जिंदगी को हराने आया था कैंसर, पैर को ही कटवा दी, अब Medal जीतकर बनी Golden Girl, दिल छू लेने वाली कहानी
पढ़ाई- लिखाई में रही आगे
जिले के लेदरमेर निवासी सवाराम मेघवाल के सात बेटियां और दो बेटे हैं। सवाराम खेती करते है और आर्थिक रूप से कमजोर है। बड़ी बेटियां और बेटे ने तो ज्यादा पढ़ाई भी नहीं की। छठे नम्बर की बेटी पूरी कुमारी ने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की, उस समय उसे महसूस हुआ कि उसके बाएं पैर में कुछ तकलीफ है। वर्ष 2012 में जांच करवाई तो पता चला कि उसे बोन कैंसर (हड्डियों में कैंसर) है। इतना बड़ा रोग होने के बाद भी पूरी कुमारी ने हौसला नहीं खोया। पूरी ने कॉलेज की पढ़ाई जारी रखी।
2016 में डॉक्टरों को पूरी का पैर काटना पड़ा
पैर में कैंसर के कारण तीन साल भटकती रही। इसके बाद वर्ष 2016 में जयपुर में ऑपरेशन कर उसके पैर को काटना पड़ा। इस कारण वह विकलांग (दिव्यांग) हो गई। तब तक उसने अपनी स्नातक की पढ़ाई कर ली थी। दिव्यांग होने के चलते पूरी मेघवाल ने जोधपुर के मंडोर स्थित दिव्यांगों के स्थली न्यू संकल्प इंडिया फाउंडेशन चेरिटेबल ट्रस्ट में प्रवेश ले लिया। वहां कई लड़कियां वॉलीबॉल खेलती थी। तब पूरी कुमारी ने भी वॉलीबॉल खेलना शुरू कर दिया। इसके बाद उसका सफर इतना तेज हुआ कि दूसरे वर्ष में ही उसने मेडल जीतने शुरू कर दिए। इससे उसका स्टेट की टीम में चयन हो गया और बाद में राष्ट्रीय टीम का भी हिस्सा बन गई।
तमिलनाडु में राजस्थान टीम प्रथम रही
तमिलनाडु के तंजावुर जिले में 3 फरवरी से 5 फरवरी 2023 तक 11वीं सीनियर राष्ट्रीय पैरा वॉलीबॉल प्रतियोगिता 2023 का आयोजन हुआ। इसमें राजस्थान का प्रतिनिधित्व करने के लिए पीवीएफआई से मान्यता प्राप्त संस्था राजपूताना पैरालंपिक वॉलीबॉल एसोसिएशन के बैनर तले टीम ने भाग लिया। इसमें राजस्थान टीम ने कर्नाटक को हराकर गोल्ड मेडल जीता।राजस्थान पैरा वॉलीबॉल की महिला टीम कप्तान सरिता गोरा जयपुर के नेतृत्व में 6 प्लेयर पूरीकुमारी मेघवाल, सीताकुमारी, पिंकी कुमारी, जीवनकुमारी, बीनाकुमारी एवं ममताकुमारी ने भाग लिया एवं गोल्ड मेडल प्राप्त किया।
रिपोर्ट : दिलीप डूडी, जालोर
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