क्यूं मनाते हैं विश्व स्वास्थ दिवस? किसने की थी शुरुआत?

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आज 70वां विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य दिवस (World Health Day) है. हर साल विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) 7 अप्रैल को विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य दिवस का आयोजन करता है. इसका मकसद वैश्‍विक स्‍तर पर स्‍वास्‍थ्‍य के प्रति जागरुकता फैलाना और सभी के लिए स्‍वास्‍थ्‍य सेवाएं मुहैया कराना है. WHO की वेबसाइट के मुताबिक उनका लक्ष्‍य एक ऐसी दुनिया का निर्माण है जहां स्‍वास्‍थ्‍य सेवाओं तक सभी की पहुंच हो और इसके लिए उन्‍हें कर्ज न लेना पड़े. हर साल विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य दिवस की एक थीम होती है. साल 2018 की थीम है ‘Universal Health Coverage: Everyone, Everywhere’. यानी कि वैश्‍विक स्‍वास्‍थ्‍य कवरेज: सभी के लिए, सभी जगह.

विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य दिवस का इतिहास

WHO ने अपने स्‍थापना दिवस यानी कि 7 अप्रैल 1950 से विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य दिवस मनाने की शुरुआत की थी. स्वास्थ्य के मुद्दों और समस्याओं के प्रति जागरुकता बढ़ाने के मकसद से WHO के नेतृत्‍व में हर साल दुनिया भर में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. इसके लिए एक खास विषय यानी कि थीम का चुनाव किया जाता है. साल 1995 में इसकी थीम थी वैश्विक पोलियो उन्मूलन. तब से अब तक इस घातक बीमारी से ज्यादातर देश मुक्त हो चुके हैं, जबकि बाकि देशों में जागरुकता का स्‍तर बड़ा है.

WHO क्‍या है?

विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (World Health Organization) यानी कि WHO की स्‍थापना 7 अप्रैल 1948 को की गई थी. यह संयुक्‍त राष्‍ट्र संघ की एक इकाई है. कुल 194 देश इसके सदस्‍य हैं. इसका मकसद दुनिया के लोगों के स्‍वास्‍थ्‍य का स्‍तर ऊंचा करना है. WHO का मुख्‍यालय जेनेवा में है.

स्‍वास्‍थ्‍य दिवस कैसे मनाते हैं?

विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य दिवस के मौके पर तमाम स्‍वास्‍थ्‍य संगठनों समेत सरकारी, गैर-सरकारी संस्‍थाएं और एनजीओ कार्यक्रमों का आयोजन करती हैं. इस दिन विशेष हेल्‍थ कैंप लगाए जाते हैं. इसके साथ ही स्‍वास्‍थ्‍य के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए नुक्‍कड़ नाटकों का आयोजन भी होता है और साथ ही कला प्रदर्शनी भी लगाई जाती है. स्‍कूल-कॉलेजों में निबंध और वाद-विवाद प्रतियोगिताएं भी होती हैं.