गुरू पर्व कब और क्यों मनाया जाता है ? ( When and why is Guru Parv celebrated ? )
भारत में अनेंक धर्मों के लोग रहते हैं तथा अनेंक पर्व मनाए जाते हैं. इसी तरह गुरू पर्व को भी भारत में बड़े धूम-धाम से मनाया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि गुरू पर्व कब मनाया जाता है तथा इसको किसकी याद में मनाया जाता है. अगर आप भी इन सवालों का जवाब जानना चाहते हैं, तो इस पोस्ट में आपके सभी सवालों का जवाब मिल जाएगा.
कब और क्यों मनाया जाता है गुरू पर्व –
यह त्यौहार सिख समुदाय के लिए विशेष महत्व रखता है. जिस तरह हिंदू धर्म में प्रकाश के त्यौहार के रूप में दीपावली मनाई जाती है, ठीक उसी तरह सिख धर्म में प्रकाश पर्व के रूप में गुरू पर्व मनाया जाता है. यह पर्व गुरू नानक जयंती के रूप में मनाया जाता है. इसे प्रकाश पर्व , गुरू पूरब , गुरू पर्व अनेंक नामों से जाना जाता है. इसी दिन सिख धर्म के पहले गुरू नानक देव जी का जन्म हुआ था. यह पर्व प्रतिवर्ष कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि के दिन गुरू नानक देव जयंति के रूप में मनाया जाता है. यह दीपावली के 15 दिन बाद मनाया जाता है.
2021 में कब है गुरू पर्व –
इस बार गुरू पर्व 19 नवंबर को मनाया जाएगा. कई महीनों पहले से ही सिख समाज जुलूस और प्रभात फेरी की तैयारियों में जुट जाते हैं. गुरु पर्व (guru parav) के दिन सुबह प्रभात फेरी निकाली जाती है, जिसमें गुरु नानक देव जी की भजन, शबद आदि किए जाते हैं. समाज के लोग अपनी श्रद्धा अनुसार गुरुद्वारों में सेवा करते हैं.
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ऐसा बताया जाता है कि गुरू नानक देव जी का जन्म 15 अप्रैल, 1469 को हुआ था. वहीं उनकी प्रचलित तिथि कार्तिक मास की पूर्णिमा है. 16 वर्ष की आयु में गुरू नानक जी का विवाह कर दिया गया था. लेकिन पारिवारिक जीवन में उनकी कोई रूची नहीं थी. इसी कारण घर परिवार सब छोड़कर वो यात्रा पर निकल गए.
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