पटना: बिहार विधान सभा (Bihar Assembly Election) की 243 सीटों के लिए वोटों की गिनती जारी है और शुरुआती रुझानों में तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के नेतृत्व में महागठबंधन और एनडीए (NDA) के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है. वहीं तेजस्वी यादव अपनी सीट राघोपुर विधान सभा सीट (Raghopur Assembly Seat) से भी आगे चल रहे हैं. 2015 चुनाव में राघोपुर से तेजस्वी ने जीत दर्ज की थी और सवाल है कि क्या वह एक बार फिर जीत हासिल करेंगे?
बीजेपी के सतीश यादव से टक्कर
बिहार विधान चुनाव में महागठबंधन के सीएम चेहरा तेजस्वी यादव एक बार फिर मैदान में हैं, वहीं एनडीए की तरफ से बीजेपी के उम्मीदवार सतीश कुमार यादव हैं. इस सीट पर इस बार 3 नवंबर को वोट डाले गए थे और 57.97% वोटिंग हुई थी.
पिछले 2 चुनावों के परिणाम
2015 के चुनाम नें तेजस्वी यादव ने राघोपुर सीट से बड़ी जीत हासिल की थी और पहली बार विधान सभा पहुंचे थे. पिछले चुनाव में तेजस्वी को 91,236 वोट मिले थे, जबकि बीजेपी के सतीश कुमार यादव को 68503 वोट मिले थे. राघोपुर सीट को लालू परिवार का गढ़ माना जाता है, लेकिन 2010 के चुनाव में जेडीयू के टिकट पर सतीश कुमार ने आरजेडी नेता राबड़ी देवी को हराया था.
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राघोपुर का चुनावी इतिहास
इस सीट पर उपचुनाव समेत कुल 20 बार चुनाव हो चुके हैं, इसमें से 5-5 बार कांग्रेस और आरजेडी ने जीत हासिल की है. वहीं जनता दर और संयुक्त सोशलिस्ट ने दो-दो बार और जेडीयू, लोकदल, जनता पार्टी (सेक्यूर), जनता पार्टी, जनसंघ, और सोशलिस्ट पार्टी ने एक-एक बार जीत दर्ज की है.
राघोपुर का जातीय समीकरण
राघोपुर में कुल 3.37 लाख वोटर हैं, जिनमें पुरुष वोटर 1.83 लाख और महिला वोटर 1.54 लाख हैं, जबकि 4 ट्रांसजेंडर वोटर हैं. अगर जातीय समीकरण की बात करें तो इस सीट पर 30 प्रतिशत यादव वोटर्स है, जो लालू यादव के समर्थक माने जाते हैं. वहीं इस सीट पर भूमिहार और पासवान वोटर्र की संख्या अच्छी है.