पूर्वी लद्दाख में अपनी कुटिलता से बाज आएगा ड्रैगन? 3 महीने बाद फिर से बातचीत की मेज पर होंगे भारत-चीन
भारत और चीन के बीच इस सप्ताह पूर्वी लद्दाख को लेकर एक और दौर की राजनयिक वार्ता होने की संभावना है। जिसमें गतिरोध वाले बाकी बिंदुओं से सैनिकों की वापसी पर चर्चा की जाएगी। सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारत-चीन सीमा मामलों को लेकर परामर्श एवं समन्वय के लिए स्थापित कार्य तंत्र (डब्ल्यूएमसीसी) के अंतर्गत होने वाली वार्ता के दौरान पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों की सेनाओं के बीच तनाव कम करने के व्यापक सिद्धांतों पर ध्यान केंद्रित किए जाने की उम्मीद है।
पिछले दौर की वार्ता 12 मार्च को हुई थी
सूत्रों ने कहा कि यह वार्ता 24 जून को हो सकती है। इससे पहले डब्ल्यूएमसीसी के तहत पिछले दौर की वार्ता 12 मार्च को हुई थी। ऐसा माना जा रहा है कि राजनयिक चर्चा के बाद कोर कमांडर स्तर के अधिकारियों के बीच भी वार्ता होगी। उल्लेखनीय है कि भारत और चीन के बीच पिछले वर्ष मई की शुरुआत से पूर्वी लद्दाख में सीमा पर सैन्य गतिरोध है।
सैनिकों की वापसी को लेकर बातचीत जारी
हालांकि, दोनों पक्षों ने कई दौर की सैन्य एवं राजनयिक वार्ता के बाद फरवरी में पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारों से सैनिकों को हटाने की प्रक्रिया पूरी की थी। फिलहाल दोनों देशों के बीच गतिरोध के बाकी हिस्सों से सैनिकों की वापसी को लेकर बातचीत जारी है।
सैनिकों को चरणबद्ध तरीके से हटाने का हुआ था समझौता
भारत और चीन के बीच पैंगोंग झील क्षेत्र से सैनिकों को चरणबद्ध तरीके से हटाने का समझौता हुआ था। समझौते के अनुरूप चीन अपनी सेना की टुकड़ियों को हटाकर पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे में फिंगर आठ क्षेत्र की पूर्व दिशा ले जाना था। भारत ने तनाव घटाने के लिए हॉट स्प्रिंग्स, गोगरा और देपसांग जैसे क्षेत्रों से सैनिकों को पीछे हटाने पर जोर दिया था।
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