Yogi Shapath Grahan: यूपी में आज से योगी राज 2.0, मुख्यमंत्री बनने से पहले ही विधायकों के सामने ले ली ये बड़ी शपथ h3>
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को गुरुवार को एनडीए के विधानमंडल दल का नेता (Leader of NDA) चुन लिया गया। लोकभवन में भाजपा के पर्यवेक्षक, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) व सहपर्यवेक्षक रघुवर दास (Raghuwar Das) की मौजूदगी में विधायक सुरेश खन्ना ने इसका प्रस्ताव रखा, जिसका पांच वरिष्ठ विधायकों ने समर्थन किया। इसके बाद सर्वसम्मति से सभी विधायकों ने योगी को नेता बनाए जाने की सहमति दे दी। योगी शुक्रवार शाम 4 बजे अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ लगातार दूसरी बार यूपी के मुख्यमंत्री पद की शपथ (Yogi Adityanath Shapath Grahan) लेंगे। मंत्रियों की संख्या 45-50 हो सकती है। शपथ ग्रहण समारोह इकाना स्टेडियम (Ekana Stadium) में होगा।
पेश किया सरकार बनाने का दावा
योगी को नेता चुने जाने के बाद प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की अगुआई में भाजपा ने राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया। राजभवन पहुंचे प्रतिनिधि मंडल में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राधा मोहन सिंह, रघुवर दास केशव प्रसाद मौर्य, डॉ. दिनेश शर्मा, सुरेश खन्ना, अपना दल (एस) के आशीष पटेल और निषाद पार्टी के डॉ.संजय निषाद भी शामिल थे। स्वतंत्र देव ने राज्यपाल को विधायकों का समर्थन पत्र भी सौंपा। पत्र में योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडल को शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रित करने अनुरोध किया गया। राज्यपाल ने अनुरोध स्वीकारते हुए भाजपा से मंत्रिमंडल के सहयोगियों की सूची देने को कहा। इसके बाद शाम को सवा आठ बजे योगी राजभवन पहुंचे। उन्होंने राज्यपाल को शपथ लेने वाले मंत्रियों की सूची सौंपी। मंत्री के तौर पर शपथ लेने वाले विधायकों के पास राजभवन से ही देर रात तक फोन पहुंच गए।
डिप्टी सीएम की घोषणा आज संभव
लोकभवन में हुए विधानमंडल दल की बैठक में गुरुवार को नेता के तौर पर सिर्फ योगी आदित्यनाथ की घोषणा हुई, डिप्टी सीएम के तौर पर किसी के नाम की घोषणा नहीं की गई। जबकि 2017 में विधायकों की बैठक में ही खुद योगी ने दो सहयोगी मांगे थे, जिसके बाद केशव प्रसाद मौर्य और डॉ. दिनेश शर्मा को डिप्टी सीएम घोषित किया गया था। सूत्रों का कहना है कि अब शुक्रवार को शपथ ग्रहण में ही इसकी घोषणा की जा सकती है। इनमें एक पुराने नाम पर सहमति भी बन गई है।
विधायकों के संबोधन में योगी ने लिया ये प्रण
एनडीए विधानमंडल दल का नेता चुने जाने के बाद योगी आदित्यनाथ ने विधायकों को संबोधित किया। इस महती जिम्मेदारी देने के लिए सबका शुक्रिया अदा किया। इस दौरान उन्होंने विधायकों को संबोधित करते हुए कहा कि अब हम सबको अब प्राण, प्रण से काम करना होगा। हमारी भूमिका सेवक की होनी चाहिए, मालिक बनने की भूल न करें। पार्टी ने मुझ पर जो विश्वास किया है, मैं उसे कायम रखूंगा। हम सब बिना झुके, बिना रुके, बिना डिगे, बिना थके पूरी ईमानदारी और तत्परता से काम करेंगे। इस प्रकार योगी ने शपथ ग्रहण से पहले ही अपनी अलगी सरकार के विजन को विधायकों के सामने रख दिया। पॉवर मिलने के बाद राजा नहीं, सेवक की तरह व्यवहार करने पर भी योगी ने जोर दिया।
पेश किया सरकार बनाने का दावा
योगी को नेता चुने जाने के बाद प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की अगुआई में भाजपा ने राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया। राजभवन पहुंचे प्रतिनिधि मंडल में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राधा मोहन सिंह, रघुवर दास केशव प्रसाद मौर्य, डॉ. दिनेश शर्मा, सुरेश खन्ना, अपना दल (एस) के आशीष पटेल और निषाद पार्टी के डॉ.संजय निषाद भी शामिल थे। स्वतंत्र देव ने राज्यपाल को विधायकों का समर्थन पत्र भी सौंपा। पत्र में योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडल को शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रित करने अनुरोध किया गया। राज्यपाल ने अनुरोध स्वीकारते हुए भाजपा से मंत्रिमंडल के सहयोगियों की सूची देने को कहा। इसके बाद शाम को सवा आठ बजे योगी राजभवन पहुंचे। उन्होंने राज्यपाल को शपथ लेने वाले मंत्रियों की सूची सौंपी। मंत्री के तौर पर शपथ लेने वाले विधायकों के पास राजभवन से ही देर रात तक फोन पहुंच गए।
डिप्टी सीएम की घोषणा आज संभव
लोकभवन में हुए विधानमंडल दल की बैठक में गुरुवार को नेता के तौर पर सिर्फ योगी आदित्यनाथ की घोषणा हुई, डिप्टी सीएम के तौर पर किसी के नाम की घोषणा नहीं की गई। जबकि 2017 में विधायकों की बैठक में ही खुद योगी ने दो सहयोगी मांगे थे, जिसके बाद केशव प्रसाद मौर्य और डॉ. दिनेश शर्मा को डिप्टी सीएम घोषित किया गया था। सूत्रों का कहना है कि अब शुक्रवार को शपथ ग्रहण में ही इसकी घोषणा की जा सकती है। इनमें एक पुराने नाम पर सहमति भी बन गई है।
विधायकों के संबोधन में योगी ने लिया ये प्रण
एनडीए विधानमंडल दल का नेता चुने जाने के बाद योगी आदित्यनाथ ने विधायकों को संबोधित किया। इस महती जिम्मेदारी देने के लिए सबका शुक्रिया अदा किया। इस दौरान उन्होंने विधायकों को संबोधित करते हुए कहा कि अब हम सबको अब प्राण, प्रण से काम करना होगा। हमारी भूमिका सेवक की होनी चाहिए, मालिक बनने की भूल न करें। पार्टी ने मुझ पर जो विश्वास किया है, मैं उसे कायम रखूंगा। हम सब बिना झुके, बिना रुके, बिना डिगे, बिना थके पूरी ईमानदारी और तत्परता से काम करेंगे। इस प्रकार योगी ने शपथ ग्रहण से पहले ही अपनी अलगी सरकार के विजन को विधायकों के सामने रख दिया। पॉवर मिलने के बाद राजा नहीं, सेवक की तरह व्यवहार करने पर भी योगी ने जोर दिया।