आज सबसे बड़ा दिन, सबसे छोटी रात, सूर्योदय-सूर्यास्त के बीच 13.5 घंटे का अंतर | Today is the longest day, the shortest night | Patrika News h3>
भोपालPublished: Jun 20, 2023 10:33:17 pm
आज साल का सबसे बड़ा दिन होगा और सबसे छोटी रात। 21 जून को सूर्य उत्तरी गोलाद्र्ध में कर्क रेखा पर लंबवत होगा। सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच 13 घंटे 33 मिनट का का अंतर होगा। भोपाल से 35 किमी दूर सांची से पहले सलामतपुर के पास कर्क रेखा गुजरती है। यहां दोपहर 12 बजे के बाद खड़े होने पर कुछ समय के लिए परछाई भी साथ छोड़ देगी। क महत्व है।
kark rekha
भोपाल में सूर्योदय
– सूर्यादय सुबह 5.36 मिनट
– सूर्यास्त- शाम 7.09 मिनट
-अंतर 13 घंटे 33 मिनट
भोपाल. आज साल का सबसे बड़ा दिन होगा और सबसे छोटी रात। 21 जून को सूर्य उत्तरी गोलाद्र्ध में कर्क रेखा पर लंबवत होगा। सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच 13 घंटे 33 मिनट का का अंतर होगा। भोपाल से 35 किमी दूर सांची से पहले सलामतपुर के पास कर्क रेखा गुजरती है। यहां दोपहर 12 बजे के बाद खड़े होने पर कुछ समय के लिए परछाई भी साथ छोड़ देगी। क्योंकि, सूर्य एकदम सीध में होता है। वैज्ञानिकों के अनुसार यह एक सामान्य घटना है, जो हर साल आती है। भोपाल कर्क रेखा के करीब है, इसलिए यहां इसका अधिक महत्व है।
……………
एक्सपर्ट व्यू
दिन होने लगेगा छोटा
प्रबॉल राय, वैज्ञानिक
प्रमुख, रविन्द्रनाथ टैगोर विवि विज्ञान संचार केंद्र
उत्तरी गोलाद्र्ध में कर्क रेखा एक कल्पनिक रेखा है। यह गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और पश्चिम बंगाल राज्यों से होकर गुजरती है। 21 जून को परछाई गायब नहीं होती है, बल्कि दोपहर 12 बजे के बाद सूर्य जब एकदम हमारे सिर के ऊपर अर्थात सीध में होता है, उस समय कुछ समय तक परछाईं पैरों के बीच होती है, इसलिए वह दिखाई नहीं देती। यह सामान्य प्रक्रिया है। सूर्य का अक्ष 23 डिग्री झुका हुआ है, और सूर्य का प्रवेश दक्षिणी गोलार्ध की ओर होता है। इसलिए 21 जून को बड़ा दिन होता है। इसके बाद आगे एक दो दिन भी दिन इसी तरह रहेंगे, इसके बाद धीरे-धीरे दिन छोटे होने लगेंगे।
……………..
उत्तरी गोलार्ध में सबसे लंबा दिन
डॉ. एके शुक्ला
मौसम विशेषज्ञ
21 जून को उत्तरी गोलार्ध में सबसे लंबा दिन होता है। क्योंकि सूर्य ठीक कर्क रेखा के ऊपर आता है, जिसके कारण लगभग साढ़े 13 घंटे का दिन होता है। पृथ्वी सूर्य के चारों ओर परिक्रमा करती है। जिसके कारण सीजन बनते हैं और सूर्य की कक्षा में परिक्रमा करती है। परिक्रमा के दौरान 21 जून को दोपहर में ऐसी स्थिति बनती है जब सूर्य कर्क रेखा के ऊपर होता है।
……………….
सूर्य होने लगते हैं दक्षिणायण
पं.विनोद गौतम
ज्योतिष मठ संस्थान
21 जून से धीरे-धीरे सूर्य दक्षिणायण होने लगते हैं। 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर सूर्य उत्तरायण होते हैं। जबकि, जून के आखिरी सप्ताह में सूर्य दक्षिणायण होने लगते हैं। यह ऋतु परिवर्तन का भी संकेत है। इसी के साथ वर्षाऋतु की शुरुआत हो जाती है। 22 जून को सूर्य के आद्र्रा नक्षत्र में प्रवेश के साथ ही वर्षा ऋतु की शुरुआत होगी।
उमध्यप्रदेश की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Madhya Pradesh News
भोपालPublished: Jun 20, 2023 10:33:17 pm
आज साल का सबसे बड़ा दिन होगा और सबसे छोटी रात। 21 जून को सूर्य उत्तरी गोलाद्र्ध में कर्क रेखा पर लंबवत होगा। सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच 13 घंटे 33 मिनट का का अंतर होगा। भोपाल से 35 किमी दूर सांची से पहले सलामतपुर के पास कर्क रेखा गुजरती है। यहां दोपहर 12 बजे के बाद खड़े होने पर कुछ समय के लिए परछाई भी साथ छोड़ देगी। क महत्व है।
kark rekha
भोपाल में सूर्योदय
– सूर्यादय सुबह 5.36 मिनट
– सूर्यास्त- शाम 7.09 मिनट
-अंतर 13 घंटे 33 मिनट
भोपाल. आज साल का सबसे बड़ा दिन होगा और सबसे छोटी रात। 21 जून को सूर्य उत्तरी गोलाद्र्ध में कर्क रेखा पर लंबवत होगा। सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच 13 घंटे 33 मिनट का का अंतर होगा। भोपाल से 35 किमी दूर सांची से पहले सलामतपुर के पास कर्क रेखा गुजरती है। यहां दोपहर 12 बजे के बाद खड़े होने पर कुछ समय के लिए परछाई भी साथ छोड़ देगी। क्योंकि, सूर्य एकदम सीध में होता है। वैज्ञानिकों के अनुसार यह एक सामान्य घटना है, जो हर साल आती है। भोपाल कर्क रेखा के करीब है, इसलिए यहां इसका अधिक महत्व है।
……………
एक्सपर्ट व्यू
दिन होने लगेगा छोटा
प्रबॉल राय, वैज्ञानिक
प्रमुख, रविन्द्रनाथ टैगोर विवि विज्ञान संचार केंद्र
उत्तरी गोलाद्र्ध में कर्क रेखा एक कल्पनिक रेखा है। यह गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और पश्चिम बंगाल राज्यों से होकर गुजरती है। 21 जून को परछाई गायब नहीं होती है, बल्कि दोपहर 12 बजे के बाद सूर्य जब एकदम हमारे सिर के ऊपर अर्थात सीध में होता है, उस समय कुछ समय तक परछाईं पैरों के बीच होती है, इसलिए वह दिखाई नहीं देती। यह सामान्य प्रक्रिया है। सूर्य का अक्ष 23 डिग्री झुका हुआ है, और सूर्य का प्रवेश दक्षिणी गोलार्ध की ओर होता है। इसलिए 21 जून को बड़ा दिन होता है। इसके बाद आगे एक दो दिन भी दिन इसी तरह रहेंगे, इसके बाद धीरे-धीरे दिन छोटे होने लगेंगे।
……………..
उत्तरी गोलार्ध में सबसे लंबा दिन
डॉ. एके शुक्ला
मौसम विशेषज्ञ
21 जून को उत्तरी गोलार्ध में सबसे लंबा दिन होता है। क्योंकि सूर्य ठीक कर्क रेखा के ऊपर आता है, जिसके कारण लगभग साढ़े 13 घंटे का दिन होता है। पृथ्वी सूर्य के चारों ओर परिक्रमा करती है। जिसके कारण सीजन बनते हैं और सूर्य की कक्षा में परिक्रमा करती है। परिक्रमा के दौरान 21 जून को दोपहर में ऐसी स्थिति बनती है जब सूर्य कर्क रेखा के ऊपर होता है।
……………….
सूर्य होने लगते हैं दक्षिणायण
पं.विनोद गौतम
ज्योतिष मठ संस्थान
21 जून से धीरे-धीरे सूर्य दक्षिणायण होने लगते हैं। 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर सूर्य उत्तरायण होते हैं। जबकि, जून के आखिरी सप्ताह में सूर्य दक्षिणायण होने लगते हैं। यह ऋतु परिवर्तन का भी संकेत है। इसी के साथ वर्षाऋतु की शुरुआत हो जाती है। 22 जून को सूर्य के आद्र्रा नक्षत्र में प्रवेश के साथ ही वर्षा ऋतु की शुरुआत होगी।