गोरखपुर में सॉल्वर पकड़ाने के बाद पुलिस की कार्रवाई: बायोमेट्रिक जांच में फंसा मामला, बिहार से बुलाया गया था सॉल्वर – Gorakhpur News h3>
गोरखपुर में उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा 2023 के दौरान नकल कराने के प्रयास को नाकाम करते हुए बांसगांव पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। इनमें मुख्य आरोपी रत्नेश कुमार यादव भी शामिल है, जिसने अपनी जगह एक सॉल्वर को परीक्षा में बैठाया था। साथ
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बस्ती का रहने वाला है मुख्य आरोपी परीक्षार्थी
रत्नेश बस्ती जिले के लालगंज थाना क्षेत्र के बारी घाट गांव का रहने वाला है। पुलिस के मुताबिक, उसने बिहार से एक युवक को सॉल्वर के रूप में बुलाया और जवाहरलाल नेहरू इंटर कॉलेज, बांसगांव केंद्र पर परीक्षा दिलाने की योजना बनाई। परीक्षा के दौरान जब बायोमेट्रिक जांच हुई तो गड़बड़ी पकड़ी गई और सॉल्वर की पहचान उजागर हो गई।
नकल कराने की सेटिंग में दो साथी भी शामिल
जांच में सामने आया कि मनोज चौधरी, जो बस्ती जिले के रघउपुर गांव का रहने वाला है, और राजेश, निवासी कुदरहा, बस्ती — दोनों ने मिलकर सॉल्वर को लाने, एडमिट कार्ड तैयार कराने और केंद्र तक पहुंचाने की पूरी व्यवस्था की थी। सॉल्वर की पहचान फिलहाल उजागर नहीं हुई है, लेकिन उसके बिहार से होने की पुष्टि हो चुकी है।
सॉल्वर समेत आरोपी दीवार फांदकर भागे थे
घटना के तुरंत बाद सॉल्वर समेत तीनों युवक शौचालय जाने का बहाना बनाकर परीक्षा केंद्र से दीवार फांदकर फरार हो गए थे। पुलिस ने तत्काल घेराबंदी कर मामला दर्ज किया और जांच शुरू की।
पहले से दर्ज केस में बढ़ी कार्रवाई
पहले से दर्ज केस में परीक्षा केंद्र के कक्ष निरीक्षक ब्रह्मानंद की तहरीर पर रत्नेश और दो अज्ञात लोगों के खिलाफ जालसाजी, धोखाधड़ी और परीक्षा अधिनियम के तहत मुकदमा लिखा गया था। अब तीनों की पहचान होते ही पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
मुख्य आरोपी पर पहले से दर्ज हैं मुकदमे
मनोज चौधरी के खिलाफ बस्ती जिले में पहले से तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस ने तीनों के पास से मोबाइल फोन भी जब्त किया है, जिनकी तकनीकी जांच की जा रही है।
सॉल्वर की तलाश में जुटी पुलिस
SP साउथ जितेंद्र कुमार तोमर ने बताया कि मामले की तह तक जाने के लिए बिहार निवासी सॉल्वर की तलाश तेज कर दी गई है। परीक्षा में सॉल्वर बैठाने की यह कोशिश पूरी तरह असफल रही और पूरे नेटवर्क की जांच की जा रही है।