छोटे बच्चों के दांत में दर्द हो तो क्या करें ?

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छोटे बच्चों के दांत में दर्द हो तो क्या करें ? ( What to do if young children have a toothache? )

वर्तमान समय में हमें स्वास्थ्य़ संबंधित कई तरह की समस्याओं का सामना करना पडता है. इनमें से दांतों का दर्द हमें बहुत परेशान करता है. आमतौर पर देखा जाता है कि दांतों में दर्द जैसी समस्या 10 वर्ष की आयु के बाद शुरू होती है. लेकिन अभी ऐसा भी देखने को मिल रहा है कि 3 से 5 साल के बच्चों को भी दर्द की समस्या का सामना करना पडता है. इसी कारण बच्चों की समस्या के समाधान के प्रति माता-पिता में बहुत चिंता होती है. यहीं कारण है कि इससे संबंधित कई तरह के सवाल पूछे जाते हैं. इसी तरह का एक सवाल जो आमतौर पर पूछा जाता है कि छोटे बच्चों के दांत में दर्द हो तो क्या करें ? अगर आपके मन में भी ऐसा ही सवाल है, तो इस पोस्ट में इसी सवाल का जवाब जानते हैं.

बच्चों के दांत में दर्द

बच्चों में दर्द के लक्षण और कारण –

किसी भी स्वास्थ्य संबंधित समस्या को अच्छे से समझने के लिए हमें उसके लक्षण और कारणों पर ध्यान देने की बहुत जरूरत होती है. अगर बच्चों में दर्द के लक्षणों की बात करें, तो मुंह में इरिटेशन होना , भूख लगने पर भी खाना ना खाना , मसूढ़ों में खून आना , मुंह से लार आना इत्यादी. बच्चों के दांतो में दर्द में माता – पिता की लापरवाही भी हो सकती है. आमतौर पर देखने को मिलता है कि बच्चों को बोतल से दूध पिलाया जाता है. बोतल को मुंह में लेकर ही बच्चे को नींद भी आ जाती है. इससे मुंह में जमा हुआ दूध बच्चे के दांतों में कीड़ा लगने का प्रमुख कारण बन सकता है. डॅाक्टरों की भाषा में इसे Rampant caries कहते हैं. इसके साथ ही खाना खाने के बाद बच्चे कुल्ला नहीं करते हैं. इससे भी यह समस्या उत्पन्न हो जाती है.

बच्चों के दांत में दर्द

बच्चों के दांत में दर्द हो तो क्या करें –

सबसे पहले तो हमें यह पता होना चाहिएं कि दर्द के पीछे का क्या कारण है. अगर कीड़े की वजह से दांतों में दर्द हो रहा है , तो इसके लिए लौंग के तेल का इस्तमाल किया जा सकता है. लौंग के तेल में इगूनोल होता है, जोकि दर्द को ठीक करने में मद्द करता है. अंगुली पर लौंग के तेल की कुछ बूंद डालकर दांतों के प्रभावित हिस्से पर मालिश करें. कोशिश करें अगर आपका बच्चा ऐसा कर सकता है, तो उसे ऐसा करने को कहें. नींम के बारे में तो आपने सुना ही होगा. यह हमारे दांतों के लिए बहुत ही उपयोगी होता है. नीम की पत्तियां चबाने के लिए कहें तथा कुछ समय बाद कुल्ला करा दें.

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बच्चों को दांत के दर्द से बचाने के लिए कुछ उपाय भी किए जा सकते हैं. बच्चों को स्वास्थ्य के लिए जागरूक करना चाहिएं. खाना खाने के बाद कुल्ला करने की आदत विकसित करें. इसके अलावा छोटे बच्चे को दूध पिलाने के लिए कोई समय निश्चित करें. ताकि आप उसका मुंह साफ कर पाएं. दूध पीने के बाद बच्‍चों के मसूढ़ों को किसी सॉफ्ट टूथब्रश या पानी में भीगे हुए सूती कपड़े से साफ करें. अगर ज्यादा समस्या होती है, तो अपने नजदीक के डॅाक्टर से संपर्क करें.

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. News4social इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।

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