पश्चिम बंगाल में डंडा टैक्स क्यों लगता है और उसका रेट क्या है ? ( Why Danda Tax is imposed in West Bengal and what is its rate )
देश की सरकार तथा राज्य सरकारों के द्वारा अनेंक तरह के टैक्स लगाए जाते हैं. जिनसे देश या राज्य को आय प्राप्त होती है. इस तरह पश्चिम बंगाल की राज्य सरकार द्वारा भी डंडा टैक्स लगाया जाता है. यह टैक्स काफी चर्चा का विषय भी रहा है तथा इसका विरोध भी किया जाता रहा है. इसका विरोध करने वालों का कहना है कि यह टैक्स पश्चिम बंगाल में ही लिया जाता है तथा यह कहीं से भी उचित नहीं है. इस टैक्स से सिर्फ शोषण किया जाता है. डंडा टैक्स क्या है और कितने रूपए लगाया जाता है ? इस सभी सवालों के जवाब जानते हैं.
डंडा टैक्स क्या है ?
देश और राज्य सरकारों द्वारा परिवहन के साधनों पर अनेंक तरह के टैक्स लगाए जाते हैं. ठीक इसी तरह का टैक्स ट्रकों पर पश्चिम बंगाल में लगाया जाता है. इस टैक्स को डंडा टैक्स कहा जाता है. ट्रक में पीछे जो डबल टायर होते हैं उनकी वजह से यह टैक्स लिया जाता है. उदाहरण के तौर पर 10 टायर वाले ट्रक पर भी डंडा टैक्स लगाया जाता है. ट्रक ड्राइवरों का कहना है कि जब 10 टायर के ट्रक की पासिंग की गई है तो उसके बाद डंडा टैक्स का क्या अर्थ बचता है. इसलिए इसका विरोध होता रहा है. यह टैक्स आँल इंडिया परमिट होने के बाद भी लिया जाता है.
डंडा टैक्स का कितना रेट है ?
अगर इस टैक्स के रेट की बात करें तो इसमें 4000 से 6000 तक रूपये का टैक्स लिया जाता है. यह टैक्स पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा लिया जाता है. इसका लगातार विरोध भी होता रहा है.
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डंडा टैक्स सिर्फ पश्चिम बंगाल में ही लिया जाता है. यह परिवहन टैक्स का ही एक हिस्सा है. जिसके लिए ट्रक डाइवरो द्वारा विरोध भी किया जाता रहा है.
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