चोरी की मूर्ति को सोने का समझा, पिघलवा कर बनाए बिस्किट… हरियाणा के 8 पुलिसकर्मियों को लालच पड़ा भारी
8 पुलिसकर्मियों को किया निलंबित
सीआइए-टू इंचार्ज सहित आठ पुलिसकर्मी इसमें आरोपी हैं। एडीजीपी के सामने 15 मार्च को यह मामला सामने आया था। एडीजीपी ने खुद मामले की जांच की। दो दिन की जांच के बाद हांसी पुलिस का सारा खेल सामने आ गया। यूपी के रहने वाले बबलू ने एडीजीपी को 15 मार्च को शिकायत की थी। शिकायत में बताया था कि उसे ये मूर्ति अपने खेतों में मिली थी। वो इसकी जांच के लिए अपने जानकारों के साथ हिसार आया था। हांसी सीआईए-टू ने उन्हें बस स्टैंड पर पकड़ लिया। एक दिन हिरासत में रखा। बाद में मूर्ति अपने पास रख उन्हें वहां से डरा धमका कर भगा दिया। बाद में जब वो दोबारा पुलिस से मिले तो उन्हें बताया कि मूर्ति नकली थी।
जांच में सामने आई ये बात
जांच में सामने आया कि सीआइए-टू टीम ने मूर्ति हजम करने की नियत से मूर्ति को पिघलाकर उसके बिस्किट बना लिए जो एकदम सोने की धातु की तरह दिखते हैं। सीआइए से सोने की तरह दिखने वाले सभी आठ बिस्किट जिसमें चार बड़े और चार छोटे बिस्किट हैं बरामद कर लिए हैं। बरामद बिस्किट के सैंपल लेकर कार्बन डेटिंग के लिए सैंपल लैब भिजवाएं हैं, जिससे पता चलेगी कि मूर्ति को पिघलाकर जो बिस्किट बनाए गए हैं व मूर्ति कितने साल पुरानी है।
यूपी के बबलू से बरामद की थी मूर्ति
इस मूर्ति को हांसी सीआई-टू ने यूपी के जिला शाहजहांपुर तहसील जलालाबाद के गांव राजपुर नांगला निवासी बबलू से हांसी में बरामद किया था। इस मामले में शिकायतकर्ता बबलू और हिसार के शिव ज्वेलर विवेक की संदिग्धता की भी जांच चल रही है।
सही जांच के लिए मूर्ति को पिघलाना जरूरी था: SP
पूरे मामले में एसपी हांसी नितिका गहलोत की भूमिका पर सवाल उठने के बाद हांसी में एसपी नितिका गहलोत ने पूरे केस में सीआइए की ओर से बरती गई लापरवाही पर कई कर्मियों पर विभागीय जांच बैठा दी है। हांसी पुलिस की ओर से दावा किया गया है कि मूर्ति को पिघलाने से पहले और बाद में पिघलाकर बनाए गए बिस्किट की लैब जांच रिपोर्ट एक जैसी है। एसपी नितिका गहलोत ने मीडिया के साथ दो जांच रिपोर्ट शुक्रवार को सांझा की। इसमें एक मूर्ति को पिघलाने से पहले और एक उसे पिघलाकर बनाए बिस्किट की थी। ये पुलिस के कब्जे में हैं। दोनों रिपोर्ट में तत्वों की समानता एक जैसी है। वहीं मूर्ति पिघलाकर उसे खुर्द-बुर्द करने के आरोप पर उन्होंने कहा कि सही जांच के लिए ये प्रोसेस जरूरी था। विशेषज्ञों की निगरानी में ये पूरी पड़ताल हुई है। मूर्ति में तांबा व जस्त जैसे सामान्य तत्व ही थे। हांसी पुलिस का दावा है कि यूपी का टटलू गैंग सोने की मूर्ति बता किसी ज्वेलर्स को ठगना चाह रहा था।
धरोहर नहीं थी मूर्ति, वेबसाइट पर 5 हजार में मिल रही: एसपी
मूर्ति को जब सीआइए ने कब्जे में लिया था उसकी फोटो और आरोप लगाने वाले जो फोटो उपलब्ध करा रहे हैं इसे जब वेबसाइट पर गूगल लेंस से सर्च किया तो वैसी ही मूर्ति कई वेबसाइट पर 5 हजार रुपये तक में मिल रही थी। टटलू गैंग से दूसरे प्रदेशों में बरामद मूर्ति भी वेबसाइट से ही खरीदी गई थी। वहीं जो लोग मूर्ति को किसी धर्म की धरोहर बता माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है। हिसार-हांसी मामले में पूरे टटलू गैंग की पहचान हो चुकी है। इस गिरोह में यूपी का बाबा रामदास, विमलेश, शिवेंद्र व राघवेंद्र शामिल हैं। इन सभी के खिलाफ हिसार के ज्वेलर्स विवेक की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है।
रिपोर्ट- संदीप सैनी, हिसार