दिल्ली एनसीआर में लोकल ट्रेन सेवा कब शुरू हो रही है?

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दिल्ली एनसीआर में लोकल ट्रेन सेवा कब शुरू हो रही है

दिल्ली में कोविड-19 की वजह से अभी तक पैसेंजर-ईएमयू ट्रेन (EMU) सर्विस की बहाली नहीं हो पाई है। लॉकडाउन के बाद से सवारी गाड़ियों (Local trains) का परिचालन पूरी तरह बंद हैं। अभी सिर्फ लंबी दूरी की स्पेशल ट्रेनें (Special Trains) ही चल रही हैं। लोकल ट्रेन नहीं चलने से दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों का व्यापार बुरी तरह प्रभावित है। रोजाना दिल्ली आकर माल की बुकिंग करने वाले ट्रेडर्स के लिए आवाजाही लगभग बंद हो गई है। दिल्ली देश का बड़ा डिस्ट्रीब्यूशन हब है।

150 से 200 किमी दूर के छोटे कारोबारी, दुकानदार और सप्लायर दिल्ली आकर माल की परचेंजिंग करते हैं और अपने क्षेत्रों में बेचते हैं। अब अपनी गाड़ी या टैक्सी से दिल्ली आना पड़ता है, जो कि काफी महंगा है। ऐसे में, लोग मार्च से ही घरों पर बैठ गए हैं।25 से 30 सालों तक लोकल ट्रेनों के जरिए माल की सप्लाई करने वाले 7-8 महीने से बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं। इनकी संख्या हजारों में हैं। दैनिक यात्री संघ से जुड़े लोग अपने स्तर से रेल मंत्री से गुहार लगाते हैं, लेकिन कोई रेस्पॉन्ड नहीं आ रहा है।

इनका कहना है कि लोकल ट्रेन चलेगी, तभी पटरी पर जिंदगी लौटेगी। कई रूट्स पर तो स्पेशल ट्रेन तक नहीं चल रही है। वरना, ऐसे लोग सुबह अपने घर से निकलते, दोपहर में दिल्ली पहुंचते। 3-4 बजे तक खरीदारी करते और शाम में 4-5 बजे की ट्रेन पकड़कर रात में घर पहुंच जाते थे। यानी एक दिन में पूरा बिजनेस ट्रिप हो जाता था। लोकल ट्रेनों पर आधारित बिजनेसमैन पैसेंजर्स की समस्या पर सूरज सिंह की रिपोर्ट :

विडियो कॉल से दिखाया जा रहा माल
बहुत से छोटे व्यापारी और खरीदार लोकल ट्रेनें नहीं चलने की वजह से दिल्ली नहीं आ पा रहे हैं। ऐसे में, विक्रेताओं ने तकनीक का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। तेलीवाड़ा में खिलौनों का काम करने वाले बालकृष्ण अमरसरिया ने बताया कि अब विडियो कॉल के जरिए माल का सैंपल क्लाइंट को दिखाया जा रहा है। वाट्सएप पर फोटो और रेट भेज देते हैं। अगर खरीदार को डील पसंद आती है, तो वह ओके कर देता है। पेमेंट आते ही माल की डिलीवरी ट्रांसपोर्ट से कर दी जाती है।

महामारी के दौर में इस तरह से बिजनेस चल रहा है, लेकिन कोरोना काल से पहले की तरह सेल नहीं हो पा रही है। आमने-सामने माल की पसंद और मोल-भाव अलग बात होती है, विडियो कॉल में अलग। दैनिक यात्री संघ पालम-रेवाड़ी रूट का जनरल सेक्रेटरी होने के नाते कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री पीयूष गोयल से ट्विटर पर पैसेंजर ट्रेन चलाने की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई सकारात्मक नतीजा नहीं आया है।

‘रेगुलर ट्रेन पर फिलहाल कुछ कहना नामुमकिन’
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ वीके यादव ने पिछले दिनों एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जब तक कोरोना की स्थिति सुधरती नहीं है, तब तक नया टाइम टेबल नहीं लाया जाएगा। साथ ही रेगुलर ट्रेन कब से चलेगी, ये बताना फिलहाल मुमकिन नहीं है। रेल प्रवक्ता डीएन नारायण भी कह चुके हैं कि राज्य सरकार की सलाह पर केंद्रीय गृह मंत्रालय और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय तमाम पहलुओं को ध्यान में रखकर निर्णय करती हैं, तब रेल मंत्रालय ट्रेन चलाने की अनुमति देता है।

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