उदयपुर नव संकल्प पर अमल: अब कांग्रेस भी बनेगी ‘प्रोफेशनल’, देशभर में 6500 पूर्णकालिक कार्यकर्ता नियुक्त करने की तैयारी | Implementation of Udaipur Nav Sankalp: Congress to appoint 6500 worker | Patrika News h3>
भाजपा से लड़ना है तो पेशेवर बनना होगा उदयपुर चिंतन शिविर के संकल्पों और प्रस्तावों को कार्यान्वित करने के लिए मंगलवार 17 मई को अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआइसीसी) में पार्टी महासचिवों और राज्य प्रभारियों की पहली बैठक में पूर्ण कालिक कार्यकर्ता या ऑवजर्वर नियुक्त करने से लेकर अन्य तमाम बड़े कदमों की घोषणा को मूर्त रूप देने पर चर्चा हुई। उदयपुर संकल्प को कार्यान्वित करने को लेकर पार्टी की तेज चाल साफ संकेत देता है कि कांग्रेस को अहसास हो गया है कि चुनावी राजनीति के तेजी से बदले स्वरूप में पुराने ढर्रे के परंपरागत चुनाव प्रबंधन तंत्र से काम नहीं चलेगा। प्रशांत किशोर को कांंग्रेस में शामिल करने के पीछे भी कांग्रेस की यही सोच थी। कांग्रेस के रणनीतिकारों का मानना है कि भाजपा की बूथ स्तर तक की चुनावी मशीनरी का उसी तर्ज पर पेशेवर यानी प्रोफेशनल तरीके से मुकाबला करना होगा। इसके मद्देनजर ही पार्टी सभी लोकसभा और विधानसभा सीटों पर फुलटाइम कार्यकर्ताओं को नियुक्त करने जा रही है। बता दें, कांग्रेस अभी केवल चुनाव के समय लोकसभा या विधानसभा सीटों पर सीधे कार्यकर्ता या आव्जर्वर भेजती थी और ये कार्यकर्ता रणनीति पर काम करने के बजाय टिकट दिलाने जैसी भूमिका में ज्यादा दिलचस्पी दिखाते रहे हैं।
पब्लिक इनसाइट डिपार्टमेंट को रिपोर्ट करेंगे ये कार्यकर्ता कांग्रेस नेताओं का मानना है कि चुनाव लड़ने में भाजपा का सिस्टम काफी आगे है। वह कई मोर्चों पर चुनाव की तैयारी करती है। ऐसे में कांग्रेस भी लोकसभा और विधानसभा क्षेत्रों में पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं की नियुक्ति करेगी। जरूरत पड़ने पर पार्टी इन्हें भुगतान भी करेगी। ये संबंधित इलाकों में रहकर वहां के धार्मिक, जाति, त्योहार, मेले, धार्मिक उत्सव, प्रभाव डालने वाली धर्म-जाति समेत कई अन्य तरह की जानकारियां जुटाएंगे। ये कार्यकर्ता पब्लिक इनसाइट डिपार्टमेंट को रिपोर्ट करेंगे।
बूथ लेवल पर प्रत्येक 40 घर पर एक कार्यकर्ता करेगा संवाद सूत्रों के अनुसार, इसके अलावा पार्टी की रणनीति अब सिर्फ चुनाव के समय नहीं, हर समय एक्टिव रहने की है। इसी रणनीति के तहत अब योजना है कि बूथ लेवल पर प्रत्येक 40 घर पर एक कार्यकर्ता को उनसे निरंतर संवाद रखने की जिम्मेदारी दी जाए। जिससे जमीनी स्तर पर कांग्रेस के खिलाफ किए जाने वाले दुष्प्रचार का मुकाबला कर अपनी बात भी लोगों तक पहुंचाई जा सके। इसके तहत इन कार्यकर्ताओं को अपने-अपने इलाकों के हर सामाजिक समूह मसलन डाक्टर, वकील, पेशेवर, नाई, पुजारी आदि का डाटा बैंक तैयार कर इनसे जुड़ाव बढ़ाने की भी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
भाजपा से लड़ना है तो पेशेवर बनना होगा उदयपुर चिंतन शिविर के संकल्पों और प्रस्तावों को कार्यान्वित करने के लिए मंगलवार 17 मई को अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआइसीसी) में पार्टी महासचिवों और राज्य प्रभारियों की पहली बैठक में पूर्ण कालिक कार्यकर्ता या ऑवजर्वर नियुक्त करने से लेकर अन्य तमाम बड़े कदमों की घोषणा को मूर्त रूप देने पर चर्चा हुई। उदयपुर संकल्प को कार्यान्वित करने को लेकर पार्टी की तेज चाल साफ संकेत देता है कि कांग्रेस को अहसास हो गया है कि चुनावी राजनीति के तेजी से बदले स्वरूप में पुराने ढर्रे के परंपरागत चुनाव प्रबंधन तंत्र से काम नहीं चलेगा। प्रशांत किशोर को कांंग्रेस में शामिल करने के पीछे भी कांग्रेस की यही सोच थी। कांग्रेस के रणनीतिकारों का मानना है कि भाजपा की बूथ स्तर तक की चुनावी मशीनरी का उसी तर्ज पर पेशेवर यानी प्रोफेशनल तरीके से मुकाबला करना होगा। इसके मद्देनजर ही पार्टी सभी लोकसभा और विधानसभा सीटों पर फुलटाइम कार्यकर्ताओं को नियुक्त करने जा रही है। बता दें, कांग्रेस अभी केवल चुनाव के समय लोकसभा या विधानसभा सीटों पर सीधे कार्यकर्ता या आव्जर्वर भेजती थी और ये कार्यकर्ता रणनीति पर काम करने के बजाय टिकट दिलाने जैसी भूमिका में ज्यादा दिलचस्पी दिखाते रहे हैं।
पब्लिक इनसाइट डिपार्टमेंट को रिपोर्ट करेंगे ये कार्यकर्ता कांग्रेस नेताओं का मानना है कि चुनाव लड़ने में भाजपा का सिस्टम काफी आगे है। वह कई मोर्चों पर चुनाव की तैयारी करती है। ऐसे में कांग्रेस भी लोकसभा और विधानसभा क्षेत्रों में पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं की नियुक्ति करेगी। जरूरत पड़ने पर पार्टी इन्हें भुगतान भी करेगी। ये संबंधित इलाकों में रहकर वहां के धार्मिक, जाति, त्योहार, मेले, धार्मिक उत्सव, प्रभाव डालने वाली धर्म-जाति समेत कई अन्य तरह की जानकारियां जुटाएंगे। ये कार्यकर्ता पब्लिक इनसाइट डिपार्टमेंट को रिपोर्ट करेंगे।
बूथ लेवल पर प्रत्येक 40 घर पर एक कार्यकर्ता करेगा संवाद सूत्रों के अनुसार, इसके अलावा पार्टी की रणनीति अब सिर्फ चुनाव के समय नहीं, हर समय एक्टिव रहने की है। इसी रणनीति के तहत अब योजना है कि बूथ लेवल पर प्रत्येक 40 घर पर एक कार्यकर्ता को उनसे निरंतर संवाद रखने की जिम्मेदारी दी जाए। जिससे जमीनी स्तर पर कांग्रेस के खिलाफ किए जाने वाले दुष्प्रचार का मुकाबला कर अपनी बात भी लोगों तक पहुंचाई जा सके। इसके तहत इन कार्यकर्ताओं को अपने-अपने इलाकों के हर सामाजिक समूह मसलन डाक्टर, वकील, पेशेवर, नाई, पुजारी आदि का डाटा बैंक तैयार कर इनसे जुड़ाव बढ़ाने की भी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।