आगरा एफरफोर्स बेस में शामिल होगा सी-295 विमान: आगरा में तीन महीने से चल रही है पायलटों की ट्रेनिंग – Agra News h3>
भारतीय वायु सेना के आगरा बेस पर आज स्पेन के एयरबस का बनाए हुआ सी-295 विमान शामिल होने जा रहा है। सैन्य परिवहन के लिए इस्तेमाल होने वाले सी-295 विमानों का बेस स्टेशन आगरा एयरफोर्स ही होगा। विमान के लिए आगरा एफरफोर्स स्टेशन पर पायलटों की ट्रेनिंग पहले
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नवंबर से चल रही पायलटों की ट्रेनिंग आगरा एयरफोर्स स्टेशन पर नवंबर से स्पेन के सी-295 विमानों के लिए फुल मोशल सिम्युलेटर पर पायलटों का प्रशिक्षण चल रहा है। उन्हें टेक्निकल शिफ्ट, पैराड्रॉपिंग, पैराट्रूपिंग, चिकित्सा निकासी, आपदा राहत जैसे मिशन के लिए ट्रेंड किया जा रहा है। सिम्युलेटर के उद्घाटन के लिए सेंट्रल एयर कमांड के एओसी एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित आए थे।
स्पेन के एयरबस और टाटा के संयुक्त प्रयास से 40 सी-295 विमान गुजरात में बनाए जाएंगे। यह रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत और स्वदेशी रक्षा निर्माण के लिए बड़ा कदम है। इससे 20 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिल सकेगा। 12 एयरक्राफ्ट हर साल एयरफोर्स के बेड़े में शामिल होते जाएंगे। इस विमान की क्षमता 71 पैराट्रूपर्स को ले जाने की है।
अब जानते हैं C-295 एयरक्राफ्ट की खासियतें एयरक्राफ्ट अपने साथ 7,050 किलोग्राम का पेलोड उठा सकता है। एक बार में अपने साथ 71 सैनिक, 44 पैराट्रूपर्स, 24 स्ट्रेचर या 5 कार्गो पैलेट को ले जा सकता है। लगातार 11 घंटे तक उड़ान भर सकता है। 2 लोगों के क्रू केबिन में टचस्क्रीन कंट्रोल के साथ स्मार्ट कंट्रोल सिस्टम भी है। C-295MW ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट में पीछे रैम्प डोर है, जो सैनिकों या सामान की तेजी से लोडिंग और ड्रॉपिंग के लिए बना है। एयरक्राफ्ट में 2 प्रैट एंड व्हिटनी PW127 टर्बोट्रूप इंजन लगे हुए हैं। इन सभी प्लेन को स्वदेश निर्मित इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूइट से लैस किया जाएगा। ये एयरक्राफ्ट शॉर्ट टेकऑफ और लैंडिंग कर सकते हैं। कंपनी के मुताबिक ये एयरक्राफ्ट 320 मीटर की दूरी में ही टेक-ऑफ कर सकता है। वहीं, लैंडिंग के लिए 670 मीटर की लंबाई काफी है। यानी लद्दाख, कश्मीर, असम और सिक्किम जैसे पहाड़ी इलाकों में ऑपरेशन में ये एयरक्राफ्ट मददगार साबित होगा।