Viktor Yanukovich : कौन हैं विक्टर यानुकोविच, जिन्हें वोलोडिमिर जेलेंस्की की जगह यूक्रेन का राष्ट्रपति बनाना चाहते हैं पुतिन h3>
कीव: रूस के हमले के बीच यूक्रेन (News about Ukraine) में पूर्व राष्ट्रपति और रूस समर्थक नेता विक्टर यानुकोविच (Viktor Yanukovych) की खूब चर्चा हो रही है। यूक्रेनी मीडिया में दावा किया जा रहा है कि विक्टर यानुकोविच इस समय बेलारूस की राजधानी मिन्स्क में हैं। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) उन्हें वोलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) की जगह यूक्रेन का नया राष्ट्रपति नियुक्त करना चाहते हैं। विक्टर साल 2014 तख्तापलट के बाद से ही रूस में निर्वासन की जिंदगी जी रहे हैं। यूक्रेन के दक्षिणपंथी नेता विक्टर यानुकोविच को बिलकुल भी पसंद नहीं करते हैं। हालांकि, रूस की तरफ से विक्टर यानुकोविच की दावेदारी को लेकर अभी तक कोई भी बयान जारी नहीं किया गया है। इसके बावजूद अमेरिका और पश्चिमी देश आशंका जता चुके हैं कि पुतिन का लक्ष्य कीव पर कब्जा कर वोलोडिमिर जेलेंस्की की सत्ता को उखाड़ फेंकना है। जिसके बाद वे यूक्रेन में रूस समर्थक एक कठपुतली सरकार का गठन करेंगे।
1991 तक सोवियत संघ का हिस्सा था यूक्रेन
विक्टर यानुकोविच को जानने से पहले हम आपको यूक्रेन का थोड़ा इतिहास बता रहे हैं। यूक्रेन पहली बार 1919 में पीपुल्स रिपब्लिक बना था। जिसके बाद 1922 में यह तत्कालीन सोवियत संघ के अधीन आ गया। यूक्रेन 1991 में सोवियत संघ के विघटन तक हिस्सा बना रहा। तब से लेकर अब तक यूक्रेन ने सात राष्ट्रपतियों का शासन देखा है, लेकिन वोलोडिमिर जेलेंस्की पहले ऐसे राष्ट्रपति हैं, जो युद्ध का दंश झेल रहे हैं। इससे पहले यूक्रेन के तीसरे राष्ट्रपति विक्टर युशचेंको की कार्यकाल के दौरान हत्या का भी प्रयास किया गया था। युशचेंको 2004 में यूक्रेन के राष्ट्रपति चुने गए, 2005 में पदभार ग्रहण किया और 2010 तक काबिज रहे।
मुश्किलों और अभाव में बीता विक्टर यानुकोविच का जीवन
अब बात करते हैं यूक्रेन के चौथे राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच की। विक्टर यानुकोविच का जन्म 9 जुलाई 1950 को तत्कालीन सोवियत संघ का हिस्सा रहे डोनेट्स्क में हुआ था। उन्होंने बचपन में काफी मुश्किलों का सामना किया। खुद विक्टर भी बताते रहे हैं कि मेरा बचपन कठिन और भुखमरी से भरा हुआ था। मैं अपनी माँ के बिना बड़ा हुआ, जो दो साल की उम्र में मर गई थी। मैं सड़कों पर नंगे पांव घूमता था। मुझे हर समय अपने लिए लड़ना पड़ता था। उनकी मां एक रूसी नर्स थीं और उनके पिता एक पोलिश-बेलारूसी लोकोमोटिव ड्राइवर थे। किशोरावस्था तक उनके पिता भी चल बसे, जिसके बाद यानुकोविच का पालन पोषण वारसॉ की रहने वाली उसकी पोलिश नानी ने किया।
डकैती मामले में तीन साल के लिए हुई थी जेल
विक्टर यानुकोविच को 15 दिसंबर 1967 को 17 साल की उम्र में एक डकैती और हमले में हिस्सा लेने के लिए तीन साल के कारावास की सजा सुनाई गई थी। 8 जून 1970 को उन्हें दूसरी बार हमले के आरोप में दोषी ठहराया गया था। तब उन्हें कोर्ट ने दो साल की कैद की सजा सुनाई गई थी। बड़ी बात यह थी कि यानुकोविच ने इस फैसले के खिलाफ अपील नहीं की थी। राष्ट्रपति बनने के बाद यानुकोविच ने अपनी गिरफ्तारी और कारावास को युवावस्था की गलतियां करार दिया था। 1971 में यानुकोविच ने ल्यूडमिला नास्टेंको से शादी की। उनकी पत्नी येनाकीयेव शहर के जज ऑलेक्जेंडर साज़िन की भतीजी थीं।
1996 से 2014 तक यूक्रेन की राजनीति में रहे सक्रिय
यानुकोविच का राजनीतिक जीवन अगस्त 1996 में डोनेट्स्क ओब्लास्ट प्रशासन के डिप्टी चीफ के रूप में शुरू हुआ था। 4 मई 1997 को उन्हें प्रशासन के प्रमुख यानी राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया। उसके बाद विक्टर यानुकोविच ने राजनीति में 2014 तक कभी भी बड़ी असफलता का सामना नहीं किया। यानुकोविच 2010 से 2014 तक यूक्रेनी क्रांति से पहले राष्ट्रपति पद पर बने रहे। वे वह 21 नवंबर 2002 से 7 दिसंबर 2004 तक और 28 दिसंबर 2004 से 5 जनवरी 2005 तक राष्ट्रपति लियोनिद कुचमा के शासन में यूक्रेन के प्रधान मंत्री थे। उनके रूस के साथ रिश्ते काफी अच्छे थे। यानुकोविच को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का खास दोस्त माना जाता है। यही कारण है कि यूक्रेन में तख्तापलट के बाद उन्हें रूस ने तत्काल शरण मुहैया करवाई थी।
यानुकोविच को पद से क्यों हटाया गया?
सोवियत संघ से आजादी के बाद यूक्रेन में एक धड़ा ऐसा खड़ा हुआ, जो पश्चिम समर्थक था। इसके बावजूद यूक्रेन के शासन पर रूस का प्रभाव ज्यादा था। पश्चिम समर्थक राजनेता यूक्रेन के प्रगति में रूसी प्रभाव को बड़ी बाधा मानते थे। उन्होंने लोगों के बीच यह माहौल बनाया कि अगर रूस समर्थक नेताओं को शासन से हटा दिया जाए तो उनके देश में लोकतंत्र आएगा। इन नेताओं ने यूक्रेन को यूरोपीय संघ का हिस्सा बनाने की भी जोरदार पैरवी की। 2014 में यूक्रेन में यूरोपीय संघ के साथ समझौते का दबाव बढ़ने लगा। लेकिन, सत्ता पर बैठे विक्टर यानुकोविच ने यूक्रेनी-यूरोपीय संघ समझौते को खारिज कर दिया। उनके इस फैसले के बाद यूक्रेनी क्रांति हुई और यानुकोविच को सत्ता से हटा कर 23 फरवरी 2014 को ऑलेक्जेंडर तुर्चिनोव को नया राष्ट्रपति बनाया गया। 7 जून 2014 को तुर्चिनोव की जगह पेट्रो पोरोशेंको यूक्रेन के नए राष्ट्रपति बने। जिसके बाद 2019 में हुए चुनाव में वोलोडिमिर जेलेंस्की को जीत मिली।
1991 तक सोवियत संघ का हिस्सा था यूक्रेन
विक्टर यानुकोविच को जानने से पहले हम आपको यूक्रेन का थोड़ा इतिहास बता रहे हैं। यूक्रेन पहली बार 1919 में पीपुल्स रिपब्लिक बना था। जिसके बाद 1922 में यह तत्कालीन सोवियत संघ के अधीन आ गया। यूक्रेन 1991 में सोवियत संघ के विघटन तक हिस्सा बना रहा। तब से लेकर अब तक यूक्रेन ने सात राष्ट्रपतियों का शासन देखा है, लेकिन वोलोडिमिर जेलेंस्की पहले ऐसे राष्ट्रपति हैं, जो युद्ध का दंश झेल रहे हैं। इससे पहले यूक्रेन के तीसरे राष्ट्रपति विक्टर युशचेंको की कार्यकाल के दौरान हत्या का भी प्रयास किया गया था। युशचेंको 2004 में यूक्रेन के राष्ट्रपति चुने गए, 2005 में पदभार ग्रहण किया और 2010 तक काबिज रहे।
मुश्किलों और अभाव में बीता विक्टर यानुकोविच का जीवन
अब बात करते हैं यूक्रेन के चौथे राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच की। विक्टर यानुकोविच का जन्म 9 जुलाई 1950 को तत्कालीन सोवियत संघ का हिस्सा रहे डोनेट्स्क में हुआ था। उन्होंने बचपन में काफी मुश्किलों का सामना किया। खुद विक्टर भी बताते रहे हैं कि मेरा बचपन कठिन और भुखमरी से भरा हुआ था। मैं अपनी माँ के बिना बड़ा हुआ, जो दो साल की उम्र में मर गई थी। मैं सड़कों पर नंगे पांव घूमता था। मुझे हर समय अपने लिए लड़ना पड़ता था। उनकी मां एक रूसी नर्स थीं और उनके पिता एक पोलिश-बेलारूसी लोकोमोटिव ड्राइवर थे। किशोरावस्था तक उनके पिता भी चल बसे, जिसके बाद यानुकोविच का पालन पोषण वारसॉ की रहने वाली उसकी पोलिश नानी ने किया।
डकैती मामले में तीन साल के लिए हुई थी जेल
विक्टर यानुकोविच को 15 दिसंबर 1967 को 17 साल की उम्र में एक डकैती और हमले में हिस्सा लेने के लिए तीन साल के कारावास की सजा सुनाई गई थी। 8 जून 1970 को उन्हें दूसरी बार हमले के आरोप में दोषी ठहराया गया था। तब उन्हें कोर्ट ने दो साल की कैद की सजा सुनाई गई थी। बड़ी बात यह थी कि यानुकोविच ने इस फैसले के खिलाफ अपील नहीं की थी। राष्ट्रपति बनने के बाद यानुकोविच ने अपनी गिरफ्तारी और कारावास को युवावस्था की गलतियां करार दिया था। 1971 में यानुकोविच ने ल्यूडमिला नास्टेंको से शादी की। उनकी पत्नी येनाकीयेव शहर के जज ऑलेक्जेंडर साज़िन की भतीजी थीं।
1996 से 2014 तक यूक्रेन की राजनीति में रहे सक्रिय
यानुकोविच का राजनीतिक जीवन अगस्त 1996 में डोनेट्स्क ओब्लास्ट प्रशासन के डिप्टी चीफ के रूप में शुरू हुआ था। 4 मई 1997 को उन्हें प्रशासन के प्रमुख यानी राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया। उसके बाद विक्टर यानुकोविच ने राजनीति में 2014 तक कभी भी बड़ी असफलता का सामना नहीं किया। यानुकोविच 2010 से 2014 तक यूक्रेनी क्रांति से पहले राष्ट्रपति पद पर बने रहे। वे वह 21 नवंबर 2002 से 7 दिसंबर 2004 तक और 28 दिसंबर 2004 से 5 जनवरी 2005 तक राष्ट्रपति लियोनिद कुचमा के शासन में यूक्रेन के प्रधान मंत्री थे। उनके रूस के साथ रिश्ते काफी अच्छे थे। यानुकोविच को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का खास दोस्त माना जाता है। यही कारण है कि यूक्रेन में तख्तापलट के बाद उन्हें रूस ने तत्काल शरण मुहैया करवाई थी।
यानुकोविच को पद से क्यों हटाया गया?
सोवियत संघ से आजादी के बाद यूक्रेन में एक धड़ा ऐसा खड़ा हुआ, जो पश्चिम समर्थक था। इसके बावजूद यूक्रेन के शासन पर रूस का प्रभाव ज्यादा था। पश्चिम समर्थक राजनेता यूक्रेन के प्रगति में रूसी प्रभाव को बड़ी बाधा मानते थे। उन्होंने लोगों के बीच यह माहौल बनाया कि अगर रूस समर्थक नेताओं को शासन से हटा दिया जाए तो उनके देश में लोकतंत्र आएगा। इन नेताओं ने यूक्रेन को यूरोपीय संघ का हिस्सा बनाने की भी जोरदार पैरवी की। 2014 में यूक्रेन में यूरोपीय संघ के साथ समझौते का दबाव बढ़ने लगा। लेकिन, सत्ता पर बैठे विक्टर यानुकोविच ने यूक्रेनी-यूरोपीय संघ समझौते को खारिज कर दिया। उनके इस फैसले के बाद यूक्रेनी क्रांति हुई और यानुकोविच को सत्ता से हटा कर 23 फरवरी 2014 को ऑलेक्जेंडर तुर्चिनोव को नया राष्ट्रपति बनाया गया। 7 जून 2014 को तुर्चिनोव की जगह पेट्रो पोरोशेंको यूक्रेन के नए राष्ट्रपति बने। जिसके बाद 2019 में हुए चुनाव में वोलोडिमिर जेलेंस्की को जीत मिली।