Zakir Naik: क्या यूपी को टारगेट कर रहा है जाकिर नाइक? धर्मांतरण रैकेट में भी निकला था कनेक्शन h3>
गोरखपुर : गोरखनाथ मंदिर के बाहर सुरक्षाबलों पर हमला (Gorakhpur Temple Attack) करने वाले आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी (Ahmad Murtaza Abbasi) मामले की जांच कर रहे अधिकारियों को कई चौंकाने वाली जानकारियां प्राप्त हुई हैं। सूत्रों का दावा है कि आरोपी के बैग से मिली अरबी भाषा की मजहबी किताब में गोरखनाथ मंदिर का नक्शा था। साथ ही उसके लैपटॉप से कट्टरपंथी जाकिर नाइक के कई वीडियो भी मिले हैं। ऐसे में सवाल उठना लाजमी हो जाता है कि क्या मलेशिया में बैठकर आतंकी जाकर नाइक यूपी को टारगेट करना चाहता है? क्या जाकिर नाइक मुर्तजा जैसे युवकों पर अपना प्रभाव जमा देश की शांति व्यवस्था में खलल पैदा करना चाहता है। नाइक पर लोगों का धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश करने और हिंसा फैलाने का भी आरोप है। हालांकि नाइक ने इन सभी आरोपों का खंडन किया है।
कौन है जाकिर नायक
मुंबई का मुस्लिम बहुल इलाका डोंगरी, जहां अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम की जिंदगी परवान चढ़ी। जाकिर नाइक का जन्म 1965 में इसी मोहल्ले के एक मिडिल क्लास मुस्लिम घराने में हुआ। यहीं उसका बचपन गुजरा, यहीं उसकी पढ़ाई भी हुई। जाकिर नाइक ने इस्लाम के प्रचार के लिए इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन की स्थापना की जिस पर अब सरकार ने पाबंदी लगा दी है। कुछ सालों के बाद उसने पीस टीवी नाम का एक टीवी चैनल भी शुरू किया। जिस पर पहले भारत में जाकिर नाइक के भाषण पीस टीवी पर प्रसारित होते थे। आरोप है कि वह अपने भाषणों में धर्मांतरण रैकेट चलाता था। बाद में उस पर भी भारतीय सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया।
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जब ब्रिटेन और कनाडा से नहीं मिला वीजा
ब्रिटेन और कनाडा ने उसे वीजा देने से इनकार कर दिया था जिसके बाद मलेशिया ने उसे स्थाई नागरिकता दे दी। उसके एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन ने 2007 से 2011 के बीच मुंबई में पीस कॉन्फ्रेंस भी आयोजित किए थे।
मलेशिया में बैठकर उगल रहा जहर
जाकिर नाइक भले ही भारत से भाग गया हो पर मलेशिया में बैठकर भी वह जहर उगलने से बाज नहीं आ रहा है। वर्ष 2020 में उसका एक वीडियो सामने आया था जिसमें उसने गैर-मुस्लिमों को मुस्लिम देशों के दबदबे की धमकी दी थी। उसने कहा कि कोई गैर-मुस्लिम अगर सोशल मीडिया पर इस्लाम के विरोध में कुछ लिखता है तो उसे मुस्लिम देश में आने पर गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उसने कहा कि भारत में इस्लाम पर उंगली उठाने वाले मुख्य रूप से बीजेपी से जुड़े लोग हैं और उनमें से ज्यादातर लोग पैसे वाले हैं। ज्यादातर भारतीय नेताओं का पैसा यूएई, खाड़ी देशों में है। उनमें से विदेश दौरे पर जाने वाले आधा से ज्यादा लोग मुस्लिम देशों या खाड़ी देशों का दौरा करते हैं। इन सभी गैर-मुस्लिमों का डेटाबेस तैयार करके कंप्यूटर में स्टोर किया जाना चाहिए। अगली बार जब भी वे किसी भी गल्फ कंट्री आएं, उन पर केस होना चाहिए और उन्हें गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजना चाहिए।
मलेशिया में बना ली है प्रभावशाली जगह
मुस्लिम बहुल देश मलेशिया में रह रहे जाकिर नाइक पर मनी लॉड्रिंग का भी आरोप है। उसका नाम 2016 में ढाका में हुए बम धमाकों में भी आया था। बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मलेशिया में जाकिर नाइक ने अपनी प्रभावशाली जगह बना ली है। मलय समुदाय के युवा जाकिर के प्रति श्रद्धा का भाव रखते हैं। मलेशिया की 3.3 करोड़ आबादी में से 65 फीसदी आबादी मलय समुदाय की है। इस समुदाय में ज्यादातर लोग मुस्लिम धर्म को मानते हैं। मलेशिया में 20 फीसदी लोग चीनी हैं जो कि बौद्ध धर्म को मानते हैं। सात फीसदी भारतीय मूल के हैं जिनमें से अधिकतर तमिल हिंदू हैं।
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जब ब्रिटेन और कनाडा से नहीं मिला वीजा
ब्रिटेन और कनाडा ने उसे वीजा देने से इनकार कर दिया था जिसके बाद मलेशिया ने उसे स्थाई नागरिकता दे दी। उसके एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन ने 2007 से 2011 के बीच मुंबई में पीस कॉन्फ्रेंस भी आयोजित किए थे।
मलेशिया में बैठकर उगल रहा जहर
जाकिर नाइक भले ही भारत से भाग गया हो पर मलेशिया में बैठकर भी वह जहर उगलने से बाज नहीं आ रहा है। वर्ष 2020 में उसका एक वीडियो सामने आया था जिसमें उसने गैर-मुस्लिमों को मुस्लिम देशों के दबदबे की धमकी दी थी। उसने कहा कि कोई गैर-मुस्लिम अगर सोशल मीडिया पर इस्लाम के विरोध में कुछ लिखता है तो उसे मुस्लिम देश में आने पर गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उसने कहा कि भारत में इस्लाम पर उंगली उठाने वाले मुख्य रूप से बीजेपी से जुड़े लोग हैं और उनमें से ज्यादातर लोग पैसे वाले हैं। ज्यादातर भारतीय नेताओं का पैसा यूएई, खाड़ी देशों में है। उनमें से विदेश दौरे पर जाने वाले आधा से ज्यादा लोग मुस्लिम देशों या खाड़ी देशों का दौरा करते हैं। इन सभी गैर-मुस्लिमों का डेटाबेस तैयार करके कंप्यूटर में स्टोर किया जाना चाहिए। अगली बार जब भी वे किसी भी गल्फ कंट्री आएं, उन पर केस होना चाहिए और उन्हें गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजना चाहिए।
मलेशिया में बना ली है प्रभावशाली जगह
मुस्लिम बहुल देश मलेशिया में रह रहे जाकिर नाइक पर मनी लॉड्रिंग का भी आरोप है। उसका नाम 2016 में ढाका में हुए बम धमाकों में भी आया था। बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मलेशिया में जाकिर नाइक ने अपनी प्रभावशाली जगह बना ली है। मलय समुदाय के युवा जाकिर के प्रति श्रद्धा का भाव रखते हैं। मलेशिया की 3.3 करोड़ आबादी में से 65 फीसदी आबादी मलय समुदाय की है। इस समुदाय में ज्यादातर लोग मुस्लिम धर्म को मानते हैं। मलेशिया में 20 फीसदी लोग चीनी हैं जो कि बौद्ध धर्म को मानते हैं। सात फीसदी भारतीय मूल के हैं जिनमें से अधिकतर तमिल हिंदू हैं।