XE Variant : कोरोना का नया वेरिएंट कितना खतरनाक? महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री बोले- अभी कंफर्म नहीं केस, किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे h3>
मुंबई: देश में कोरोना एक्सई वैरिएंट (XE variant of Coronavirus) का पहला केस मुंबई में मिला या नहीं? इस पर महाराष्ट्र सरकार और केंद्र के बीच एक राय नहीं है। केंद्र सरकार यह मानने को तैयार नहीं है कि यह मामला अत्यधिक ट्रांसमिसिबल एक्सई संस्करण (Covid XE Variant in Mumbai) का था। राज्य सरकार ने दिए गए एक नोट में कहा गया है, ‘मुंबई में एक संभावित एक्सई का मामला मिला है।’ XE वैरिएंट BA 1 और BA 2 का कॉम्बिनेशन है जो ओमाइक्रोन (Omicron) के 2 स्ट्रेन से बना है। उधर महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने भी कहा है कि अभी स्वास्थ्य विभाग किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा है।
कोरोना के नए सब वैरिएंट एक्सई पर महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे का बयान आया है। टोपे ने कहा, ‘स्वास्थ्य विभाग अभी XE वैरिएंट के बारे में किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा है, क्योंकि अब तक नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ बायलॉजिकल्स (NIB) की रिपोर्ट नहीं आई है। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है।’
बीएमसी के कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मंगला गोमारे ने कहा कि हमें आगे के विश्लेषण के लिए जीनोम सिक्वैंसिंग डेटा भेजने के लिए कहा गया है। संपर्क करने पर, स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एक्सई टैग जल्दबाजी में दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘शुरुआत में, हमें भी लगा कि यह XE था, लेकिन INSACOG के जीनोमिक विशेषज्ञों की ओर से FastQ फाइलों के आगे विश्लेषण के बाद, हमने निष्कर्ष निकाला है कि इस संस्करण का जीनोमिक XE संस्करण के जीनोमिक पिक्चर से कोई संबंध नहीं है।
10 फरवरी को आई थी भारत
महाराष्ट्र सरकार की रिपोर्ट में कहा गया है कि एक्सई संस्करण दक्षिण अफ्रीका की 50 वर्षीय महिला में पाया गया था। वह 10 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से भारत आई थी। राज्य निगरानी अधिकारी डॉ प्रदीप अवाटे ने कहा कि 27 फरवरी को कोविड -19 के लिए उसका परीक्षण किया गया और वह पॉजिटिव पाया गया। उसके सैंपल को डब्ल्यूजीएस (संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण) के लिए कस्तूरबा अस्पताल केंद्रीय प्रयोगशाला में भेजा गया था। यह प्रारंभिक अनुक्रमण में एक नया एक्सई संस्करण पाया गया है। उन्होंने कहा महिला को कोई लक्षण नहीं थी और रिपीट टेस्ट में वह निगेटिव पाई गई।
10 पर्सेंट ज्यादा मारक है XE
XE संस्करण ने दुनिया भर में एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। इसे अब तक खोजे गए कोरोना वायरस के अन्य सभी प्रकारों की तुलना में अधिक तेजी से फैलने वाला पाया गया है। डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी दी है कि नया संस्करण वर्तमान में फैले ओमीक्रोन बीए 2 की तुलना में 10% अधिक शक्तिशाली है। यूके में 19 जनवरी को एक्सई का पहला मामला सामने आया था। यह अब तक, ओमीक्रोन को सबसे तेज फैलने वाला वेरिएंट माना जा रहा था। ओमीक्रोन की दर इतनी अधिक थी कि कुछ ही समय में इसने पूरी दुनिया में कोविड के मामलों की एक पूरी लहर फैला दी।
मुंबई में अब भी ओमीक्रोन सबसे ज्यादा
डॉ गोमारे ने कहा कि संभावित एक्सई रोगी का इससे पहले कोई यात्रा इतिहास नहीं है। उसे Comirnaty vaccine की दोनों खुराकों से टीका लगाया जा चुका है। बीएमसी की 11वीं जीनोम अनुक्रमण रिपोर्ट में कहा गया है कि 376 सैंपलों की जीनोम सिक्वैंसिंग की गई, उनमें से 228 मुंबई के थे। बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने कहा कि इन मुंबई के 99% से अधिक रोगियों में ओमीक्रोन पाया गया। कोविड -19 पर महाराष्ट्र सरकार के टास्क फोर्स के सदस्य डॉ शशांक जोशी ने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने एक्सई के विषाणु की जांच शुरू कर दी है।
बीएमसी के कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मंगला गोमारे ने कहा कि हमें आगे के विश्लेषण के लिए जीनोम सिक्वैंसिंग डेटा भेजने के लिए कहा गया है। संपर्क करने पर, स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एक्सई टैग जल्दबाजी में दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘शुरुआत में, हमें भी लगा कि यह XE था, लेकिन INSACOG के जीनोमिक विशेषज्ञों की ओर से FastQ फाइलों के आगे विश्लेषण के बाद, हमने निष्कर्ष निकाला है कि इस संस्करण का जीनोमिक XE संस्करण के जीनोमिक पिक्चर से कोई संबंध नहीं है।
10 फरवरी को आई थी भारत
महाराष्ट्र सरकार की रिपोर्ट में कहा गया है कि एक्सई संस्करण दक्षिण अफ्रीका की 50 वर्षीय महिला में पाया गया था। वह 10 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से भारत आई थी। राज्य निगरानी अधिकारी डॉ प्रदीप अवाटे ने कहा कि 27 फरवरी को कोविड -19 के लिए उसका परीक्षण किया गया और वह पॉजिटिव पाया गया। उसके सैंपल को डब्ल्यूजीएस (संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण) के लिए कस्तूरबा अस्पताल केंद्रीय प्रयोगशाला में भेजा गया था। यह प्रारंभिक अनुक्रमण में एक नया एक्सई संस्करण पाया गया है। उन्होंने कहा महिला को कोई लक्षण नहीं थी और रिपीट टेस्ट में वह निगेटिव पाई गई।
10 पर्सेंट ज्यादा मारक है XE
XE संस्करण ने दुनिया भर में एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। इसे अब तक खोजे गए कोरोना वायरस के अन्य सभी प्रकारों की तुलना में अधिक तेजी से फैलने वाला पाया गया है। डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी दी है कि नया संस्करण वर्तमान में फैले ओमीक्रोन बीए 2 की तुलना में 10% अधिक शक्तिशाली है। यूके में 19 जनवरी को एक्सई का पहला मामला सामने आया था। यह अब तक, ओमीक्रोन को सबसे तेज फैलने वाला वेरिएंट माना जा रहा था। ओमीक्रोन की दर इतनी अधिक थी कि कुछ ही समय में इसने पूरी दुनिया में कोविड के मामलों की एक पूरी लहर फैला दी।
मुंबई में अब भी ओमीक्रोन सबसे ज्यादा
डॉ गोमारे ने कहा कि संभावित एक्सई रोगी का इससे पहले कोई यात्रा इतिहास नहीं है। उसे Comirnaty vaccine की दोनों खुराकों से टीका लगाया जा चुका है। बीएमसी की 11वीं जीनोम अनुक्रमण रिपोर्ट में कहा गया है कि 376 सैंपलों की जीनोम सिक्वैंसिंग की गई, उनमें से 228 मुंबई के थे। बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने कहा कि इन मुंबई के 99% से अधिक रोगियों में ओमीक्रोन पाया गया। कोविड -19 पर महाराष्ट्र सरकार के टास्क फोर्स के सदस्य डॉ शशांक जोशी ने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने एक्सई के विषाणु की जांच शुरू कर दी है।