US Election 2020: हार के डर से बौखला गए थे डोनाल्ड ट्रंप, दिया था वोटिंग मशीन जब्त करने का आदेश h3>
हाइलाइट्स
- हार के डर से बौखला गए थे डोनाल्ड ट्रंप, बाइडन के हाथ में नहीं देना चाहते थे सत्ता
- दस्तावेजों से हुआ खुलासा- रक्षा मंत्री को दिए थे वोटिंग मशीन जब्त करने के आदेश
- डोनाल्ड ट्रंप ने बाइडन की निर्वाचन प्रक्रिया को रोकने के लिए किए असाधारण प्रयास
वॉशिंगटन : अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव 2020-21 की सबसे चर्चित और विवादित घटनाओं में से एक है। इस चुनाव में देश ने वह दिन भी देखा जब दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र पर भीड़तंत्र हावी हो गया। विवादित चुनाव की पूरी पिक्चर के पीछे थे पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जिन्हें अपनी हार हजम नहीं हुई। एक नई रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि राष्ट्रपति चुनाव में अपनी हार के बाद ट्रंप ने एक मसौदा कार्यकारी आदेश में रक्षा सचिव को वोटिंग मशीनों को जब्त करने का निर्देश दिया था।
पोलिटिको की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। यह हाल ही जारी किए गए नेशनल आर्काइव डॉक्यूमेंट्स पर आधारित है। रिपोर्ट के अनुसार ट्रंप ने बाइडन को निर्वाचित राष्ट्रपति घोषित किए जाने से रोकने के लिए असाधारण प्रयासों का सहारा लिया था। 16 दिसंबर 2020 के मसौदे में रक्षा सचिव को आदेश दिया गया था कि सभी मशीनों, उपकरणों, इलेक्ट्रॉनिक रूप से रेकॉर्ड की गई जानकारी और मटेरियल रेकॉर्ड को जब्त कर लिया जाए।
700 से अधिक पन्नों में हुआ खुलासा
यह राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के कार्यालय को भी निर्देशित करता है कि 7 दिनों के भीतर चुनाव का प्रारंभिक मूल्यांकन और 60 दिनों के भीतर अंतिम मूल्यांकन मुहैया कराएं। यह ड्राफ्ट ऑर्डर राष्ट्रपति के दस्तावेजों के 700 से अधिक पन्नों का हिस्सा है जिन्हें नेशनल आर्काइव एंड एडमिनिस्ट्रेशन ने यूएस हाउस कमेटी को जारी किया है। अमेरिका के संसद भवन ‘कैपिटॉल हिल’ पर हमले की पहली बरसी 6 जनवरी को थी, जब ट्रंप समर्थकों ने उनके कहने पर देश के संसद पर हमला बोल दिया था।
बाइडन को बताया ‘असुरक्षित तानाशाह’
इस मौके पर जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस देश के लोगों को संबोधित किया। मगर पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को रद्द कर दिया और बाद में बयान जारी कर बाइडन को ‘असुरक्षित तानाशाह’ करार दिया। वहीं, अमेरिकी संसद की इमारत ‘कैपिटॉल हिल’ (Capitol Hill) में हुए हमले की बरसी पर राष्ट्रपति जो बाइडन ने देश को संबोधित किया। इस दौरान पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) पर जमकर हमला बोला।
संविधान को खतरे में डालने का आरोप
बाइडन (Joe Biden) ने डोनाल्ड ट्रंप पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ये है सच है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2020 के चुनाव के बारे में झूठ का जाल बनाया और फैलाया। उन्होंने ऐसा इसलिए किया है क्योंकि वो सिद्धांत पर ताकत को महत्व देते हैं। उनका अहंकार उनके लिए लोकतंत्र या संविधान से ज्यादा मायने रखता है। ट्रंप के झूठ का जाल अमेरिका के लोकतंत्र के लिए खतरा है। एक साल पहले लोकतंत्र पर हमलाकर हमारे संविधान को खतरे में डाल दिया था।
हाइलाइट्स
- हार के डर से बौखला गए थे डोनाल्ड ट्रंप, बाइडन के हाथ में नहीं देना चाहते थे सत्ता
- दस्तावेजों से हुआ खुलासा- रक्षा मंत्री को दिए थे वोटिंग मशीन जब्त करने के आदेश
- डोनाल्ड ट्रंप ने बाइडन की निर्वाचन प्रक्रिया को रोकने के लिए किए असाधारण प्रयास
पोलिटिको की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। यह हाल ही जारी किए गए नेशनल आर्काइव डॉक्यूमेंट्स पर आधारित है। रिपोर्ट के अनुसार ट्रंप ने बाइडन को निर्वाचित राष्ट्रपति घोषित किए जाने से रोकने के लिए असाधारण प्रयासों का सहारा लिया था। 16 दिसंबर 2020 के मसौदे में रक्षा सचिव को आदेश दिया गया था कि सभी मशीनों, उपकरणों, इलेक्ट्रॉनिक रूप से रेकॉर्ड की गई जानकारी और मटेरियल रेकॉर्ड को जब्त कर लिया जाए।
700 से अधिक पन्नों में हुआ खुलासा
यह राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के कार्यालय को भी निर्देशित करता है कि 7 दिनों के भीतर चुनाव का प्रारंभिक मूल्यांकन और 60 दिनों के भीतर अंतिम मूल्यांकन मुहैया कराएं। यह ड्राफ्ट ऑर्डर राष्ट्रपति के दस्तावेजों के 700 से अधिक पन्नों का हिस्सा है जिन्हें नेशनल आर्काइव एंड एडमिनिस्ट्रेशन ने यूएस हाउस कमेटी को जारी किया है। अमेरिका के संसद भवन ‘कैपिटॉल हिल’ पर हमले की पहली बरसी 6 जनवरी को थी, जब ट्रंप समर्थकों ने उनके कहने पर देश के संसद पर हमला बोल दिया था।
बाइडन को बताया ‘असुरक्षित तानाशाह’
इस मौके पर जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस देश के लोगों को संबोधित किया। मगर पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को रद्द कर दिया और बाद में बयान जारी कर बाइडन को ‘असुरक्षित तानाशाह’ करार दिया। वहीं, अमेरिकी संसद की इमारत ‘कैपिटॉल हिल’ (Capitol Hill) में हुए हमले की बरसी पर राष्ट्रपति जो बाइडन ने देश को संबोधित किया। इस दौरान पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) पर जमकर हमला बोला।
संविधान को खतरे में डालने का आरोप
बाइडन (Joe Biden) ने डोनाल्ड ट्रंप पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ये है सच है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2020 के चुनाव के बारे में झूठ का जाल बनाया और फैलाया। उन्होंने ऐसा इसलिए किया है क्योंकि वो सिद्धांत पर ताकत को महत्व देते हैं। उनका अहंकार उनके लिए लोकतंत्र या संविधान से ज्यादा मायने रखता है। ट्रंप के झूठ का जाल अमेरिका के लोकतंत्र के लिए खतरा है। एक साल पहले लोकतंत्र पर हमलाकर हमारे संविधान को खतरे में डाल दिया था।