Video: पंडित प्रदीप मिश्रा बोले- ‘जो सनातन को तोडऩे की बात करें उन्हें उनकी भाषा में ही जवाब दो’ | Pandit Pradeep Mishra said- ‘Those who talk about breaking Sanatan | Patrika News h3>
भोपालPublished: Jun 12, 2023 07:08:27 pm
शिवमहापुराण कथा सुनने उमड़ रही भीड़
कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा
भोपाल. मच्छर और मनुष्य दोनों ही काटते हैं, फर्क इतना है कि मच्छर काटता है तो खून निकलता है, लेकिन जब मनुष्य काटता है तो अपने समाज, परिवार, धर्म, मोहल्ले को काट देता है और सनातन को बांट देता है। मच्छर, मच्छर को नहीं काटता लेकिन मनुष्य ही मनुष्य को काट देता है। आज सनातन धर्म को वर्ण जातियों में विभाजित कर दिया है, कई लोग तो भगवान को भी बांट रहे हैं, कि यह भगवान तुम्हारा, यह हमारा। इसलिए सनातन धर्म को तोडऩे वालों को उनकी भाषा में जवाब देना जरूरी है और सावधान रहना जरूरी है।
करोंद में चल रही Shiva Mahapuran शिवमहापुराण कथा के दूसरे दिन यह बात कथावाचक Pandit Pradeep Mishra पं. प्रदीप मिश्रा ने कही। उन्होंने कहा जो व्यक्ति सनातन धर्म में जन्म के बाद भी सनातन पर उंगली उठाता है, उसके बारे में क्या कहें,वह साधारण नहीं है। आप शॉङ्क्षपग मॉल जाओ, ब्यूटी पार्लर जाओ तो कोई कुछ नहीं कहेगा, लेकिन दो-चार दिन लगातार मंदिर जाना शुरू कर दोगे तो लोग ताने देने लगेंगे इसलिए ऐसे लोगों की बातों पर ध्यान ही मत दो।
मांगना है तो भगवान से मांगो: Pandit Pradeep Mishra पं. मिश्रा ने कहा कि दूसरों से मांगकर न तो दान करना चाहिए न गुजारा करना चाहिए। किसी से मांगकर आपका गुजारा नहीं हो सकता। दुनिया के बैंक लोन देने के लिए तैयार बैठे है, वे 24 घंटे आपकों कर्जे में डुबाने के लिए हैं। इनसे भूलकर भी कर्जा मत लेना। अगर मांगना है तो भगवान से मांगो, दुनिया से कर्ज लोगे तो चुकाना पड़ेगा, भोलेनाथ से लोगे तो चुकाना नहीं पड़ेगा।
दोपहर 12 के पहले ही पंडाल फुल
रविवार का दिन होने के कारण हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। भीड़ का आलम यह था कि तपती दोपहरी में लोगों का जगह-जगह सडक़ों पर रैला नजर आ रहा था। दोपहर 12 बजे के पहले ही कथा का पंडाल फुल हो गया था। आयोजकों की ओर से धूप से बचाव के लिए श्रद्धालुओं को छतरियां भी वितरित की गईं।
अनेक संगठन दे रहे सेवा
कथा स्थल पर कोई श्रद्धालुओं को चाय और नाश्ता करवा रहा है तो कोई शरबत, शीतल जल आदि उपलब्ध करावा रहा है। करुणाधाम आश्रम की ओर से श्रद्धालुओं को शरबत का वितरण किया जा रहा है। साहू समाज चांदबड़ की ओर से सुबह श्रद्धालुओं को पोहा दिया जा रहा है। महाशिवपुराण कथा के मंच पर भोपाल के कलाकारों द्वारा शंकर पार्वती का वेष बनाकर आकर्षक झांकी सजाई गई।
कथा में परिजनों से बिछड़ी बच्ची, पुलिस ने खोजी
राजधानी में बड़ी संख्या में लोगों के आगमन के चलते नादरा बस स्टैंड से करौंद चौराहे तक रविवार को भारी भीड़ के हालात बने रहे। कथा सुनने आए परिवार से बालिका छूट गई। थाना प्रभारी रूपेश दुबे ने बताया कि बच्चे की जानकारी लेकर फील्ड में मौजूद पेट्रोङ्क्षलग कर्मचारी ने बालिका वंशिका को खोज निकाला।
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भोपालPublished: Jun 12, 2023 07:08:27 pm
शिवमहापुराण कथा सुनने उमड़ रही भीड़
कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा
भोपाल. मच्छर और मनुष्य दोनों ही काटते हैं, फर्क इतना है कि मच्छर काटता है तो खून निकलता है, लेकिन जब मनुष्य काटता है तो अपने समाज, परिवार, धर्म, मोहल्ले को काट देता है और सनातन को बांट देता है। मच्छर, मच्छर को नहीं काटता लेकिन मनुष्य ही मनुष्य को काट देता है। आज सनातन धर्म को वर्ण जातियों में विभाजित कर दिया है, कई लोग तो भगवान को भी बांट रहे हैं, कि यह भगवान तुम्हारा, यह हमारा। इसलिए सनातन धर्म को तोडऩे वालों को उनकी भाषा में जवाब देना जरूरी है और सावधान रहना जरूरी है।
करोंद में चल रही Shiva Mahapuran शिवमहापुराण कथा के दूसरे दिन यह बात कथावाचक Pandit Pradeep Mishra पं. प्रदीप मिश्रा ने कही। उन्होंने कहा जो व्यक्ति सनातन धर्म में जन्म के बाद भी सनातन पर उंगली उठाता है, उसके बारे में क्या कहें,वह साधारण नहीं है। आप शॉङ्क्षपग मॉल जाओ, ब्यूटी पार्लर जाओ तो कोई कुछ नहीं कहेगा, लेकिन दो-चार दिन लगातार मंदिर जाना शुरू कर दोगे तो लोग ताने देने लगेंगे इसलिए ऐसे लोगों की बातों पर ध्यान ही मत दो।
मांगना है तो भगवान से मांगो: Pandit Pradeep Mishra पं. मिश्रा ने कहा कि दूसरों से मांगकर न तो दान करना चाहिए न गुजारा करना चाहिए। किसी से मांगकर आपका गुजारा नहीं हो सकता। दुनिया के बैंक लोन देने के लिए तैयार बैठे है, वे 24 घंटे आपकों कर्जे में डुबाने के लिए हैं। इनसे भूलकर भी कर्जा मत लेना। अगर मांगना है तो भगवान से मांगो, दुनिया से कर्ज लोगे तो चुकाना पड़ेगा, भोलेनाथ से लोगे तो चुकाना नहीं पड़ेगा।
दोपहर 12 के पहले ही पंडाल फुल
रविवार का दिन होने के कारण हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। भीड़ का आलम यह था कि तपती दोपहरी में लोगों का जगह-जगह सडक़ों पर रैला नजर आ रहा था। दोपहर 12 बजे के पहले ही कथा का पंडाल फुल हो गया था। आयोजकों की ओर से धूप से बचाव के लिए श्रद्धालुओं को छतरियां भी वितरित की गईं।
अनेक संगठन दे रहे सेवा
कथा स्थल पर कोई श्रद्धालुओं को चाय और नाश्ता करवा रहा है तो कोई शरबत, शीतल जल आदि उपलब्ध करावा रहा है। करुणाधाम आश्रम की ओर से श्रद्धालुओं को शरबत का वितरण किया जा रहा है। साहू समाज चांदबड़ की ओर से सुबह श्रद्धालुओं को पोहा दिया जा रहा है। महाशिवपुराण कथा के मंच पर भोपाल के कलाकारों द्वारा शंकर पार्वती का वेष बनाकर आकर्षक झांकी सजाई गई।
कथा में परिजनों से बिछड़ी बच्ची, पुलिस ने खोजी
राजधानी में बड़ी संख्या में लोगों के आगमन के चलते नादरा बस स्टैंड से करौंद चौराहे तक रविवार को भारी भीड़ के हालात बने रहे। कथा सुनने आए परिवार से बालिका छूट गई। थाना प्रभारी रूपेश दुबे ने बताया कि बच्चे की जानकारी लेकर फील्ड में मौजूद पेट्रोङ्क्षलग कर्मचारी ने बालिका वंशिका को खोज निकाला।