क्या चीनी हवाई अड्डे की तस्वीर छापने पर मांगी थी माफी…? दिग्विजय के ट्वीट पर बीजेपी प्रवक्ता ने उठाया सवाल तो भड़के आचार्य h3>
Acharya Pramod Krishnam Vs Gaurav Bhatia debate: नामनवमी के दिन मध्यप्रदेश और गुजरात सहित कुछ राज्यों में हुई हिंसा के बाद टीवी चैनलों पर इसे लेकर गरमारम बहस जारी है। इस पूरे मामले ने मजहबी रंग ले लिया है। सियासी दलों के नेता एक-दूसरे पर छीटें उछालने में जुट गए हैं। ऐसी ही एक डिबेट में कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम (Acharya Pramod Krishnam) और बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया (Gaurav Bhatia) पहुंचे हुए थे। दोनों में इस दौरान तीखी बहस (Acharya Pramod Krishnam and Gaurav Bhatia debate) हुई। हालांकि, यह तब शबाब पर पहुंच गई जब मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) के फेक ट्वीट पर भाटिया ने सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि आखिर दिग्विजय ने इस पर माफी क्यों नहीं मांगी। इस बात से आचार्य प्रमोद कृष्णम बौखला गए। उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि जब आपने चीन के हवाई अड्डे की गलत तस्वीर छापी थी तो क्या माफी मांगी थी। आइए, जानते हैं इस पूरे मामले के बारे में।
हाल में कुछ राज्यों में नामनवमी के जुलूस पर पथराव हुआ था। इनमें मध्यप्रदेश और गुजरात शामिल थे। तमाम टीवी चैनलों में हिंसा के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा जारी है। ऐसे ही एक शो में कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम और बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया शिरकत कर रहे थे। इस दौरान दिग्विजय सिंह के फेक ट्वीट का भी जिक्र आया।
डिबेट में आचार्य प्रमोद कृष्णम कांग्रेस का पक्ष रख रहे थे। उन्होंने कहा कि वह पूरी ईमानदारी से कहते हैं कि अगर राजस्थान के करौली में दंगा होता है तो उसकी जिम्मेदारी अशोक गहलोत की है।
वह आगे तंज कसते हुए बोले कि मध्यप्रदेश और गुजरात के अंदर दंगा होता है तो भी यही कहा जाता है कि उसकी जिम्मेदारी दिग्विजय सिंह की है। राहुल गांधी की है। कांग्रेस की है। आचार्य प्रमोद कृष्णम की है। अरे इन राज्यों में सरकार कौन चला रहा है।
जब एंकर ने कहा कि दिग्विजय सिंह ने फेक ट्वीट कर भद्द क्यों पिटा दी तो कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर दिग्विजय सिंह ने फेक ट्वीट पोस्ट किया तो उसको हटा दिया।
आचार्य के यह कहते ही गौरव भाटिया तपाक से बोले- माफी मांगी? भाटिया का यह पूछना ही था कि कांग्रेस नेता बौखला गए। उन्होंने कहा, ‘अरे आपने चीन के हवाई अड्डे का फोटो छाप दिया माफी मांगी क्या? आपने अपनी महबूबा फूकी को मुख्यमंत्री बना दिया माफी मांगी?’
इसके बाद दोनों के बीच कहासुनी और बढ़ गई। भाटिया सोनिया गांधी और आतंकवादियों का जिक्र करने लगे। आचार्य ने कहा कि वह पहले ही बोले थे कि गौरव भाटिया बीच में टोकते ही रहेंगे वही वह कर रहे हैं।
इसके आगे आचार्य बोले, ‘मुझे जवाब दीजिएगा इस देश पर हमला करने वाले आतंकियों को आपकी सरकार कंधार छोड़ने गई थी। आप देशभक्त हो गए। वहीं, इंदिरा गांधी की इस मिट्टी में शहादत हुई वो देशद्रोही हो गईं। अरे आपने आतंकवादियों को शहीद कहने वाली महबूबा फूफी को मुख्यमंत्री बनाया। आप देशभक्त हो गए। सुनिए, कसाब को फांसी पर लटकाने का काम कांग्रेस की हुकूमत में हुआ। अफजल गुरु को भी कांग्रेस की हुकूमत ने ही फांसी से लटकाया। जब महबूबा फूफी आपकी मुख्यमंत्री थीं तो आपने 9 हजार से ज्यादा पत्थरबाजों को छोड़ने का काम किया।’
डिबेट में आचार्य प्रमोद कृष्णम कांग्रेस का पक्ष रख रहे थे। उन्होंने कहा कि वह पूरी ईमानदारी से कहते हैं कि अगर राजस्थान के करौली में दंगा होता है तो उसकी जिम्मेदारी अशोक गहलोत की है।
वह आगे तंज कसते हुए बोले कि मध्यप्रदेश और गुजरात के अंदर दंगा होता है तो भी यही कहा जाता है कि उसकी जिम्मेदारी दिग्विजय सिंह की है। राहुल गांधी की है। कांग्रेस की है। आचार्य प्रमोद कृष्णम की है। अरे इन राज्यों में सरकार कौन चला रहा है।
जब एंकर ने कहा कि दिग्विजय सिंह ने फेक ट्वीट कर भद्द क्यों पिटा दी तो कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर दिग्विजय सिंह ने फेक ट्वीट पोस्ट किया तो उसको हटा दिया।
आचार्य के यह कहते ही गौरव भाटिया तपाक से बोले- माफी मांगी? भाटिया का यह पूछना ही था कि कांग्रेस नेता बौखला गए। उन्होंने कहा, ‘अरे आपने चीन के हवाई अड्डे का फोटो छाप दिया माफी मांगी क्या? आपने अपनी महबूबा फूकी को मुख्यमंत्री बना दिया माफी मांगी?’
इसके बाद दोनों के बीच कहासुनी और बढ़ गई। भाटिया सोनिया गांधी और आतंकवादियों का जिक्र करने लगे। आचार्य ने कहा कि वह पहले ही बोले थे कि गौरव भाटिया बीच में टोकते ही रहेंगे वही वह कर रहे हैं।
इसके आगे आचार्य बोले, ‘मुझे जवाब दीजिएगा इस देश पर हमला करने वाले आतंकियों को आपकी सरकार कंधार छोड़ने गई थी। आप देशभक्त हो गए। वहीं, इंदिरा गांधी की इस मिट्टी में शहादत हुई वो देशद्रोही हो गईं। अरे आपने आतंकवादियों को शहीद कहने वाली महबूबा फूफी को मुख्यमंत्री बनाया। आप देशभक्त हो गए। सुनिए, कसाब को फांसी पर लटकाने का काम कांग्रेस की हुकूमत में हुआ। अफजल गुरु को भी कांग्रेस की हुकूमत ने ही फांसी से लटकाया। जब महबूबा फूफी आपकी मुख्यमंत्री थीं तो आपने 9 हजार से ज्यादा पत्थरबाजों को छोड़ने का काम किया।’