West Bengal Violence: बंगाल हिंसा पर NHRC की आई रिपोर्ट, भड़कीं ममता- UP में कानून का राज नहीं, वहां मोदी ने कितने कमीशन भेजे? h3>
कोलकाता
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के बाद राज्य के कई इलाकों में जमकर हिंसा हुई। सैकड़ों की संख्या में लोग पलायन करने पर मजबूर हो गए। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) की टीम ने हिंसाग्रस्त इलाकों का दौरा कर अपनी रिपोर्ट कोलकाता हाई कोर्ट को सौंप दी है। गुरुवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जोरदार हमला बोला है।
कोलकाता में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में ममता बनर्जी ने कहा- ‘पीएम मोदी अच्छी तरह जानते हैं कि यूपी में कानून का राज नहीं है। उन्होंने वहां जांच करने के लिए कितने कमीशन भेजे हैं? हाथरस से लेकर उन्नाव तक कई घटनाएं हो चुकी हैं। पत्रकारों को भी नहीं बख्शा गया। वे बंगाल को बदनाम करते हैं। बंगाल में सबसे ज्यादा हिंसा चुनाव से पहले हुई थीं।’
‘केंद्र ने लीक की एनएचआरसी की रिपोर्ट’
ममता बनर्जी ने कहा कि हाई कोर्ट में एनएचआरसी रिपोर्ट जमा करने के बजाय उन्होंने इसे लीक कर दिया है। उन्हें कोर्ट का सम्मान करना चाहिए। यदि यह राजनीतिक प्रतिशोध नहीं है, तो वे रिपोर्ट कैसे लीक कर सकते हैं? वे बंगाल के लोगों को बदनाम कर रहे हैं।
‘बंगाल चुनाव में हार स्वीकार नहीं कर पा रहे मोदी’
ममता बनर्जी ने कोरोना वैक्सीन की कमी पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि यदि पीएम मोदी बंगाल को पैसा और वैक्सीन नहीं देते हैं तो यह अन्याय है। वह केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करके और राजनीतिक प्रतिशोध चलाकर बंगाल को बदनाम कर रहे हैं। वह बंगाल चुनावों में हुआ अपना नुकसान स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं।
‘दिल्ली में राष्ट्रपति और पीएम से मुलाकात करने जाऊंगी’
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें 14 करोड़ वैक्सीन खुराक की जरूरत है, लेकिन हमें पर्याप्त रूप से टीके नहीं मिल रहे हैं। हमें केवल 2.12 करोड़ टीके मिले हैं। हमने खुद 18 लाख टीके खरीदे हैं। कुछ राज्यों को अधिक टीके मिल रहे हैं, कुछ को बिल्कुल नहीं मिल रहे हैं। अब जबकि कोविड की स्थिति में सुधार हुआ है, वह संसद सत्र के दौरान दिल्ली जाएंगी और वहां कुछ नेताओं से मुलाकात करेंगी। समय मिला तो वह राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से भी मिलेंगी।
क्या है एनएचआरसी की रिपोर्ट में
एनएचआरसी की कमिटी ने पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा की जांच के बाद अपनी सिफारिशें दी हैं। इसमें कहा गया है कि जिन गांवों में हिंसा के पांच से ज्यादा मामले हुए हैं वहां सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (सीएपीएफ) लगाई जाए। कमिटी ने कोलकाता हाईकोर्ट को अपनी रिपोर्ट सौंपी है। कोर्ट के आदेश के बाद ही यह कमिटी बनाई गई थी। आयोग की टीम ने सिफारिश की ही कि मर्डर, अननैचुरल डेथ, रेप जैसे सभी गंभीर मामलों को जांच के लिए सीबीआई को सौंपा जाए। कई केस के बारे में कहा गया है कि उनके ट्रायल राज्य से बाहर किए जाएं। साथ ही सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का तुरंत गठन किया जाए जिसमें सीनियर आईपीएस अधिकारी हों।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के बाद राज्य के कई इलाकों में जमकर हिंसा हुई। सैकड़ों की संख्या में लोग पलायन करने पर मजबूर हो गए। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) की टीम ने हिंसाग्रस्त इलाकों का दौरा कर अपनी रिपोर्ट कोलकाता हाई कोर्ट को सौंप दी है। गुरुवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जोरदार हमला बोला है।
कोलकाता में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में ममता बनर्जी ने कहा- ‘पीएम मोदी अच्छी तरह जानते हैं कि यूपी में कानून का राज नहीं है। उन्होंने वहां जांच करने के लिए कितने कमीशन भेजे हैं? हाथरस से लेकर उन्नाव तक कई घटनाएं हो चुकी हैं। पत्रकारों को भी नहीं बख्शा गया। वे बंगाल को बदनाम करते हैं। बंगाल में सबसे ज्यादा हिंसा चुनाव से पहले हुई थीं।’
‘केंद्र ने लीक की एनएचआरसी की रिपोर्ट’
ममता बनर्जी ने कहा कि हाई कोर्ट में एनएचआरसी रिपोर्ट जमा करने के बजाय उन्होंने इसे लीक कर दिया है। उन्हें कोर्ट का सम्मान करना चाहिए। यदि यह राजनीतिक प्रतिशोध नहीं है, तो वे रिपोर्ट कैसे लीक कर सकते हैं? वे बंगाल के लोगों को बदनाम कर रहे हैं।
‘बंगाल चुनाव में हार स्वीकार नहीं कर पा रहे मोदी’
ममता बनर्जी ने कोरोना वैक्सीन की कमी पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि यदि पीएम मोदी बंगाल को पैसा और वैक्सीन नहीं देते हैं तो यह अन्याय है। वह केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करके और राजनीतिक प्रतिशोध चलाकर बंगाल को बदनाम कर रहे हैं। वह बंगाल चुनावों में हुआ अपना नुकसान स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं।
‘दिल्ली में राष्ट्रपति और पीएम से मुलाकात करने जाऊंगी’
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें 14 करोड़ वैक्सीन खुराक की जरूरत है, लेकिन हमें पर्याप्त रूप से टीके नहीं मिल रहे हैं। हमें केवल 2.12 करोड़ टीके मिले हैं। हमने खुद 18 लाख टीके खरीदे हैं। कुछ राज्यों को अधिक टीके मिल रहे हैं, कुछ को बिल्कुल नहीं मिल रहे हैं। अब जबकि कोविड की स्थिति में सुधार हुआ है, वह संसद सत्र के दौरान दिल्ली जाएंगी और वहां कुछ नेताओं से मुलाकात करेंगी। समय मिला तो वह राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से भी मिलेंगी।
क्या है एनएचआरसी की रिपोर्ट में
एनएचआरसी की कमिटी ने पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा की जांच के बाद अपनी सिफारिशें दी हैं। इसमें कहा गया है कि जिन गांवों में हिंसा के पांच से ज्यादा मामले हुए हैं वहां सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (सीएपीएफ) लगाई जाए। कमिटी ने कोलकाता हाईकोर्ट को अपनी रिपोर्ट सौंपी है। कोर्ट के आदेश के बाद ही यह कमिटी बनाई गई थी। आयोग की टीम ने सिफारिश की ही कि मर्डर, अननैचुरल डेथ, रेप जैसे सभी गंभीर मामलों को जांच के लिए सीबीआई को सौंपा जाए। कई केस के बारे में कहा गया है कि उनके ट्रायल राज्य से बाहर किए जाएं। साथ ही सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का तुरंत गठन किया जाए जिसमें सीनियर आईपीएस अधिकारी हों।