अजमेर में हिस्ट्रीशीटर खादिम सलमान चिश्ती का वायरल वीडियो सूफी स्पीकर के लिए बना मुसीबत, जानिए क्या है वजह

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अजमेर में हिस्ट्रीशीटर खादिम सलमान चिश्ती का वायरल वीडियो सूफी स्पीकर के लिए बना मुसीबत, जानिए क्या है वजह

अजमेर में हिस्ट्रीशीटर खादिम सलमान चिश्ती का वायरल वीडियो सूफी स्पीकर के लिए बना मुसीबत, जानिए क्या है वजह

अजमेर: नाम में क्या रखा है? विलियम शेख्सपीयर के नाटक की चंद लाइन्स आपने भी कई बार सुनी होगी, लेकिन अजमेर में नाम ही सूफिज्म की बात करने वाले एक वक्ता के लिए इन दिनों मुसीबत बना हुआ है। दरअसल अजमेर के सूफी स्पीकर हाजी सैयद सलमान चिश्ती का नाम उस शख्स से पूरी तरह मिलता है, जिसने हाल ही नुपूर शर्मा के खिलाफ भडकाऊ टिप्पणी की थी। मिली जानकारी के अनुसार सोशल मीडिया पर सूफी स्पीकर की तस्वीर भडकाऊ टिप्पणी करने वाले सलमान चिश्ती की जगह वायरल हो रही है।भडकाऊ टिप्पणाी करने वाला खादिम सलमान चिश्ती अजमेर के दरगाह थाना क्षेत्र में हिस्ट्रीशीटर के रूप में भी अपनी पहचान रखता है।


बड़ी बात यह है कि सूफी स्पीकर सलमान चिश्ती और हिस्ट्रीशीटर खादिम सलमान चिश्ती दोनों का अजमेर दरगाह से नाता रहा है। दोनों एक ही बिरादरी से ताल्लुक रखते हैं। वहीं दोनों एक ही टाइटल ‘सैयद’, उपनाम रखते हैं । यहां तक कि अजमेर के एक ही स्कूल में पढ़ चुके हैं। लेकिन जब उनके कार्यों की बात आती है, तो दोनों बिल्कुल अलग-अलग दिखते हैं। सूफी स्पीकर सलमान चिश्ती संयुक्त राष्ट्र और अमेरिकी विदेश विभाग में सूफीवाद को लेकर दिए लेक्चर्स के जरिए अपनी ख्याति बढ़ा चुके हैं। दुनियाभर में उन्होंने अजमेर दरगाह शरीफ का प्रतिनिधित्व किया है। अजीत डोभाल के विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन के साथ भी कई बार मंच साझा कर चुके हैं। वहीं हिस्ट्रीशीटर मौलवी सलमान पर हत्या के प्रयास और आगजनी सहित 13 मामले दर्ज है।

सूफी स्पीकर ने सहयोगी अखबार टीओआई के सामने रखी अपनी व्यथा
उल्लेखनीय है कि हिस्ट्रीशीटर सलमान चिश्ती की जगह सूफी स्पीकर की फोटोज वायरल होने के मुद्दे पर उन्होंने सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से बात की। सूफी स्पीकर सलमान चिश्ती ने बताया कि “दिल्ली में एक दोस्त और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील ने उन्हें 4 जुलाई की शाम इस पूरे मामले की जानकारी दी। उन्होंने मुझे मेरे मोबाइल पर एक वॉट्सएप पर भेजा गया मैसेज फॉरवर्ड किया।” उन्होंने मुझसे इस मैसेज की सत्यता जाने की कोशिश की, जब मुझे इस संबंध में जानकारी मिली।

चिश्ती ने बताया कि जो मैसेज फॉरवर्ड किया गया था, उसमें एक समाचार चैनल की खबर में मेरी तस्वीर थी, जिसमें लिखा था, ‘अजमेर दरगाह के सलमान चिश्ती ने नूपुर शर्मा का सिर काटने की धमकी दी ।’ तब, मुझे इस तरह के किसी भी वीडियो के सोशल मीडिया पर प्रसारित होने की जानकारी नहीं थी।’ उन्होंने कहा कि मेरी तस्वीर के साथ ऐसे घृणा संदेश जाने से मेरी छवि पर फर्फ पड़ेगा। मैंने ऐसे चैनल्स और न्यूज वेबसाइट्स को कॉल किया कर उन्हें इस जानकारी को दुरुस्त करने और सही तस्वीर का उपयोग करने का आग्रह किया है। सभी ने इसमें सुधार करने का आश्वासन दिया है।

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