Zilingo Suspends CEO Ankiti Bose: ग्लैमर क्वीन अंकिती बोस, 27 साल में बनीं अरबपति; अब कंपनी ने किया सस्पेंड, जानिए पूरी कहानी

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Zilingo Suspends CEO Ankiti Bose: ग्लैमर क्वीन अंकिती बोस, 27 साल में बनीं अरबपति; अब कंपनी ने किया सस्पेंड, जानिए पूरी कहानी

Zilingo Suspends CEO Ankiti Bose: ग्लैमर क्वीन अंकिती बोस, 27 साल में बनीं अरबपति; अब कंपनी ने किया सस्पेंड, जानिए पूरी कहानी

नई दिल्ली: सिंगापुर के सबसे हाई-प्रोफाइल स्टार्टअप्स में से एक Zilingo Pte ने सीईओ अंकिती बोस (Ankiti Bose) को सस्पेंड कर दिया है। कंपनी की अकाउंटिंग में कथित तौर पर विसंगतियां मिलने के बाद यह कदम उठाया गया। ब्लूमबर्ग ने सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट दी है कि नई फंडिंग जुटाने की कोशिशों के दौरान एक ड्यू डिलीजेंस प्रॉसेस के बीच इन विसंगतियों का पता चला। सूत्रों का कहना है कि बोस ने इन आरोपों पर विवाद किया है और अपने सस्पेंशन को चुनौती दी है। उन्होंने कंपनी के कदम को ‘विच हंट’ बताते हुए अपने निलंबन का विरोध किया है और कहा है कि यह कंपनी में एक निवेशक के खिलाफ उनके द्वारा की गई उत्पीड़न की शिकायतों का भी नतीजा है।

Zilingo अपैरल मर्चेंट्स और फैक्ट्रियों को टेक्नोलॉजी की आपूर्ति करती है। ड्यू डिलीजेंस प्रॉसेस के हिस्से के रूप में जब निवेशकों ने इसके फाइनेंसेज पर सवाल उठाना शुरू किया, उस वक्त कंपनी गोल्डमैन सैक्स ग्रुप इंक की मदद से 15 करोड़ डॉलर से लेकर 20 करोड़ डॉलर जुटाने की कोशिश कर रही थी। अगर जिलिंगो यह फाइनेंस जुटा लेती तो उसकी वैल्युएशन 1 अरब डॉलर के पार जा सकती थी लेकिन डील अटक गई। Zilingo के निवेशकों में Temasek Holdings Pte और Sequoia Capital India भी शामिल हैं। निवेशकों ने फाइनेंशियल प्रैक्टिसेज की जांच शुरू कर दी है। सूत्रों का कहना है कि Zilingo के ऑडिटर ने इसकी अकाउंटिंग पर सवाल उठाए।

2019 से नहीं दाखिल किए फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स
जिलिंगो को लेकर रेगुलेटर्स का कहना है कि उसने 2019 के बाद से अपने सालाना फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स दाखिल नहीं किए हैं। सबसे बड़ी चिंता यह है कि जिलिंगो, हजारों छोटे मर्चेंट्स के एक प्लेटफॉर्म पर लेनदेन और राजस्व के लिए जिम्मेदार है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक दो लोगों का कहना है कि अंकिती बोस ने गलत काम के आरोपों को लेकर विवाद किया है और उनका तर्क है कि उनका सस्पेंशन कुछ हद तक उत्पीड़न के बारे में उनकी शिकायतों के कारण है। उन्होंने अपने लिए वकील के तौर पर प्रोविडेंस लॉ एशिया के अब्राहम वर्गीस को हायर किया है और जांच को ‘विच हंट’ करार दिया है।

5 मई तक रहेंगी सस्पेंड
31 मार्च को अंकिती बोस को तीन बोर्ड सदस्यों के साथ एक मीटिंग में बुलाया गया और खातों में विसंगतियों और मिसमैनेजमेंट को लेकर गंभीर शिकायतों के बारे में बताया गया। बाद में जांच फर्म Kroll के दो लोगों ने उनसे पूछताछ की। उनका निलंबन पांच मई तक चलेगा। अंकिती बोस ने अपने वकील के माध्यम से तर्क दिया है कि निदेशकों ने प्रक्रिया के दौरान उचित प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया। साथ ही उन्होंने उन्हें निलंबित करने के निदेशकों के अधिकार पर भी सवाल उठाया है।

रेगुलेटरी फाइलिंग के अनुसार, जिलिंगो के दो निदेशक, Temasek के जू वेई यांग और बर्डा प्रिंसिपल इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के अल्बर्ट शाय ने पिछले महीने कंपनी का बोर्ड छोड़ दिया। जिलिंगो ने 2019 के मध्य में सिटीग्रुप इंक. के दिग्गज जेम्स पेरी को अपना मुख्य वित्तीय अधिकारी नियुक्त किया था, लेकिन उन्होंने लगभग एक साल बाद यूएस बैंक में लौटने के लिए जिलिंगो का साथ छोड़ दिया।

2015 में शुरू हुई थी कंपनी
जिलिंगो की स्थापना अंकिती बोस और चीफ टेक्नोलॉजी एंड प्रॉडक्ट ऑफिसर ध्रुव ध्रुव कपूर ने सात साल पहले यानी साल 2015 में सिंगापुर में की थी। इसके पीछे मकसद दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया के छोटे व्यवसायों को अपना सामान ऑनलाइन बेचने में मदद करना था। कंपनी ने छोटे मर्चेंट के साथ काम करना शुरू किया जो उपभोक्ताओं को बिक्री करते हैं और फिर आस-पास के क्षेत्रों में विस्तार किया। जैसे ही संस्थापकों ने छोटे विक्रेताओं के साथ बात करना शुरू किया, उन्होंने महसूस किया कि कई लोगों के पास मजबूत तकनीक और आवश्यक पूंजी तक पहुंच नहीं है। इसने उन्हें सॉफ्टवेयर और अन्य उपकरण विकसित करने के लिए प्रेरित किया, जो मर्चेंट्स को वियतनाम या बेंगलुरु जैसे स्थानों में फैक्ट्रियों तक पहुंचने की एक्सेस देगा और सीमाओं के पार शिपिंग की जटिल प्रक्रिया को सुगम बनाएगा।

2019 में 97 करोड़ डॉलर हो गई वैल्युएशन
2018 में जिलिंगो ने छोटे विक्रेताओं को कार्यशील पूंजी प्रदान करने के लिए वित्तीय प्रौद्योगिकी फर्मों के साथ मिलकर काम करना शुरू किया ताकि वे माल का उत्पादन करने के लिए कच्चा माल खरीद सकें। 2019 की शुरुआत में जिलिंगो ने सिकोइया और टेमासेक सहित निवेशकों से 22.6 करोड़ डॉलर जुटाए और इसकी वैल्युएशन को बढ़ाकर 97 करोड़ डॉलर तक पहुंचा दिया। बोस तब 27 वर्ष की थीं।

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