Uttarakhand Char Dham Yatra: हर रोज कितने श्रद्धालु कर पाएंगे चारधाम के दर्शन? जानिए उत्तराखंड सरकार ने क्या कहा h3>
ऋषिकेश: उत्तराखंड में तीन मई को गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट खुलने के साथ चारधाम यात्रा (Uttarakhand Char Dham Yatra) की शुरुआत हो रही है। केदारनाथ के कपाट 6 मई को और बद्रीनाथ के कपाट 8 मई को खुलेंगे। उत्तराखंड सरकार ने चार धाम यात्रा के पहले 45 दिनों के लिए कार्ययोजना तैयार कर ली है। इसके तहत प्रति दिन कितने यात्री यात्रा पर जा पाएंगे, ये तय कर दिया गया है। शासन के मुताबिक, प्रतिदिन 15 हजार यात्री बद्रीनाथ, 12 हजार केदारनाथ, 7 हजार गंगोत्री और 4 हजार श्रद्धालु यमुनोत्री के दर्शन कर पाएंगे। सरकार ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।
चारधाम सहित श्री हेमकुंट साहिब धाम की यात्रा के लिए अब तक 2,88,885 श्रद्धालुओं ने अपना आनलाइन पंजीकरण कराया है। संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के तहत अब तक करीब 700 बसों की एडवांस बुकिंग हो चुकी है। बीते दो वर्ष तक कोरोना संक्रमण के कारण चारधाम यात्रा प्रभावित रही है। इस वर्ष अब तक सारी स्थिति अनुकूल है। जिसका असर चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों के पंजीकरण की संख्या के रूप में दिख रहा है।
इस वर्ष व्यवस्था में परिवर्तन किया गया है। पंजीकरण व्यवस्था आनलाइन कर दी गई है। जिसमें यात्रा को लेकर अच्छे रुझान देखने को मिल रहे हैं। अक्षय तृतीया यानी तीन मई को यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। केदारनाथ धाम के कपाट छह मई और बदरीनाथ धाम के कपाट आठ मई को खुल जाएंगे। श्री हेमकुंट धाम के कपाट 22 मई को खुल रहे हैं। पंजीकरण करने वाली संस्था एथिक्स इन्फोटेक के माध्यम से इस वर्ष यात्रा के लिए शुक्रवार शाम तक 2,88,885 श्रद्धालु अपना पंजीकरण करा चुके हैं। एथिक्स इन्फोटेक के प्रोजेक्ट मैनेजर प्रेम अनंत ने बताया कि यमुनोत्री के लिए 47,066, गंगोत्री के लिए 48,806, केदारनाथ के लिए 1,05,941, बदरीनाथ के लिए 84,708 और श्री हेमकुंट धाम के लिए 2362 श्रद्धालुओं ने अपना पंजीकरण कराया है।
1200 ग्रीन कार्ड जारी
परिवहन विभाग की ओर से 18 अप्रैल से लेकर अब तक 12 सौ वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड जारी कर दिए गए हैं। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन अरविंद कुमार पांडे ने बताया कि शुक्रवार को कुल 205 ग्रीन कार्ड जारी किए गए। अब तक 464 बस, तीन मिनी बस, 235 मैक्सी और 498 टैक्सी वाहनों को ग्रीन कार्ड जारी कर दिए गए हैं। एक मई से अन्य प्रांतों के वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड सुविधा उपलब्ध करा दी जाएगी।
कोविड की नेगेटिव जांच रिपोर्ट जरूरी नहींं
इस साल चार धाम यात्रा के लिए उत्तराखंड आने वाले तीर्थयात्रियों को कोविड की नेगेटिव जांच रिपोर्ट या टीकाकरण प्रमाणपत्र साथ रखना अनिवार्य नहीं है। यह जानकारी एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने शनिवार को दी। मुख्य सचिव एस एस संधू ने शुक्रवार रात अधिकारियों के साथ बैठक कर चार धाम यात्रा और इस विषय पर चर्चा की कि इसे सफलतापूर्वक कैसे संचालित किया जाए। उन्होंने बैठक के बाद कहा कि तीर्थ यात्रा पर निकलने से पहले श्रद्धालुओं के लिए पर्यटन विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण करना अनिवार्य होगा।
इस वर्ष व्यवस्था में परिवर्तन किया गया है। पंजीकरण व्यवस्था आनलाइन कर दी गई है। जिसमें यात्रा को लेकर अच्छे रुझान देखने को मिल रहे हैं। अक्षय तृतीया यानी तीन मई को यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। केदारनाथ धाम के कपाट छह मई और बदरीनाथ धाम के कपाट आठ मई को खुल जाएंगे। श्री हेमकुंट धाम के कपाट 22 मई को खुल रहे हैं। पंजीकरण करने वाली संस्था एथिक्स इन्फोटेक के माध्यम से इस वर्ष यात्रा के लिए शुक्रवार शाम तक 2,88,885 श्रद्धालु अपना पंजीकरण करा चुके हैं। एथिक्स इन्फोटेक के प्रोजेक्ट मैनेजर प्रेम अनंत ने बताया कि यमुनोत्री के लिए 47,066, गंगोत्री के लिए 48,806, केदारनाथ के लिए 1,05,941, बदरीनाथ के लिए 84,708 और श्री हेमकुंट धाम के लिए 2362 श्रद्धालुओं ने अपना पंजीकरण कराया है।
1200 ग्रीन कार्ड जारी
परिवहन विभाग की ओर से 18 अप्रैल से लेकर अब तक 12 सौ वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड जारी कर दिए गए हैं। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन अरविंद कुमार पांडे ने बताया कि शुक्रवार को कुल 205 ग्रीन कार्ड जारी किए गए। अब तक 464 बस, तीन मिनी बस, 235 मैक्सी और 498 टैक्सी वाहनों को ग्रीन कार्ड जारी कर दिए गए हैं। एक मई से अन्य प्रांतों के वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड सुविधा उपलब्ध करा दी जाएगी।
कोविड की नेगेटिव जांच रिपोर्ट जरूरी नहींं
इस साल चार धाम यात्रा के लिए उत्तराखंड आने वाले तीर्थयात्रियों को कोविड की नेगेटिव जांच रिपोर्ट या टीकाकरण प्रमाणपत्र साथ रखना अनिवार्य नहीं है। यह जानकारी एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने शनिवार को दी। मुख्य सचिव एस एस संधू ने शुक्रवार रात अधिकारियों के साथ बैठक कर चार धाम यात्रा और इस विषय पर चर्चा की कि इसे सफलतापूर्वक कैसे संचालित किया जाए। उन्होंने बैठक के बाद कहा कि तीर्थ यात्रा पर निकलने से पहले श्रद्धालुओं के लिए पर्यटन विभाग के पोर्टल पर पंजीकरण करना अनिवार्य होगा।