जानियें, सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार क्यों लगाई फटकार?

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जानियें, सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार क्यों लगाई फटकार?
जानियें, सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार क्यों लगाई फटकार?

सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार को एक बड़े केस को लेकर फटकार लगाई है। जी हाँ, सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार को मामलें में देरी करने पर फटकार लगाई है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर सुप्रीम कोर्ट ने सरकार क्यों फटकार लगाई? तो चलियें, अब आपको बताते है कि सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार को क्यों और किस मामलें में फटकार लगाई है।

खबर के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को आसाराम मामले में गुजरात सरकार को कड़ी फटकार लगाते हुए कड़े शब्‍दों में पूछा कि मामले की जांच में देरी क्‍यों हो रही है? आपको बता दें कि आसाराम की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट की बैच ने गुजरात सरकार से ये सवाल किया। यह फटकार गुजरात सरकार को ऐसे में समय लगाई है, जब हरियाणा में बाबा राम-रहीम को दोषी करार दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट के इस फटकार पर अगर गौर किया जाए तो सुप्रीम कोर्ट किसी मामलें अब देरी नहीं चाहती है। मामलें के वकील ने आरोप लगाया कि पुलिस जानबूझकर जांच में देरी कर रही है। इतना ही नहीं वकील ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने अभी तक गवाहों को भी कोर्ट में पेश नहीं किया है। ऐसे हालात में आसाराम को जमानत मिलनी चाहिए।

मामलें में गुजरात सरकार की ओर से कहा गया कि 46 गवाहों से पूछताछ हो चुकी है और 46 अन्‍य को कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा। पूरे प्रोसेस में वक्‍त लगता है। साथ ही गुजरात सरकार ने यह भा कहा कि आरोपी नहीं बताएंगे कि गवाह को कब पेश करना है या कब नहीं। साथ ही इसके बाद कोर्ट ने सुनवाई को दिवाली के बाद तक के लिए टाल दिया है। आपको याद दिला दें कि इससे पहले भी सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात पुलिस को जांच में तेजी लाने को कहा था।
क्या था पूरा मामला..

आसाराम से जुड़ा हुआ यह मामला शायद कोई भूला नहीं होगा लेकिन फिर आपको बता दें कि सूरत की दो बहनों ने आसाराम और उसके बेटे नारायण साई के खिलाफ रेप और बंधक बनाकर रखने का आरोप लगाया था। शिकायत में कहा गया था कि आसाराम ने साल 2001 से 2006 के बीच उससे दुष्‍कर्म किया, उस समय वह अहमदाबाद स्थित आश्रम में रहती थी।

इसके बाद आसाराम के खिलाफ राजस्‍थान के जोधपुर में एक किशोरी ने यौन हमले का मामला दर्ज कराया था। आपको यह भी बता दें कि पीड़िता यूपी की रहने वाली हैं, साथ ही युवती के अनुसार आसाराम ने जोधपुर में मनाई आश्रम में उसे निशाना बनाया। मामलें में आसाराम को जोधपुर पुलिस ने 31 अगस्‍त 2013 को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद से ही अब तक आसाराम जेल में है।