अविमुक्तेश्वरानंद बोले- पीएम मोदी पहले आस्तीन के सांपों को कुचले: मुरैना में कहा- पहलगाम पाकिस्तान बॉर्डर से बहुत दूर, फिर कैसे आतंकी आकर चले भी गए – Morena News h3>
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ये बात जगद्गुरू शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने शुक्रवार को मुरैना में कही। वे यहां अल्प प्रवास पर आए थे। इस दौरान जौरा विधायक पंकज उपाध्याय, जिलाध्यक्ष दीपक शर्मा और ग्रामीण जिला अध्यक्ष मधुराज सिंह तोमर मौजूद रहे।
शासकीय गेस्ट हाउस में शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर कहा, पहलगाम में हुए आतंकी हमले वाली जगह पाकिस्तान बॉर्डर से बहुत दूर है। फिर आंतकवादी अंदर कैसे घुस आए और पर्यटकों को मारकर वापस सुरक्षित चले भी गए। इसमें हमारे सुरक्षा में तैनात भीतरघातियों का हाथ है, उनके बिना यह संभव नहीं।
उन्होंने कहा, हमारे गृह मंत्री ने कश्मीर जाकर पूरे भारत को संदेश दिया था कि अब कश्मीर आतंकवादियों से मुक्त हो गया है, यहां घूमने आइए। जब पर्यटक वहां गए तो उनका नरसंहार किया गया। पूरे 40 मिनट तक ये चला। तब तुम्हारे सुरक्षाकर्मी और सैनिक आखिर कहां गए थे। लोग बता रहे हैं कि हमारा भाई, पति जिंदा थे। 40 से 50 मिनट तक लोगों पर गोलियां बरसाईं गईं। वहां 2000 लोगों की भीड़ थी, लेकिन फर्स्ट एड बॉक्स तक नहीं था।
कांग्रेस विधायकों और लोगों ने शंकराचार्य का स्वागत किया।
यही सरकार थी, जब पुलवामा में घटना हुई अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने कहा, जब पुलवामा अटैक हुआ था, तब भी यही सरकार थी। आज तक इसका कोई जिम्मेदार नहीं माना गया। जब तक घर की जिम्मेदारी तय नहीं होती, तब तक आगे घटना होने की संभावना बनी ही रहती है। तो इस बार क्या किसी की जिम्मेदारी तय की जाएगी या फिर पुलवामा की तरह ही आगे की राजनीति कर-करके बात आगे बढ़ा दी जाएगी।
श्रद्धालु शंकराचार्य से आशिर्वाद लेने सरकारी गेस्ट हाउस पहुंचे।
‘पहले घर के जिम्मेदार को कड़ा दंड दें’ अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने कहा, हमारे देश के भितरघाती पहचाने ही नहीं जाएंगे तो भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं होती रहेंगी। भारत को सबसे पहले उन जिम्मेदारों की खोज करना चाहिए, जिनके कारण यह पहलगाम की घटना हुई। पहले उसे पकड़कर सामने लाओ। कड़ा दंड देकर बताओ कि हम जीरो टोलरेंस रखते हैं। फिर जो बाहरी होगा, उसके खिलाफ तगड़ा एक्शन लीजिए।
पीएम मोदी के लिए कहा, घटना होने के तत्काल बाद यह तो पता कर लिया कि आतंकी कहां से आए थे, कौन आतंकी थे। लेकिन घटना होने के पहले क्यों नहीं पता चलता है। जब आप गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो आपने वक्तव्य दिया था कि प्रधानमंत्री के पास बहुत सारे संसाधन हैं, उसके बाद भी यह आतंकी हमले नहीं रोक पा रहे हैं। अब वही संसाधन पिछले 11 साल से आपके पास हैं, आप क्यों आतंकी हमले नहीं रोक पाए? इस सवाल के कारण जो हमारा भरोसा था वह डगमगाया हुआ है।
शंकराचार्य ने मुरैना में मीडिया के सवालों के जवाब दिया।
राष्ट्रहित में भी पर्ची निकाले बागेश्वर धाम महाराज मीडियाकर्मियों ने अविमुक्तरेश्वराय सरस्वती से पूछा कि बागेश्वरधाम के महाराज हर किसी की पर्ची निकालते हैं, लेकिन इस घटना को लेकर कोई पर्ची क्यों नहीं निकाली। इस पर उन्होंने कहा कि बागेश्वरधाम के महाराज को भी इस प्रकार की पर्चियां कभी-कभी राष्ट्रहित में निकाल देना चाहिए।
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ये बात जगद्गुरू शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने शुक्रवार को मुरैना में कही। वे यहां अल्प प्रवास पर आए थे। इस दौरान जौरा विधायक पंकज उपाध्याय, जिलाध्यक्ष दीपक शर्मा और ग्रामीण जिला अध्यक्ष मधुराज सिंह तोमर मौजूद रहे।
शासकीय गेस्ट हाउस में शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर कहा, पहलगाम में हुए आतंकी हमले वाली जगह पाकिस्तान बॉर्डर से बहुत दूर है। फिर आंतकवादी अंदर कैसे घुस आए और पर्यटकों को मारकर वापस सुरक्षित चले भी गए। इसमें हमारे सुरक्षा में तैनात भीतरघातियों का हाथ है, उनके बिना यह संभव नहीं।
उन्होंने कहा, हमारे गृह मंत्री ने कश्मीर जाकर पूरे भारत को संदेश दिया था कि अब कश्मीर आतंकवादियों से मुक्त हो गया है, यहां घूमने आइए। जब पर्यटक वहां गए तो उनका नरसंहार किया गया। पूरे 40 मिनट तक ये चला। तब तुम्हारे सुरक्षाकर्मी और सैनिक आखिर कहां गए थे। लोग बता रहे हैं कि हमारा भाई, पति जिंदा थे। 40 से 50 मिनट तक लोगों पर गोलियां बरसाईं गईं। वहां 2000 लोगों की भीड़ थी, लेकिन फर्स्ट एड बॉक्स तक नहीं था।
कांग्रेस विधायकों और लोगों ने शंकराचार्य का स्वागत किया।
यही सरकार थी, जब पुलवामा में घटना हुई अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने कहा, जब पुलवामा अटैक हुआ था, तब भी यही सरकार थी। आज तक इसका कोई जिम्मेदार नहीं माना गया। जब तक घर की जिम्मेदारी तय नहीं होती, तब तक आगे घटना होने की संभावना बनी ही रहती है। तो इस बार क्या किसी की जिम्मेदारी तय की जाएगी या फिर पुलवामा की तरह ही आगे की राजनीति कर-करके बात आगे बढ़ा दी जाएगी।
श्रद्धालु शंकराचार्य से आशिर्वाद लेने सरकारी गेस्ट हाउस पहुंचे।
‘पहले घर के जिम्मेदार को कड़ा दंड दें’ अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने कहा, हमारे देश के भितरघाती पहचाने ही नहीं जाएंगे तो भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं होती रहेंगी। भारत को सबसे पहले उन जिम्मेदारों की खोज करना चाहिए, जिनके कारण यह पहलगाम की घटना हुई। पहले उसे पकड़कर सामने लाओ। कड़ा दंड देकर बताओ कि हम जीरो टोलरेंस रखते हैं। फिर जो बाहरी होगा, उसके खिलाफ तगड़ा एक्शन लीजिए।
पीएम मोदी के लिए कहा, घटना होने के तत्काल बाद यह तो पता कर लिया कि आतंकी कहां से आए थे, कौन आतंकी थे। लेकिन घटना होने के पहले क्यों नहीं पता चलता है। जब आप गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो आपने वक्तव्य दिया था कि प्रधानमंत्री के पास बहुत सारे संसाधन हैं, उसके बाद भी यह आतंकी हमले नहीं रोक पा रहे हैं। अब वही संसाधन पिछले 11 साल से आपके पास हैं, आप क्यों आतंकी हमले नहीं रोक पाए? इस सवाल के कारण जो हमारा भरोसा था वह डगमगाया हुआ है।
शंकराचार्य ने मुरैना में मीडिया के सवालों के जवाब दिया।
राष्ट्रहित में भी पर्ची निकाले बागेश्वर धाम महाराज मीडियाकर्मियों ने अविमुक्तरेश्वराय सरस्वती से पूछा कि बागेश्वरधाम के महाराज हर किसी की पर्ची निकालते हैं, लेकिन इस घटना को लेकर कोई पर्ची क्यों नहीं निकाली। इस पर उन्होंने कहा कि बागेश्वरधाम के महाराज को भी इस प्रकार की पर्चियां कभी-कभी राष्ट्रहित में निकाल देना चाहिए।