होम्योपैथी दवाओं का प्रयोग करने के दौरान किन चीजों से परहेज करना चाहिएं ?

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होम्योपैथी दवाओं का प्रयोग करने के दौरान किन चीजों से परहेज करना चाहिएं ? ( What should be avoided while using homeopathic medicines? )
होम्योपैथी दवाओं का प्रयोग करने के दौरान किन चीजों से परहेज करना चाहिएं ? ( What should be avoided while using homeopathic medicines? )

होम्योपैथी दवाओं का प्रयोग करने के दौरान किन चीजों से परहेज करना चाहिएं ? ( What should be avoided while using homeopathic medicines? )

वर्तमान समय में हमें अनेंक स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ता है. जिसके लिए बाजार में कई तरह की दवाएं उपलब्ध होती है. ये दवाएं अलग अलग पद्दति की चिकित्सा से संबंधित होती है. वर्तमान समय में आयुर्वेदिक दवाओं के बारे में तो हमें बहुत सुनने को मिलता है, लेकिन बहुत कम लोग हैं, जो होम्योपैथी पद्दति के बारे में अधिक जानते हैं. इसी कारण जो लोग इसका प्रयोग करते हैं, उनके मन में इससे संबंधित कई तरह के सवाल होते हैं, जिनका जवाब उनको आसानी से नहीं मिल पाता है. इसी तरह का एक सवाल है कि होम्योपैथी दवाओं का प्रयोग करने के दौरान किन चीजों से परहेज करना चाहिएं ? अगर आपके मन में भी ऐसा ही सवाल है, तो इस पोस्ट में इसी सवाल का जवाब जानते हैं.

प्याज लहसुन

होम्योपैथी क्या होती है-

होम्योपैथी दवाओं के प्रयोग के दौरान किन चीजों से परहेज करना चाहिए. इस सवाल का जवाब जानने से पहले हमारे लिए यह जानना जरूरी हो जाता है कि होम्योपैथी पद्दति होती क्या है. इस पद्दति के जन्मदाता सैमुएल हैनीमेन को माना जाता है. अगर साधारण शब्दों में इस पद्दति की बात करें, तो समरूपता के सिद्धांत पर काम करती है. इसके अलावा यह पद्दति इस बात पर विश्वास करती है कि हमारा शरीर किसी बीमारी से खुद उभर सकता है. बस उस बीमारी से उभरने के लिए शरीर में जिस प्रतिक्रिया की जरूरत है, यह सिर्फ उसमें सहायता करती है.

होम्योपैथी

होम्योपैथी दवाओं के दौरान किन चीजों से परहेज-

अगर हम होम्योपैथी दवाओं का प्रयोग करते हैं, तो सबसे पहले हमें शराब, धूम्रपान तथा तंबाकू इत्यादी से परहेज करना चाहिएं. अगर आप त्वचा विकारों से संबंधित दवाओं का सेवन कर रहें है, तो ऐसी स्थिति में खट्टे फल या खट्टी दही को खाने से बचना चाहिए. इसके साथ ही होम्योपैथी दवाओं के प्रयोग के दौरान तेज गंध या स्वाद वाली चीजों या मसाले के प्रयोग से बचने की सलाह दी जाती है. उदाहरण के तौर पर लहसुन. किसी भी बीमारी को ठीक करने में शुद्ध भोजन तथा कुछ चीजों से परहेज करना अति आवश्यक हो जाता है.

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होम्योपैथी की दवा लेते समय ध्यान रखना आवश्यक है कि आप किसी विशेषज्ञय से ही ये दवा लें. इस दवा में मिलाई जाने वाली दवा की एक एक बूंद का अलग अलग उद्देश्य होता है. एक बूंद ज्यादा प्रयोग करने से उसके परिणाम पर सीधा प्रभाव पड़ता है. इसी कारण विशेषज्ञ से ही संपर्क कर इलाज शुरू करना चाहिए. अगर होम्योपैथी की सही दवा तथा सही मात्रा में आप इसका प्रयोग करते हैं, तो इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है.

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. News4social इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।

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