आज का एक्सप्लेनर: मैच हराने की मशीन बने धोनी, कभी नौवें नंबर पर उतरे, कभी स्लो बैटिंग; फिर भी CSK शौक से क्यों ढो रही

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आज का एक्सप्लेनर:  मैच हराने की मशीन बने धोनी, कभी नौवें नंबर पर उतरे, कभी स्लो बैटिंग; फिर भी CSK शौक से क्यों ढो रही

आज का एक्सप्लेनर: मैच हराने की मशीन बने धोनी, कभी नौवें नंबर पर उतरे, कभी स्लो बैटिंग; फिर भी CSK शौक से क्यों ढो रही

20 अप्रैल को मुंबई इंडियंस ने भी चेन्नई सुपरकिंग्स को 9 विकेट से रौंद दिया। इस IPL सीजन CSK ने 8 मैच खेले हैं, और उनमें 6 हार के साथ पॉइंट्स टेबल में सबसे नीचे है। CSK के सबसे बड़े चेहरे एमएस धोनी कभी 9वें नंबर बैटिंग करने उतरे, कभी इतना धीमा खेले की

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मैदान में बार-बार फेल होने के बावजूद CSK के लिए इतने जरूरी क्यों हैं एमएस धोनी और क्या अगले सीजन की भी तैयारी में जुटे; जानेंगे आज के एक्सप्लेनर में…

सवाल-1: चेन्नई सुपरकिंग्स पॉइंट्स टेबल में सबसे नीचे, इसमें एमएस धोनी की बैटिंग का क्या रोल रहा? जवाबः चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए IPL का ये सीजन बेहद मुश्किल रहा है। अब तक 8 मैचों में 6 हार मिल चुकी हैं। फिनिशर के रोल में एमएस धोनी फेल साबित हुए हैं। मैच वाइज एनालिसिस…

मैच-1 (23 मार्च): चेन्नई ने मुंबई को हराया, धोनी की जरूरत नहीं पड़ी मंबई इंडियंस ने चेन्नई सुपर किंग्स को 156 रनों का टारगेट दिया था। एमएस धोनी 8वें नंबर पर बैटिंग करने आए तो CSK को जीत के लिए 4 रन की जरूरत थी। धोनी ने 19वें ओवर की बची हुई 2 गेंद पर कोई रन नहीं बनाया। 20वें ओवर की पहली गेंद पर ही सिक्स लगाकर रचिन रविंद्र ने मैच जितवा दिया।

मैच-2 (28 मार्च): अश्विन से भी नीचे 9वें नंबर पर उतरे धोनी, चेन्नई हारा RCB के खिलाफ मैच में एमएस धोनी 9वें नंबर पर बैटिंग करने आए। तब CSK को मैच जीतने के लिए 28 गेंद पर 97 रनों की जरूरत थी। रविचंद्रन अश्विन को इस मैच में धोनी से भी पहले बैटिंग के लिए भेजा गया। एमएस धोनी की शुरुआत इस मैच में भी धीमी रही और 18वें ओवर तक 7 गेंद में सिर्फ 5 रन ही बना सके।

CSK 50 रनों से ये मैच हार गई।

मैच-3 (30 मार्च): धोनी ने 11 गेंद में महज 16 बनाए, CSK 6 रन से हारी राजस्थान रॉयल्स ने चेन्नई सुपर किंग्स को 183 रन का टारगेट दिया था। धोनी इस मैच में 7वें नंबर पर बैटिंग करने आए। तब CSK को 25 गेंद में 54 रन की जरूरत थी। धोनी ने 11 गेंद में 16 रन बनाए और 20वें ओवर की पहली गेंद पर आउट हो गए। CSK ये मैच 6 रन से हार गई।

मैच-4 (5 अप्रैल): धोनी ने 26 गेंद में 30 रन बनाए, CSK 25 रन से हारी दिल्ली से मिले 184 रन के टारगेट का पीछा करते हुए जब धोनी 7वें नंबर पर बैटिंग करने आए तो CSK को 56 गेंद में 110 रनों की जरूरत थी। उनके पास परफेक्ट फिनिश का चांस था, लेकिन धोनी ने 30 रन बनाने में 26 गेंदें खेल लीं। CSK 25 रनों से ये मैच हार गई।

मैच-5 (8 अप्रैल): धोनी तेज खेले, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी पंजाब से मिले 220 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए धोनी 5वें नंबर पर बैटिंग करने आए। जीतने के लिए 25 गेंद पर 69 रनों की जरूरत थी। धोनी ने 225 की स्ट्राइक रेट से 12 गेंद पर 27 रन बनाए। लेकिन 20वें ओवर की पहली बॉल पर आउट हो गए। CSK ये मैच भी 18 रन से हार गई।

मैच-6 (11 अप्रैल): धोनी 9वें नंबर पर उतरे, 4 गेंद में 1 रन बनाया टीम के कप्तान ऋतुराज गायकवाड चोटिल होकर टूर्नामेंट से बाहर हो गए थे। एमएस धोनी को कप्तानी सौंपी गई। CSK ने 20 ओवर में 9 विकेट पर सिर्फ 103 रन ही बनाए थे। धोनी 9वें नंबर पर बैटिंग करने आए। उन्होंने 4 बॉल पर सिर्फ 1 रन ही बनाया। कोलकाता नाइट राइडर्स 8 विकेट से जीत गई।

मैच-7 (14 अप्रैल): विटेंज धोनी ने 11 बॉल पर 26 बनाए, CSK जीती इस मैच में दिखा कि धोनी का परफॉर्म करना कितना क्रूशियल है। लखनऊ सुपर जायंट्स ने 167 रनों का टारगेट दिया था। धोनी 7वें नंबर पर जब बैटिंग करने आए तो 30 गेंद पर 56 रन चाहिए थे। धोनी ने 236 की स्ट्राइक रेट के साथ धुंआदार 11 बॉल पर 26 रनों की पारी खेली। CSK लगातार 5 मैच हारने के बाद ये मैच 5 विकेट से जीती।

मैच-8 (20 अप्रैल): मुंबई ने 9 विकेट से हराया, धोनी के 6 बॉल पर 4 रन पहले बैटिंग करते हुए चेन्नई सुपर किंग्स ने मुंबई इंडियंस को 177 रनों का टारगेट दिया। 6वें नंबर पर बैटिंग करने आए धोनी ने 6 बॉल पर 4 रन बनाए। मुंबई इंडियंस ने ये मैच 9 विकेट से जीत लिया।

एमएस धोनी 4 रन बनाकर आउट हुए।

सवाल-2: क्या अब मैच जिताऊ बड़ी पारियां नहीं खेल सकते एमएस धोनी? जवाबः 2020 में इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायर होने के बाद धोनी सिर्फ IPL पर फोकस करते हैं। पिछले 4 IPL सीजन पर गौर करें तो उनका स्ट्राइक रेट सुधरा है।

धोनी का स्ट्राइक रेट देखने में भले आकर्षक लगे, लेकिन पूरी तस्वीर पेश नहीं करता। 2020 के बाद धोनी ने किसी भी सीजन में 200 गेंदों से ज्यादा नहीं खेंली। यानी वो जानबूझकर ऐसे वक्त में बैटिंग करने आते हैं, जब उन्हें ज्यादा गेंदों का सामना न करना पड़े।

IPL 2025 के 8 मैचों में उन्होंने कुल 88 गेंदों का सामना किया है। औसत निकालें तो हर मैच में 11 गेंद। यानी धोनी 2 ओवर भी बैटिंग नहीं कर रहे हैं।

धोनी के 8वें, 9वें नंबर पर बैटिंग करने को लेकर सवाल किया गया, तो चेन्नई सुपरकिंग्स के कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने कहा- एमएस 10 ओवर बल्लेबाजी नहीं कर सकते हैं। इसलिए मैच के दिन अंदाजा लगाते हैं कि क्या कर सकते हैं।

सवाल-3: मैच जिताने में असफल रहने के बावजूद CSK के लिए इतने जरूरी क्यों हैं धोनी? जवाबः एमएस धोनी CSK के लिए सिर्फ एक फिनिशर बैटर नहीं, बल्कि एक मेंटोर और ऑन फील्ड स्ट्रैटजिस्ट की भूमिका निभाते हैं। धोनी IPL में 100 मैच जीतने वाले एकमात्र कप्तान हैं। वहीं, धोनी अपनी कप्तानी में CSK को पांच बार चैम्पियन बना चुके हैं।

हालांकि इस सबसे ऊपर एमएस धोनी चेन्नई सुपरकिंग्स फ्रेंचाइजी ब्रांड की रीढ़ बन चुके हैं।

सीनियर स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट और लेखक शिवेंद्र कुमार सिंह कहते हैं, ‘IPL सिर्फ क्रिकेट नहीं, एक बिजनेस है और धोनी इस ब्रांड के सबसे मजबूत स्तंभ हैं। CSK की सबसे ज्यादा बिकने वाली जर्सी नंबर 7 है। स्टेडियम में सबसे ज्यादा पोस्टर धोनी के होते हैं। लोग उन्हें ही देखने के लिए स्टेडियम की टिकट खरीदते हैं। स्पॉन्सर्स सीधे तौर पर धोनी की मौजूदगी से जुड़ते हैं।’

स्पॉन्सर्स सीधे तौर पर धोनी की मौजूदगी से जुड़ते हैं।

2024 के IPL में CSK की अनुमानित कमाई करीब 280 करोड़ रुपए रही। उस सीजन में चेन्नई 5वें पायदान पर रही थी। जबकि IPL विनर टीम KKR की कमाई 320 करोड़ के आसपास रही थी।

ESPN और Duff & Phelps जैसी एजेंसियां CSK की ब्रांड वैल्यू का बड़ा हिस्सा धोनी से जोड़ती हैं। एक अनुमान के मुताबिक, धोनी की वजह से CSK को हर सीजन में 100-150 करोड़ का मार्केट वैल्यू एडवांटेज मिलता है।

शिवेंद्र कुमार सिंह ने कहा,

CSK के लिए धोनी की परफॉर्मेंस से ज्यादा उनकी मौजूदगी अहम है। धोनी के टीम में होने से ही फैंस में अलग ही लेवल का क्रेज होता है। जब धोनी क्रीज पर आते हैं, तो स्टेडियम का शोर हाई लेवल पर पहुंच जाता है और अगर वे कम रन बनाकर आउट हो जाएं तो स्टेडियम में खामोशी छा जाती है। फैंस धोनी को पीली जर्सी में स्टेडियम के अंदर देखना चाहते हैं। धोनी की यही दीवानगी CSK में उनकी जगह को पुख्ता बना देती है।

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सवाल-4: क्या एमएस धोनी इस साल भी रिटायरमेंट नहीं लेंगे? जवाबः 20 अप्रैल को मैच के बाद एमएस धोनी ने कहा,

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हमारे सामने बहुत सारे मैच हैं, जिन्हें हमें जीतना है, इसलिए हम एक बार में एक ही मैच खेलेंगे। इसलिए मुझे लगता है कि सबसे जरूरी यह है कि हम क्वालीफाई करने की कोशिश करें। लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है, तो अगले साल के लिए एक सुरक्षित ग्यारह खिलाड़ी तैयार करें और मजबूती से वापसी करें।

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धोनी के इस बयान से दो बातों के संकेत मिले। पहला- CSK प्लेऑफ से बाहर होने के लिए मेंटली तैयार है और दूसरा- एमएस धोनी ने अगले सीजन पर फोकस करना शुरू किया दिया है। यानी वो अभी रिटायरमेंट के मूड में नहीं हैं।

CSK भी कुछ ऐसा ही संकेत दे रही है। क्योंकि ऋतुराज गायकवाड सीजन के बीच चोटिल हुए, तो फ्रेंचाइजी ने कप्तानी के लिए धोनी की तरफ ही देखा।

शिवेंद्र कुमार कहते है, ‘अगले कुछ सालों तक धोनी की CSK में बने रहने की उम्मीद है। टीम के पास धोनी जैसा मेगास्टार नहीं है, जो टीम के फैंस को बांधे रखे और बिजनेस बढ़ाता रहे। टीम को धोनी की जगह उनसे ज्यादा पॉपुलर चेहरे की जरूरत है। जब तक टीम को धोनी से बढ़कर कोई खिलाड़ी नहीं मिलता, तब तक धोनी टीम का हिस्सा रहेंगे। हालांकि, इस दौरान वे कप्तानी करेंगे या नहीं, यह उनका अपना फैसला होगा। इस पर टीम दबाव नहीं बना सकती।’

CSK ने ऋतुराज गायकवाड़ के बाद कप्तानी के लिए धोनी को ही चुना।

सवाल-5: IPL में टीमें की कमाई कैसे होती है? जवाबः IPL से BCCI और सभी फ्रेंचाइजी टीमों को तीन तरह की कमाई होती है-

1. सेंट्रल रेवेन्यू से कमाई IPL की कुल कमाई में करीब 60-70% हिस्सा सेंट्रल रेवेन्यू का होता है। 2024 में BCCI ने IPL के सेंट्रल रेवेन्यू से कुल 7,143 करोड़ रुपए कमाए। इस कमाई के 2 अहम जरिए हैं-

  • मीडिया या ब्रॉडकास्टिंग राइट्स: इसमें IPL के सभी मैच सिर्फ वही चैनल दिखा पाएगा, जिसके पास इसके राइट्स होंगे। 2023 से 2027 तक के लिए IPL के ब्रॉडकास्टिंग राइट्स जियो के पास हैं। ब्रॉडकास्टिंग राइट्स से मिलने वाले पैसे में BCCI और टीमों का 50%-50% हिस्सा होता है। 50%-50% के फॉर्मूले के हिसाब से BCCI को 3,571.5 करोड़ रुपए मिले, जबकि 10 टीमों के बीच बाकी के 3,571.5 करोड़ रुपए बांटे गए। यानी हर टीम को 357.15 करोड़ रुपए मिले।
  • टाइटल स्पॉन्सरशिप: इसमें IPL के पहले कंपनी का नाम जुड़वाया जाता है। जैसे- DLF IPL, PEPSI IPL, VIVO IPL और अब TATA IPL। कंपनियां, IPL की टाइटल स्पॉन्सरशिप के लिए जमकर पैसा खर्च करती हैं, क्योंकि इससे उनकी पब्लिसिटी होती है और उन्हें फायदा होता है। BCCI ने IPL के सेंट्रल रेवेन्यू से कुल 7,143 करोड़ रुपए कमाए।

2. विज्ञापन और प्रमोशनल रेवेन्यू से कमाई IPL की कुल कमाई में करीब 20-30% हिस्सा विज्ञापन और प्रमोशनल रेवेन्यू का होता है। मैदान, बाउंड्री लाइन, विकेट, खिलाड़ियों की जर्सी, हेलमेट और बैट पर दिखने वाले ब्रांड्स के नाम और लोगो के लिए भी कंपनियां टीमों और BCCI को पैसे देती हैं। अंपायर की जर्सी पर भी विज्ञापन का दाम है।

3. लोकल रेवेन्यू से कमाई कुल कमाई का करीब 10% हिस्सा लोकल रेवेन्यू से आता है। इसमें मैच की टिकटों और अन्य चीजों से होने वाली कमाई शामिल हैं। एक मैच में टिकटें बेचकर करीब 4-5 करोड़ रुपए तक कमाई होती है। इनमें से 80% पैसा घरेलू टीम को मिलता है। यानी हर मैच से टीमों को करीब 5 करोड़ रुपए की कमाई टिकट और पार्किंग से होती है।

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