चों का IQ कम हो सकता है। इसके अलावा इससे हड्डियां कमजोर होती हैं और दांतों पर धब्बे जैसी कई स्वास्थ्य से जुड़ी बीमारियां भी हो सकती हैं।
हाईकोर्ट ने डाबर को निर्देश दिया है कि वह अपने ऐड में किए गए दावों के सपोर्ट में वैज्ञानिक आधार पेश करे। जस्टिस अमित बंसल ने डाबर के एडवरटाइजमेंट कैंपेन में इस तरह के दावों पर रोक लगाने के लिए दायर कोलगेट-पामोलिव की याचिका पर यह आदेश पारित किया है।
कोलगेट का आरोप- डाबर के विज्ञापन भ्रामक
इधर, कोलगेट ने आरोप लगाया कि डाबर के विज्ञापन भ्रामक थे और फ्लोराइड-बेस्ड टूथपेस्ट को खराब बता रहे थे। कंपनी के इस तरह के विज्ञापनों से परोक्ष रूप से कोलगेट टूथपेस्ट को निशाना बनाया जा रहा था। जस्टिस बंसल ने डाबर और कोलगेट को जवाब दाखिल करने के लिए दो हफ्ते का समय दिया है। मामले की अगली सुनवाई 27 मई को होगी।
कोलगेट ने तर्क दिया है कि वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे पर डाबर के प्रिंट ऐड में छपी टैगलाइन ‘क्या आपके पसंदीदा टूथपेस्ट में फ्लोराइड है?’। यह टैगलाइन कोलगेट के प्रोडक्ट पर इनडायरेक्ट हमला है, जिसमें फ्लोराइड है और यह मार्केट लीडर है। यह विज्ञापन टाइम्स ऑफ इंडिया में उसी दिन छपा था, जिस दिन कोलगेट ने फ्लोराइड टूथपेस्ट का अपना पहला पेज प्रमोट किया था।
कोलगेट का दावा- रेगुलेटेड अमाउंट में फ्लोराइड यूज करने की मंजूरी है।
रेगुलेटेड अमाउंट में फ्लोराइड यूज करने की मंजूरी
कोलगेट ने कहा कि दांतों की सड़न को रोकने के लिए दुनियाभर के स्वास्थ्य अधिकारियों ने रेगुलेटेड अमाउंट (1000 ppm तक) में फ्लोराइड को यूज करने की मंजूरी दी है। कंपनी ने तर्क दिया कि डाबर का कैंपेन गलत प्रतिद्वंद्विता को दर्शाता है। क्योंकि, यह अपने प्रोडक्ट्स के बारे में कंपेरेटिव दावे करने के बजाय पूरे प्रोडक्ट्स की कैटेगरी को खराब बता रहा है।
इससे पहले 2019 में कोर्ट ने डाबर को उन विज्ञापनों में सुधार करने का आदेश दिया था, जो कोलगेट की पैकेजिंग की नकल करते पाए गए थे। तब डाबर ने विज्ञापनों में विजुअल बदलाव कर लिए थे। वहीं, कोलगेट ने अब फ्लोराइड-बेस्ड टूथपेस्ट के बारे में डाबर के निरंतर दावों पर सवाल उठाया है।
डाबर ने कहा- विज्ञापन से ‘फेवरेट’ शब्द को हटा देंगे
डाबर ने कहा कि वह अपने कानूनी अधिकारों के बाद भी विज्ञापन से ‘फेवरेट’ शब्द को हटा देगा। हालांकि, कंपनी ने अपने कैंपेन का बचाव करते हुए तर्क दिया कि विज्ञापनों में स्टडीज के आधार पर कंज्यूमर्स के सामने आने वाले संभावित जोखिमों को उजागर किया गया है।
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