Vikas Dubey: पंचायत भवन में आज भी है विकास दुबे का कब्जा, प्रशासन दो साल से नहीं खुलवा सका ताला, डीएम को लिखा पत्र h3>
सुमित शर्मा, कानपुर: कुख्यात अपराधी विकास दुबे एनकाउंटर (Vikas Dubey Encounter) के लगभग दो साल बीते चुके हैं। बिकरू गांव (Bikaru Gaon) में आज भी विकास दुबे के नाम पर खौफ है। ग्रामीण विकास दुबे और उसके परिवार के बारे में लोग अभी भी खुल कर बोलने से बचते हैं। बिकरू गांव से एक हैरान करने वाला लेटर सामने आया है। एनकाउंटर के बाद भी गांव के पंचायत भवन में विकास दुबे का कब्जा है। पंचायत भवन में विकास दुबे का अनाज रखा है और उसमें उसका ताला लगा है। दो साल बीत जाने के बाद भी जिला प्रशासन पंचायत भवन का ताला खुलाकर कब्जा नहीं ले सका है। ग्राम प्रधान ने डीएम को पत्र लिखकर ताला खुलाने की गुहार लगाई है।
दुर्दांत अपराधी विकास दुबे ने बीते 2 जुलाई 2020 की रात अपने गुर्गों के साथ मिलकर सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। बिकरू कांड के बाद यूपी एसटीएफ ने विकास दुबे समेत 6 बदमाशों को एनकांउटर में मार गिराया था। इस मामले में 36 आरोपी जेल में बंद हैं। बिकरू कांड के बाद पुलिस प्रशासन ने विकास दुबे की कोठी पर बुलडोजर चला कर खंडहर में तब्दील कर दिया था। इसके साथ ही उसकी लग्जरी गाड़ियों और ट्रैक्टर को भी बर्बाद कर दिया गया था। एनकाउंटर के दो साल बाद जिला प्रशासन ने विकास की 67 करोड़ की चल-अचल संपत्ति को जब्त करने के आदेश दिए हैं।
प्रधान ने डीएम को लिखा पत्र
बिकरू गांव की प्रधान मधू देवी ने डीएम को पत्र लिखकर पंचायत भवन खाली कराए जाने की मांग की है। ग्राम प्रधान ने पत्र में लिखा है कि हमारी ग्राम पंचायत में दो पंचायत घर बने हैं, जिसमें से एक पंचायत भवन का इस्तेमाल ग्राम सचिवालय के रूप में किया जा रहा है। दूसरे पंचायत भवन में बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे का अनाज दो साल से रखा है। पंचायत भवन में रखा अनाज पूरी तहर से खराब हो चुका होगा। ताला बंद होने के कारण भवन क्षतिग्रस्त हो रहा है। आप से निवेदन है कि पुलिस और आपूर्ति विभाग को निर्देशित कर ताला खुलवाने की कृपा करें।
अधिकारी नहीं सुनते हैं
ग्राम प्रधान मधू देवी के पति ने बताया कि हमने इस संबंध में कई बार अधिकारियों को अवगत कराया है, लेकिन हमारी सुनवाई नहीं हुई है। बिकरू कांड के बाद से पंचायत भवन में ताला लगा है। पंचायत भवन में राशन की दुकान का अनाज भरा हुआ है। उन्होने बताया कि मैं इस संबंध में बिल्हौर विधायक राहुल सोनकर बच्चा से मिलने के बाद डीएम को पत्र सौंपा है।
विकास की मर्जी के बिना नहीं चुने जाते थे प्रधान
यूपी पंचायत चुनाव 2021 में मधू देवी बिकरू गांव की प्रधान चुनी गई थीं। बिकरू गांव में 25 साल बाद निष्पक्ष चुनाव हुआ था। ग्रामीणों ने अपनी पसंद के प्रत्याशी को गांव का प्रधान बनाया था। दरअसल, बीते 25 वर्षों से बिकरू गांव में विकास के परिवार या फिर उसकी पसंद के लोग ही प्रधान चुने जाते थे। विकास दुबे की मर्जी के बिना बिकरू समेत आसपास के गांव में प्रधान नहीं बनते थे। विकास दुबे जिसे कहता था, ग्रामीण उसे ही वोट करते थे।
उत्तर प्रदेश की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Uttar Pradesh News
प्रधान ने डीएम को लिखा पत्र
बिकरू गांव की प्रधान मधू देवी ने डीएम को पत्र लिखकर पंचायत भवन खाली कराए जाने की मांग की है। ग्राम प्रधान ने पत्र में लिखा है कि हमारी ग्राम पंचायत में दो पंचायत घर बने हैं, जिसमें से एक पंचायत भवन का इस्तेमाल ग्राम सचिवालय के रूप में किया जा रहा है। दूसरे पंचायत भवन में बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे का अनाज दो साल से रखा है। पंचायत भवन में रखा अनाज पूरी तहर से खराब हो चुका होगा। ताला बंद होने के कारण भवन क्षतिग्रस्त हो रहा है। आप से निवेदन है कि पुलिस और आपूर्ति विभाग को निर्देशित कर ताला खुलवाने की कृपा करें।
अधिकारी नहीं सुनते हैं
ग्राम प्रधान मधू देवी के पति ने बताया कि हमने इस संबंध में कई बार अधिकारियों को अवगत कराया है, लेकिन हमारी सुनवाई नहीं हुई है। बिकरू कांड के बाद से पंचायत भवन में ताला लगा है। पंचायत भवन में राशन की दुकान का अनाज भरा हुआ है। उन्होने बताया कि मैं इस संबंध में बिल्हौर विधायक राहुल सोनकर बच्चा से मिलने के बाद डीएम को पत्र सौंपा है।
विकास की मर्जी के बिना नहीं चुने जाते थे प्रधान
यूपी पंचायत चुनाव 2021 में मधू देवी बिकरू गांव की प्रधान चुनी गई थीं। बिकरू गांव में 25 साल बाद निष्पक्ष चुनाव हुआ था। ग्रामीणों ने अपनी पसंद के प्रत्याशी को गांव का प्रधान बनाया था। दरअसल, बीते 25 वर्षों से बिकरू गांव में विकास के परिवार या फिर उसकी पसंद के लोग ही प्रधान चुने जाते थे। विकास दुबे की मर्जी के बिना बिकरू समेत आसपास के गांव में प्रधान नहीं बनते थे। विकास दुबे जिसे कहता था, ग्रामीण उसे ही वोट करते थे।