World Environment day 2022: बनिए नेट जीरो फैमली का हिस्सा | World Environment day 2022: Patrika Green Warrior | Patrika News h3>
नेट जीरो कैलकुलेटर
हमे यह समझना होगा कि सामान्य दिनचर्या में हम कैसे कार्बन एमिशन करते हैं जैसे- AC, फ्रीज एवं सभी बिजली उपकरण, पेट्रोल-डीजल से चलने वाले वाहन, E-WASTE, प्लास्टिक आदि।
नेट जीरो फॅमिली बनने के लिए हमें इकोफ्रैंडली तरीकों को अपनाना होगा, घर की बिजली की डिमांड सोलर पैनल से पूरी करनी होगी। AC, फ्रीज का इस्तेमाल न करे यदि करते हैं तो जितना कार्बन एमिशन इनके चलने से होता हैं उसके बराबर उसे अवशोषित करने के लिए वृक्ष लगाने होंगे। पेट्रोल-डीजल के स्थान पर इलेक्ट्रिक व्हीकल का प्रयोग करे। आप भी एक लक्ष्य तय करे कि हम इतने समय में नेट जीरो फॅमिली का हिस्सा बन जायेंगे।
पृथ्वी पर रहने वाले हर एक मनुष्य को पर्यावरण को अपना मित्र बनाना होगा क्यूंकि एक मित्र बनकर ही हम पर्यावरण की स्तिथि को समझ पाएंगे, और उसे सुधारने के लिए प्रयासरत होंगे। इसीलिए पत्रिका आपको प्रकृति के करीब लाकर आपके भीतर मित्रता का भाव उत्पन्न करना चाहता है और आपको पर्यावरण मित्र बनाना चाहता है। अपनी लाइफस्टाइल में छोटेृ-छोटे बदलाव करके आप पर्यावरण की रक्षा में अपना योगदान दे सकते हैं। आइए, आपको बताते हैं कुछ ऐसे टिप्स जिन्हें आप आसानी से अपना सकते हैं और सच्चे पर्यावरण मित्र बन सकते हैं।
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1. इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों जैसे – ए सी, फ्रीज का उपयोग सीमित कर दें क्यूंकि इनसे निकलने वाली सीएफसी या एचएफसी गैस सीधा ओजोन परत पर अटैक करती हैं और उसके क्षरण का एकमात्र कारण है। ऐसा कोई पदार्थ पर्यावरण में मौजूद नहीं है जो इन गैसों को अवशोषित कर पाए, यह गैस लगभग 52 साल तक वातावरण में उपस्थित रहती हैं।
2. दिन के समय जब बाहरी रोशनी कमरे में आ रही है तो लाइट जलाने की क्या जरूरत है? अगर आप कोई ऐसा काम नहीं कर रहे हैं जिसमें ज्यादा रोशनी की जरूरत है तो बेहतर है फिजूल में लाइट न जलाएं। जिस कमरे में कोई न हो उस कमरे की भी लाइट बंद रखें। अगर आपको लाइट जलानी भी हो तो दिन के समय कम पावर वाली लाइट जलाएं। पर्यावरण के साथ-साथ इससे आपके बिजली बिल पर भी असर पड़ेगा।
3. क्या आपको पता है कि इनडोर प्लांट्स न सिर्फ आपके घर के कार्बन डायॉक्साइड को अब्जॉर्ब करते हैं बल्कि कई अन्य नुकसानदेह गैस को भी कम कर सकते हैं।
4.अकसर चार्जर या अन्य इलेक्ट्रॉनिक चीजें प्लग में लगा छोड़ देते हैं। इससे बिजली की बर्बादी होती है। जब भी ऐसी किसी चीज का उपयोग हो जाए तो उसका स्विच बंद करना न भूलें। इस छोटी सी बात का ध्यान रख के हम कितनी बिजली बचा सकते हैं।
5. बात करते हैं पानी की। देश के कई हिस्सों में पानी की भारी किल्लत हो गई है। आलम यह है कि सार्वजनिक जगहों पर पीने के लिए बोतल का पानी खरीदना पड़ता है। आपको पता है मिनरल वॉटर बनाने में भी काफी पानी बर्बाद होता है। इतना ही नहीं, पानी की पैकेजिंग के लिए प्लास्टिक का इस्तेमाल होता है और प्लास्टिक के नुकसान के बारे में तो आप जानते ही होंगे। कोशिश करिए कि आपको पानी की बोतल न खरीदनी पड़े। अगर खरीदते भी हैं तो उसे फेकने की बजाय रीयूज और रीसाइकल करें।
6. वर्षा जल का संग्रहण करना अति आवश्यक है, जल्द से जल्द अपने घर या कॉलोनी में ऐसा तंत्र विकसित करिये जिससे वर्षा जल को संग्रहित किया जा सके।
7. एक-एक कपड़ा या बर्तन धोने की बजाय उन्हें इकट्ठा धोएं। बार-बार धोने से ज्यादा पानी बर्बाद होता है।
8. जिन चीजों को रीसाइकल किया जा सकता है, उन्हें कचरे में न फेकें।
9. बात-बात पर आपनी गाड़ी-बाइक निकालने से बचें और पब्लिक ट्रांसपोर्ट की आदत डाल लें।
10. ऑनलाइन पेमेंट करें और पेपर बिल्स से बचें।
11.सबको पता है कि पेट्रोल डीजल की गाड़ियां बहुत प्रदुषण फैलाती हैं इसलिए इलेक्ट्रिक व्हीकल जल्दी खरीद लीजिये।
12. ई-टिकट के साथ यात्रा करने से कागज की बचत हो सकती है, जिसकी प्रोसेसिंग लागत 10 रूपए प्रति व्यक्ति तक कम की जा सकती है।
13. अपने घर में लीक होते पाइप को तुरंत ठीक करने से प्रति वर्ष औसतन 10000 गैलन पानी की बचत कर सकते है।
14. काम के लिए कार चलाने के बजाय साइकिल का उपयोग करने से 250 ग्राम प्रति किमी कार्बन उत्सर्जन कम हो सकता है।
15. प्लास्टिक के बजाय स्टील के बोतल को रिफिल कर इस्तमाल करें ।
16. वर्क फ्रॉम होम से प्रति दो दिन की यात्रा में औसतन आधा टन कार्बन बचाया जा सकता हंै।
17. भोजन प्लास्टिक की थैलियों या कंटेनरों में नहीं लेकर आप 260 से अधिक प्रजातियों को प्लास्टिक के मलबे को निगलने से बचा सकते हंै।
18.घर की बिजली की आपूर्ति सोलर पैनल से पूरी हो सकती है। सरकार इसके लिए सब्सिडी भी देती है। जल्द से जल्द सोलर सिस्टम को अपने घर की छत पर लगवाए। इससे हर महीनें महंगा बिजली बिल देने से भी बच जायेंगे और पर्यावरण के लिए भी यह लाभदायक होगा।
19. जितना हम प्रकृति से ले रहे हैं उतना उसे वापस भी लौटा पाएं, ऐसे प्रयासों को अपनी दिनचर्या में जोड़े।
यहां भेजें- [email protected]
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हमे यह समझना होगा कि सामान्य दिनचर्या में हम कैसे कार्बन एमिशन करते हैं जैसे- AC, फ्रीज एवं सभी बिजली उपकरण, पेट्रोल-डीजल से चलने वाले वाहन, E-WASTE, प्लास्टिक आदि।
नेट जीरो फॅमिली बनने के लिए हमें इकोफ्रैंडली तरीकों को अपनाना होगा, घर की बिजली की डिमांड सोलर पैनल से पूरी करनी होगी। AC, फ्रीज का इस्तेमाल न करे यदि करते हैं तो जितना कार्बन एमिशन इनके चलने से होता हैं उसके बराबर उसे अवशोषित करने के लिए वृक्ष लगाने होंगे। पेट्रोल-डीजल के स्थान पर इलेक्ट्रिक व्हीकल का प्रयोग करे। आप भी एक लक्ष्य तय करे कि हम इतने समय में नेट जीरो फॅमिली का हिस्सा बन जायेंगे।
पृथ्वी पर रहने वाले हर एक मनुष्य को पर्यावरण को अपना मित्र बनाना होगा क्यूंकि एक मित्र बनकर ही हम पर्यावरण की स्तिथि को समझ पाएंगे, और उसे सुधारने के लिए प्रयासरत होंगे। इसीलिए पत्रिका आपको प्रकृति के करीब लाकर आपके भीतर मित्रता का भाव उत्पन्न करना चाहता है और आपको पर्यावरण मित्र बनाना चाहता है। अपनी लाइफस्टाइल में छोटेृ-छोटे बदलाव करके आप पर्यावरण की रक्षा में अपना योगदान दे सकते हैं। आइए, आपको बताते हैं कुछ ऐसे टिप्स जिन्हें आप आसानी से अपना सकते हैं और सच्चे पर्यावरण मित्र बन सकते हैं।
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1. इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों जैसे – ए सी, फ्रीज का उपयोग सीमित कर दें क्यूंकि इनसे निकलने वाली सीएफसी या एचएफसी गैस सीधा ओजोन परत पर अटैक करती हैं और उसके क्षरण का एकमात्र कारण है। ऐसा कोई पदार्थ पर्यावरण में मौजूद नहीं है जो इन गैसों को अवशोषित कर पाए, यह गैस लगभग 52 साल तक वातावरण में उपस्थित रहती हैं।
2. दिन के समय जब बाहरी रोशनी कमरे में आ रही है तो लाइट जलाने की क्या जरूरत है? अगर आप कोई ऐसा काम नहीं कर रहे हैं जिसमें ज्यादा रोशनी की जरूरत है तो बेहतर है फिजूल में लाइट न जलाएं। जिस कमरे में कोई न हो उस कमरे की भी लाइट बंद रखें। अगर आपको लाइट जलानी भी हो तो दिन के समय कम पावर वाली लाइट जलाएं। पर्यावरण के साथ-साथ इससे आपके बिजली बिल पर भी असर पड़ेगा।
3. क्या आपको पता है कि इनडोर प्लांट्स न सिर्फ आपके घर के कार्बन डायॉक्साइड को अब्जॉर्ब करते हैं बल्कि कई अन्य नुकसानदेह गैस को भी कम कर सकते हैं।
4.अकसर चार्जर या अन्य इलेक्ट्रॉनिक चीजें प्लग में लगा छोड़ देते हैं। इससे बिजली की बर्बादी होती है। जब भी ऐसी किसी चीज का उपयोग हो जाए तो उसका स्विच बंद करना न भूलें। इस छोटी सी बात का ध्यान रख के हम कितनी बिजली बचा सकते हैं।
5. बात करते हैं पानी की। देश के कई हिस्सों में पानी की भारी किल्लत हो गई है। आलम यह है कि सार्वजनिक जगहों पर पीने के लिए बोतल का पानी खरीदना पड़ता है। आपको पता है मिनरल वॉटर बनाने में भी काफी पानी बर्बाद होता है। इतना ही नहीं, पानी की पैकेजिंग के लिए प्लास्टिक का इस्तेमाल होता है और प्लास्टिक के नुकसान के बारे में तो आप जानते ही होंगे। कोशिश करिए कि आपको पानी की बोतल न खरीदनी पड़े। अगर खरीदते भी हैं तो उसे फेकने की बजाय रीयूज और रीसाइकल करें।
6. वर्षा जल का संग्रहण करना अति आवश्यक है, जल्द से जल्द अपने घर या कॉलोनी में ऐसा तंत्र विकसित करिये जिससे वर्षा जल को संग्रहित किया जा सके।
7. एक-एक कपड़ा या बर्तन धोने की बजाय उन्हें इकट्ठा धोएं। बार-बार धोने से ज्यादा पानी बर्बाद होता है।
8. जिन चीजों को रीसाइकल किया जा सकता है, उन्हें कचरे में न फेकें।
9. बात-बात पर आपनी गाड़ी-बाइक निकालने से बचें और पब्लिक ट्रांसपोर्ट की आदत डाल लें।
10. ऑनलाइन पेमेंट करें और पेपर बिल्स से बचें।
11.सबको पता है कि पेट्रोल डीजल की गाड़ियां बहुत प्रदुषण फैलाती हैं इसलिए इलेक्ट्रिक व्हीकल जल्दी खरीद लीजिये।
12. ई-टिकट के साथ यात्रा करने से कागज की बचत हो सकती है, जिसकी प्रोसेसिंग लागत 10 रूपए प्रति व्यक्ति तक कम की जा सकती है।
13. अपने घर में लीक होते पाइप को तुरंत ठीक करने से प्रति वर्ष औसतन 10000 गैलन पानी की बचत कर सकते है।
14. काम के लिए कार चलाने के बजाय साइकिल का उपयोग करने से 250 ग्राम प्रति किमी कार्बन उत्सर्जन कम हो सकता है।
15. प्लास्टिक के बजाय स्टील के बोतल को रिफिल कर इस्तमाल करें ।
16. वर्क फ्रॉम होम से प्रति दो दिन की यात्रा में औसतन आधा टन कार्बन बचाया जा सकता हंै।
17. भोजन प्लास्टिक की थैलियों या कंटेनरों में नहीं लेकर आप 260 से अधिक प्रजातियों को प्लास्टिक के मलबे को निगलने से बचा सकते हंै।
18.घर की बिजली की आपूर्ति सोलर पैनल से पूरी हो सकती है। सरकार इसके लिए सब्सिडी भी देती है। जल्द से जल्द सोलर सिस्टम को अपने घर की छत पर लगवाए। इससे हर महीनें महंगा बिजली बिल देने से भी बच जायेंगे और पर्यावरण के लिए भी यह लाभदायक होगा।
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