भारत पूरी दुनिया में एक खुबसुरत देश है. इसमें भी यदि हरियाणा की बात करें, तो प्राचीन समय से हरियाणा का इतिहास में बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा है. वैदिक काल की बात करें या महाभारत काल की हरियाणा के इतिहास में इनकी चर्चा मिलती है. लेकिन आपको बता दें, इन इतिहास के महत्वपूर्ण तथ्यों से अलग एक और भी अजुबा हरियाणा में पाया जाता है. इस अजुबे का नाम “हिलना पत्थर” है. आपको बता दें, इस तरह का पत्थर पूरे विश्व में तीन जगह पर ही पाया जाता है. पहली जगह ब्राजील के मिनास जिराईस में , दूसरी जगह अमेरिका के उतरी कैरोलिना तथा तीसरा सिर्फ भारत के हरियाणा में पाया जाता है.
अगर हरियाणा की बात करें, तो अभी हाल ही में हरियाणा का नया जिला बना चरखी दादरी में यह “हिलना पत्थर” पाया जाता है. चरखी दादरी जिले से सात किलोमीटर दूर कल्याणा गांव की पहाड़ियों में 384 मीटर की गहराई में हिलना पत्थर उपलब्ध है. यह बहुत दुर्लभ खनिज है, जोकि पूरे विश्व में सिर्फ तीन जगह पर ही पाया जाता है. इस पत्थर का रंग पीला होता है. इसे पीला पत्थर भी कहते हैं.
इस पत्थर की सबसे बड़ी खुबी यह है कि पीला हिलना पत्थर हाथ से टच करने पर हिलने लगता है. इसे लचीला बलुआ पत्थर के अलावा डांसिंग स्टोन ऑफ हरियाणा भी कहा जाता है. यह पूरी दुनिया के लिए आश्चर्य की बात है.
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इस पत्थर को अभी निकाला नहीं जा रहा है. इसके पीछे एक धारणा है. यहां के स्थानीय लोगों का मानना है कि जो भी इस पत्थर को निकालकर ले जाएगा, वो बर्बाद हो जाएगा. अभी इस पत्थर को निकालने पर विराम लग चुका है. हिलना पत्थर दुर्लभ खनिज पदार्थ है. विभाग ने इसे खादान से बाहर न निकालने का फैसला किया है.