Who is GS Lakshmi: कौन हैं जीएस लक्ष्मी, जो महिला वर्ल्ड कप फाइनल में होंगी मैच रैफरी h3>
क्राइस्टचर्च: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के मैच रैफरी के अंतरराष्ट्रीय पैनल में जगह बनाने वाली पहली महिला भारत की जीएस लक्ष्मी (GS Lakshmi) रविवार को यहां ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच होने वाले महिला विश्व कप फाइनल में मैच रैफरी होंगी।पुरुष एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में मैच रैफरी की भूमिका निभाने वाली लक्ष्मी पहली महिला मैच रैफरी हैं।
लक्ष्मी ने दिसंबर 2020 में यूएई में विश्व कप लीग दो के दौरान यह भूमिका निभाई थी। हेडिंग्ले ओवल में होने वाले महिला विश्व कप फाइनल के दौरान क्रिकेट इतिहास में पहली बार चार महिला मैच अधिकारी भूमिका निभाएंगी। ऑस्ट्रेलिया ने सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज जबकि इंग्लैंड ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर फाइनल में जगह बनाई है।
23 मई 1968 को आंध्र प्रदेश के राजमुंदरी में पैदा होने वालीं लक्ष्मी का लालन-पालन के पिता टाटा मोटर्स में काम करते थे इसलिए उनका लालन-पालन जमशेदपुर में हुआ। यहीं उन्होंने क्रिकेट खेलना भी शुरू किया। 1986 में 10वीं की बोर्ड परीक्षाओं में रिजल्ट अच्छा नहीं आया तो कॉलेज में एडमिशन नहीं मिला। बाद में साउथ सेंट्रल रेलवे में नौकरी हासिल करने के बाद वह 1989 में हैदराबाद चली गईं। उन्होंने दक्षिण मध्य रेलवे क्रिकेट टीम से भी खेला। लंबे संघर्ष के बाद 1999 में इंग्लैंड दौरे पर उन्हें भारतीय टीम में चुना गया था, लेकिन एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। लक्ष्मी ने 2004 में क्रिकेट से संन्यास ले लिया।
फाइनल के लिए दक्षिण अफ्रीका की लॉरेन एगेनबर्ग और न्यूजीलैंड की किम कॉटन मैदानी अंपयार होंगी जबकि वेस्टइंडीज की जैकलीन विलियम्स टीवी अंपायर की भूमिका निभाएंगी। ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच एमसीजी में हुए 2020 महिला टी-20 विश्व कप फाइनल के दौरान कॉटन एकमात्र महिला अधिकारी थी, उन्होंने अहसन रजा के साथ मैदानी अंपायर की भूमिका निभाई थी।
जमैका की रहने वाली जैकलीन 2020 में पुरुष अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तीसरे अंपायर की भूमिका निभाने वाली पहली महिला बनी थी। उन्होंने आयरलैंड के खिलाफ वेस्टइंडीज की तीन मैच की घरेलू टी-20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला में यह भूमिका निभाई थी। जिंबाब्वे के लेंगटन रुसेरे चौथे अंपायर होंगे।
अगला लेखबावुमा 93 रन पर आउट, दक्षिण अफ्रीका के लंच तक आठ विकेट पर 314 रन
23 मई 1968 को आंध्र प्रदेश के राजमुंदरी में पैदा होने वालीं लक्ष्मी का लालन-पालन के पिता टाटा मोटर्स में काम करते थे इसलिए उनका लालन-पालन जमशेदपुर में हुआ। यहीं उन्होंने क्रिकेट खेलना भी शुरू किया। 1986 में 10वीं की बोर्ड परीक्षाओं में रिजल्ट अच्छा नहीं आया तो कॉलेज में एडमिशन नहीं मिला। बाद में साउथ सेंट्रल रेलवे में नौकरी हासिल करने के बाद वह 1989 में हैदराबाद चली गईं। उन्होंने दक्षिण मध्य रेलवे क्रिकेट टीम से भी खेला। लंबे संघर्ष के बाद 1999 में इंग्लैंड दौरे पर उन्हें भारतीय टीम में चुना गया था, लेकिन एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। लक्ष्मी ने 2004 में क्रिकेट से संन्यास ले लिया।
फाइनल के लिए दक्षिण अफ्रीका की लॉरेन एगेनबर्ग और न्यूजीलैंड की किम कॉटन मैदानी अंपयार होंगी जबकि वेस्टइंडीज की जैकलीन विलियम्स टीवी अंपायर की भूमिका निभाएंगी। ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच एमसीजी में हुए 2020 महिला टी-20 विश्व कप फाइनल के दौरान कॉटन एकमात्र महिला अधिकारी थी, उन्होंने अहसन रजा के साथ मैदानी अंपायर की भूमिका निभाई थी।
जमैका की रहने वाली जैकलीन 2020 में पुरुष अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तीसरे अंपायर की भूमिका निभाने वाली पहली महिला बनी थी। उन्होंने आयरलैंड के खिलाफ वेस्टइंडीज की तीन मैच की घरेलू टी-20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला में यह भूमिका निभाई थी। जिंबाब्वे के लेंगटन रुसेरे चौथे अंपायर होंगे।