इंदौर में पंडित प्रदीप मिश्रा बता रहे संकट दूर करने के उपाय, बनेंगे बिगड़े काम | Pandit Pradeep Mishra is telling measures to overcome crisis in indore | Patrika News h3>
जानकारी के अनुसार सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा का आयोजन इंदौर शहर के अन्नपूर्णा रोड स्थित मैदान पर किया जा रहा है, कथा का वाचन 24 जुलाई से 30 जुलाई तक प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक किया जाएगा, सावन माह में आयोजित इस कथा में प्रतिदिन सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक पार्थिव शिवलिंग का निर्माण होगा। कथा के लिए पांच पंडाल बनाए गए हैं। हर पंडाल में लगभग 50 हजार श्रद्धालु बैठ सकेंगे। इस प्रकार कुल ढ़ाई लाख श्रद्धालु तक इस कथा का आनंद ले रहे हैं।
आपको बतादें कि पंडित प्रदीप मिश्रा कथा के दौरान ही शिव पूजा और बिल्वपत्र आदि के माध्यम से भक्तों को विभिन्न समस्याओं के निवारण के बारे में बताते हैं, वे भोलेनाथ को प्रसन्न करने के तरीके भी बताते हैं। इंदौर में हो रही कथा में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है, क्योंकि इंदौर मध्यप्रदेश के सेंटर में होने के साथ ही आवाजाही में भी विभिन्न शहरों और अन्य प्रदेशों से पास पड़ता है। यहां आवाजाही के भी सुगम साधन हैं।
सिर पर तिलक लगाने में शर्म कैसी
कथा में पंडित मिश्रा ने कहा कि सिर पर लितक लगाने व हाथ में जल का कलश लेकर मंदिर जाने में शर्म कैसी। लोग तो देखेंगे, हंसेंगे। ये तो लोगों का काम है, लेकिन हमें तो शिव की आराधना से मतलब है। वो सब देख रहा है। राजा-महाराजाओं को रणभूमि में जाने से पहले विजय तिलक लगाते थे। तिलक हमारे सनातन की पहचान है। इसके साथ ही कथा में भक्तों को सावन मास में शिव की पूजा-अर्चना करने के कई उपाय व पूजा पद्धति बताई।
शहर में आयोजित पंडित प्रदीप मिश्री की महाशिवपुराण की कथा के पांच दिन हो गए। लाखों लोग कथा सुनने पहुंच रहे है। इतनी भीड़ के रोजाना पहुंचने के बाद भी क्षेत्र में एक बार भी ट्रैफिक व्यवस्था नहीं बिगड़ी। पुलिस प्रशासन, वालियंटर्स कई घंटे ड्यूटी दे रहे हैं।
गुरुवार को भी ट्रैफिक व आयोजन स्थल की व्यवस्था रही। कथा स्थल के समीप तक लोगों को वाहन ले जाने की सुविधा मिल रही है। जिससे लोगों को ज्यादा पैदल नहीं चलना पड़ रहा। नगर सेवा की बसें, रिक्शा,सीटी बसों की भी कथा के रुट पर संख्या बढ़ाई है।
कथा विशाल नगर के मैदान पर हो रही है। पांच विशाल डोम श्रद्धालुओं के बैठने के लिए है। इसके बाद भी श्रद्धालु ज्यादा पहुंचने से डोम के बाहर तक सैकड़ों लोगों को बैठना पड़ा। कथा स्थल तक पहुंचने के लिए पांच गेट है। ऐसे में प्रशासन ने पांच जगहों से आने-जाने की व्यवस्था की। जिससे भीड़ कंट्रोल में है। कथा गोपुर चौराहा रिंग रोड व राजेंद्र नगर-अन्नपूर्णा रोड के बीच विशाल नगर के मैदान में हो रही है। प्रशासन ने दोनों रुटों से आने-जाने की व्यवस्था की है।
शिवभक्तों के लिए सैकड़ों वालियंटर्स बने
शिव भक्तों के लिए सैकड़ों लोग वालियंटर्स बने है। बड़े-बुजुर्ग, नौजवान सभी ट्रैफिक व्यवस्था के साथ कथा पांडाल की व्यवस्था संभाल रहे है। वहीं पुलिस-ट्रैफिक के जवान भी चौराहों व आयोजन स्थल पर तैनात है।
जनता सहयोग कर रही
कथा आयोजन को लेकर पुलिस प्रशासन व वालियंटर्स ने अच्छे से व्यवस्था संभाली हुई है। ट्रैफिक पुलिस के 70 से अधिक जवान तैनात है। बड़ी तादात में लोगों के पहुंचने के बाद भी ट्रैफिक व्यवस्था नहीं बिगढऩे दे रहे है। इसमें आमजनता भी सहयोग कर रही है।
– अरविंद तिवारी, एसीपी ट्रैफिक पुलिस
जानकारी के अनुसार सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा का आयोजन इंदौर शहर के अन्नपूर्णा रोड स्थित मैदान पर किया जा रहा है, कथा का वाचन 24 जुलाई से 30 जुलाई तक प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक किया जाएगा, सावन माह में आयोजित इस कथा में प्रतिदिन सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक पार्थिव शिवलिंग का निर्माण होगा। कथा के लिए पांच पंडाल बनाए गए हैं। हर पंडाल में लगभग 50 हजार श्रद्धालु बैठ सकेंगे। इस प्रकार कुल ढ़ाई लाख श्रद्धालु तक इस कथा का आनंद ले रहे हैं।
आपको बतादें कि पंडित प्रदीप मिश्रा कथा के दौरान ही शिव पूजा और बिल्वपत्र आदि के माध्यम से भक्तों को विभिन्न समस्याओं के निवारण के बारे में बताते हैं, वे भोलेनाथ को प्रसन्न करने के तरीके भी बताते हैं। इंदौर में हो रही कथा में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है, क्योंकि इंदौर मध्यप्रदेश के सेंटर में होने के साथ ही आवाजाही में भी विभिन्न शहरों और अन्य प्रदेशों से पास पड़ता है। यहां आवाजाही के भी सुगम साधन हैं।
सिर पर तिलक लगाने में शर्म कैसी
कथा में पंडित मिश्रा ने कहा कि सिर पर लितक लगाने व हाथ में जल का कलश लेकर मंदिर जाने में शर्म कैसी। लोग तो देखेंगे, हंसेंगे। ये तो लोगों का काम है, लेकिन हमें तो शिव की आराधना से मतलब है। वो सब देख रहा है। राजा-महाराजाओं को रणभूमि में जाने से पहले विजय तिलक लगाते थे। तिलक हमारे सनातन की पहचान है। इसके साथ ही कथा में भक्तों को सावन मास में शिव की पूजा-अर्चना करने के कई उपाय व पूजा पद्धति बताई।
शहर में आयोजित पंडित प्रदीप मिश्री की महाशिवपुराण की कथा के पांच दिन हो गए। लाखों लोग कथा सुनने पहुंच रहे है। इतनी भीड़ के रोजाना पहुंचने के बाद भी क्षेत्र में एक बार भी ट्रैफिक व्यवस्था नहीं बिगड़ी। पुलिस प्रशासन, वालियंटर्स कई घंटे ड्यूटी दे रहे हैं।
गुरुवार को भी ट्रैफिक व आयोजन स्थल की व्यवस्था रही। कथा स्थल के समीप तक लोगों को वाहन ले जाने की सुविधा मिल रही है। जिससे लोगों को ज्यादा पैदल नहीं चलना पड़ रहा। नगर सेवा की बसें, रिक्शा,सीटी बसों की भी कथा के रुट पर संख्या बढ़ाई है।
कथा विशाल नगर के मैदान पर हो रही है। पांच विशाल डोम श्रद्धालुओं के बैठने के लिए है। इसके बाद भी श्रद्धालु ज्यादा पहुंचने से डोम के बाहर तक सैकड़ों लोगों को बैठना पड़ा। कथा स्थल तक पहुंचने के लिए पांच गेट है। ऐसे में प्रशासन ने पांच जगहों से आने-जाने की व्यवस्था की। जिससे भीड़ कंट्रोल में है। कथा गोपुर चौराहा रिंग रोड व राजेंद्र नगर-अन्नपूर्णा रोड के बीच विशाल नगर के मैदान में हो रही है। प्रशासन ने दोनों रुटों से आने-जाने की व्यवस्था की है।
शिवभक्तों के लिए सैकड़ों वालियंटर्स बने
शिव भक्तों के लिए सैकड़ों लोग वालियंटर्स बने है। बड़े-बुजुर्ग, नौजवान सभी ट्रैफिक व्यवस्था के साथ कथा पांडाल की व्यवस्था संभाल रहे है। वहीं पुलिस-ट्रैफिक के जवान भी चौराहों व आयोजन स्थल पर तैनात है।
जनता सहयोग कर रही
कथा आयोजन को लेकर पुलिस प्रशासन व वालियंटर्स ने अच्छे से व्यवस्था संभाली हुई है। ट्रैफिक पुलिस के 70 से अधिक जवान तैनात है। बड़ी तादात में लोगों के पहुंचने के बाद भी ट्रैफिक व्यवस्था नहीं बिगढऩे दे रहे है। इसमें आमजनता भी सहयोग कर रही है।
– अरविंद तिवारी, एसीपी ट्रैफिक पुलिस