किसानों के लिए मददगार साबित होगी ‘नैनो यूरिया’ | Nano urea helpful for farmers | Patrika News h3>
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सोमवार को कहा कि नैनो तकनीक पर आधारित उर्वरक ‘नैनो यूरिया’ का सभी विश्वविद्यालयों में सफल परीक्षण किया गया है। किसानों के लिए नैनो यूरिया उपलब्ध कराने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षा निकट भविष्य में एक वास्तविकता बनेगा।
जयपुर
Published: March 08, 2022 06:29:29 pm
बेंगलूरु. मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सोमवार को कहा कि नैनो तकनीक पर आधारित उर्वरक ‘नैनो यूरिया’ का सभी विश्वविद्यालयों में सफल परीक्षण किया गया है। किसानों के लिए नैनो यूरिया उपलब्ध कराने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षा निकट भविष्य में एक वास्तविकता बनेगा। उन्होंने सोमवार को नैनो टेक्नोलॉजी क्षेत्र की प्रमुख प्रदर्शनी तीन दिवसीय बेंगलूरु इंडिया नैनो समिट के 12वें संस्करण का उद्घाटन करने के बाद यह बात कही। उन्होंने कहा कि नैनो तकनीक सबसे छोटे स्तर पर कुशल तरीके से ऊर्जा के प्रबंधन में मदद करेगी। छोटे स्तर पर कुशल ऊर्जा प्रबंधन से भी स्थिरता आने की उम्मीद है। 180 अनुसंधान एवं विकास संस्थानों (सार्वजनिक और निजी सहित) के साथ बेंगलूरु शहर में नैनो प्रौद्योगिकी के विकास को बढ़ावा देने के लिए एक बहुत ही अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र है। अनुसंधान और विकास संस्थानो, शैक्षणिक संस्थानों और छात्रों के बीच तालमेल प्रयोगशाला के निष्कर्षों को विपणन योग्य उत्पादों में अनुवाद करने में मदद करेगा।
कार्यक्रम में मंच पर आसीन मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई।
नैनो तकनीक नीति बनाएगी सरकार सतत भविष्य के लिए नैनो शीर्षक इस समिट को संबोधित कर रहे विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. सीएन अश्वथनारायण ने कहा कि राज्य सरकार नैनो-प्रौद्योगिकी नीति भी बनाएगी। नैनो टेक्नोलॉजी में पानी, स्वास्थ्य, ऊर्जा, कृषि जैसे सभी महत्वपूर्ण क्षेत्र शामिल हैं। अगले पांच वर्ष में नैनो टेक्नोलॉजी में 300 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की क्षमता है। सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित व स्टेट विजनरी ग्रुप फॉर नैनो टेक्नोलॉजी के मानद अध्यक्ष प्रख्यात वैज्ञानिक डॉ. सीएनआर राव ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। स्टेट विजनरी ग्रुप फॉर नैनो टेक्नोलॉजी के अध्यक्ष प्रो. नवकांत भट ने कहा कि नैनो टेक्नोलॉजी से बनने वाले उत्पाद आने वाले वर्षों में उल्लेखनीय बदलाव लाएंगे। इस अवसर पर शास्त्र डीम्ड विश्वविद्यालय के एस. स्वामीनाथन को नैनो टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में उपलब्धि के लिए डॉ. सीएनआर राव प्रायोजित पुरस्कार से सम्मानित किया गया। स्वामीनाथन ने कहा कि नैनो टेक्नोलॉजी ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी की सभी शाखाओं में प्रवेश कर लिया है।
नैनो टेक्नोलॉजी से बढ़ेंगे अवसर केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने अपने रिकॉर्ड किए गए भाषण में कहा कि विशेष कर कोरोना महामारी के बाद से पूरी दुनिया तकनीकी क्षेत्र में महत्वपूर्ण भागीदारी की तलाश में थी और नैनो टेक्नोलॉजी से उद्योग के लिए बड़े अवसर पैदा होंगे। इजराइल, जापान, जर्मनी, कनाडा सहित 10 से अधिक देश इस समिट में भाग ने रहे हैं। नैनो-मेडिसिन, नैनो-फोटोनिक्स, नैनो-टेक्सटाइल, हाइड्रोजन प्रौद्योगिकी पर विशेष चर्चा होगी।
निर्मला ने उद्यमियों को किया संबोधित केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने समिट के पहले दिन सोमवार को आइटी/बीटी, स्टार्टअप और सेमीकंडक्टर क्षेत्रों के प्रमुख उद्यमियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर क्षेत्र में मौजूद अधिकांश आर्थिक अवसर का लाभ उठाने के लिए केंद्र सरकार ने विशेष योजना बनाई है। बैठक के दौरान राज्य के उद्यमियों ने आइटी क्षेत्र में निर्यात को और बढ़ाने के लिए उठाए जाने वाले कदमों की ओर वित्त मंत्री का ध्यान आकर्षित किया।
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मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सोमवार को कहा कि नैनो तकनीक पर आधारित उर्वरक ‘नैनो यूरिया’ का सभी विश्वविद्यालयों में सफल परीक्षण किया गया है। किसानों के लिए नैनो यूरिया उपलब्ध कराने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षा निकट भविष्य में एक वास्तविकता बनेगा।
जयपुर
Published: March 08, 2022 06:29:29 pm
बेंगलूरु. मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सोमवार को कहा कि नैनो तकनीक पर आधारित उर्वरक ‘नैनो यूरिया’ का सभी विश्वविद्यालयों में सफल परीक्षण किया गया है। किसानों के लिए नैनो यूरिया उपलब्ध कराने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षा निकट भविष्य में एक वास्तविकता बनेगा। उन्होंने सोमवार को नैनो टेक्नोलॉजी क्षेत्र की प्रमुख प्रदर्शनी तीन दिवसीय बेंगलूरु इंडिया नैनो समिट के 12वें संस्करण का उद्घाटन करने के बाद यह बात कही। उन्होंने कहा कि नैनो तकनीक सबसे छोटे स्तर पर कुशल तरीके से ऊर्जा के प्रबंधन में मदद करेगी। छोटे स्तर पर कुशल ऊर्जा प्रबंधन से भी स्थिरता आने की उम्मीद है। 180 अनुसंधान एवं विकास संस्थानों (सार्वजनिक और निजी सहित) के साथ बेंगलूरु शहर में नैनो प्रौद्योगिकी के विकास को बढ़ावा देने के लिए एक बहुत ही अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र है। अनुसंधान और विकास संस्थानो, शैक्षणिक संस्थानों और छात्रों के बीच तालमेल प्रयोगशाला के निष्कर्षों को विपणन योग्य उत्पादों में अनुवाद करने में मदद करेगा।
कार्यक्रम में मंच पर आसीन मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई।
नैनो तकनीक नीति बनाएगी सरकार सतत भविष्य के लिए नैनो शीर्षक इस समिट को संबोधित कर रहे विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. सीएन अश्वथनारायण ने कहा कि राज्य सरकार नैनो-प्रौद्योगिकी नीति भी बनाएगी। नैनो टेक्नोलॉजी में पानी, स्वास्थ्य, ऊर्जा, कृषि जैसे सभी महत्वपूर्ण क्षेत्र शामिल हैं। अगले पांच वर्ष में नैनो टेक्नोलॉजी में 300 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की क्षमता है। सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित व स्टेट विजनरी ग्रुप फॉर नैनो टेक्नोलॉजी के मानद अध्यक्ष प्रख्यात वैज्ञानिक डॉ. सीएनआर राव ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। स्टेट विजनरी ग्रुप फॉर नैनो टेक्नोलॉजी के अध्यक्ष प्रो. नवकांत भट ने कहा कि नैनो टेक्नोलॉजी से बनने वाले उत्पाद आने वाले वर्षों में उल्लेखनीय बदलाव लाएंगे। इस अवसर पर शास्त्र डीम्ड विश्वविद्यालय के एस. स्वामीनाथन को नैनो टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में उपलब्धि के लिए डॉ. सीएनआर राव प्रायोजित पुरस्कार से सम्मानित किया गया। स्वामीनाथन ने कहा कि नैनो टेक्नोलॉजी ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी की सभी शाखाओं में प्रवेश कर लिया है।
नैनो टेक्नोलॉजी से बढ़ेंगे अवसर केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने अपने रिकॉर्ड किए गए भाषण में कहा कि विशेष कर कोरोना महामारी के बाद से पूरी दुनिया तकनीकी क्षेत्र में महत्वपूर्ण भागीदारी की तलाश में थी और नैनो टेक्नोलॉजी से उद्योग के लिए बड़े अवसर पैदा होंगे। इजराइल, जापान, जर्मनी, कनाडा सहित 10 से अधिक देश इस समिट में भाग ने रहे हैं। नैनो-मेडिसिन, नैनो-फोटोनिक्स, नैनो-टेक्सटाइल, हाइड्रोजन प्रौद्योगिकी पर विशेष चर्चा होगी।
निर्मला ने उद्यमियों को किया संबोधित केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने समिट के पहले दिन सोमवार को आइटी/बीटी, स्टार्टअप और सेमीकंडक्टर क्षेत्रों के प्रमुख उद्यमियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर क्षेत्र में मौजूद अधिकांश आर्थिक अवसर का लाभ उठाने के लिए केंद्र सरकार ने विशेष योजना बनाई है। बैठक के दौरान राज्य के उद्यमियों ने आइटी क्षेत्र में निर्यात को और बढ़ाने के लिए उठाए जाने वाले कदमों की ओर वित्त मंत्री का ध्यान आकर्षित किया।
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