आम के बंगले में विराजमान हुए बांके बिहारी: दर्शन कर आनंद में डूबे श्रद्धालु,108 दिन तक बनाए जा रहे हैं फूल बंगला – Mathura News h3>
आम एवं अन्य फलों से बने बंगला में विराजमान भगवान की छवि के दर्शन कर भक्त आनंद में सराबोर हो गए और लगाने लगे जयकारे (वायरल फोटो)
विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में आम का बंगला सजाया गया। इस आम के बंगला में भगवान बांके बिहारी जी को विराजमान किया गया। आम एवं अन्य फलों से बने बंगला में विराजमान भगवान की छवि के दर्शन कर भक्त आनंद में सराबोर हो गए और लगाने लगे जयकारे।
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कुंज का दिया स्वरूप
शुक्रवार शाम को बांके बिहारी मंदिर खुला तो भक्त वहां की गई सजावट देख अचंभित हो गए। मंदिर के अंदर आंगन,जगमोहन सभी जगह को कुंज यानी हरियाली युक्त सजाया गया था। देसी विदेशी फूलों की सुगंध से पूरा मंदिर महक रहा था। ऐसा लग रहा था जैसे वर्षों पुराने उस वृंदावन में आ गए जहां बाग बगीचे हुआ करते थे।
शुक्रवार शाम को बांके बिहारी मंदिर खुला तो भक्त वहां की गई सजावट देख अचंभित हो गए
20 कुंतल आम का किया गया प्रयोग
रायबेल,गुलाब,रजनीगंधा आदि फूलों के अलावा शुक्रवार शाम को बनाए गए फूल बंगला में फलों का भी प्रयोग किया गया। आंगन में की गई सजावट में जगह जगह आम,सेब,अनार, संतरा,केला आदि फल लगाए गए थे। जबकि जिस स्थान पर भगवान बांके बिहारी जी विराजमान थे वहां केवल आम का ही प्रयोग किया गया। बंगला बनाने में बताया जा रहा है कि करीब 20 कुंतल आम का प्रयोग किया गया था।
आंगन में की गई सजावट में जगह जगह आम,सेब,अनार, संतरा,केला आदि फल लगाए गए थे
शीतलता देने के लिए बनाए जाते हैं फूल बंगला
ब्रज के मंदिरों में फूल बंगला बनाने की परंपरा सैकड़ों वर्ष पुरानी है। रसिक संत,ब्रजवासी अपने लाडले आराध्य भगवान को भीषण गर्मी से बचाने के लिए कुंज में विराजमान करते थे। बाद में धीरे धीरे कुंज का स्वरूप फूल बंगलों में तब्दील हो गया। बांके बिहारी मंदिर में फूल बंगला गर्मियों में 108 दिन तक बनाए जाते हैं। सुबह शाम अलग अलग बनने वाले फूल बंगला में भगवान को विराजमान किया जाता है।
भक्त करते हैं सेवा
बांके बिहारी मंदिर में बनने वाले फूल बंगला भक्तों द्वारा बनवाए जाते हैं। 108 दिन में बनने वाले 216 फूल बंगला के लिए अलग अलग भक्त सेवा करते हैं। भगवान बांके बिहारी के फूल बंगला बनवाने के लिए भक्तों को दो दो साल तक इंतजार करना पड़ता है। भक्त का भाव होता है कि वह कैसा फूल बंगला बनवाएगा। भक्त के भाव के अनुरूप ही मंदिर में फूल बंगला बना दिया जाता है।