यूपीएससी 2024 के परिणाम जमुई जिले के लिए गर्व का विषय बन गए हैं। जिले की दो बेटियों ने इस प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता हासिल कर न सिर्फ जमुई बल्कि पूरे बिहार को गौरवान्वित किया है। इसके साथ ही जमुई शिक्षा विभाग में कार्यरत डीपीओ ने भी 269वीं रैंक प्राप्त कर जिले की शान बढ़ाई है।
जमुई की संस्कृति त्रिवेदी ने यूपीएससी 2024 की परीक्षा में 17वीं रैंक प्राप्त कर जिले का नाम रोशन किया है। वहीं ईशा रानी ने 384वीं रैंक हासिल कर अपने संघर्ष और संकल्प का परिचय दिया है। इसके अलावा शिक्षा विभाग में पदस्थापित कार्यक्रम पदाधिकारी पारस कुमार ने भी 269वीं रैंक के साथ यूपीएससी में सफलता अर्जित की है।
संस्कृति त्रिवेदी के पिता आनंद प्रकाश त्रिवेदी ने बताया कि उनकी बेटी शुरू से ही पढ़ाई में अव्वल रही है और उसने अनुशासन व कठिन परिश्रम के बल पर यह मुकाम हासिल किया है। संस्कृति के चाचा डॉ. मिथिलेश त्रिवेदी ने कहा कि वह बचपन से ही लक्ष्य के प्रति समर्पित रही हैं। संस्कृति ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, शिक्षकों और मार्गदर्शकों को देते हुए कहा कि “दृढ़ निश्चय और कड़ी मेहनत से कोई भी सपना साकार किया जा सकता है।
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वहीं, अधिवक्ता रह चुकीं ईशा रानी ने 384वीं रैंक हासिल कर जमुई को गौरवान्वित किया है। उनके पिता प्रसिद्ध अधिवक्ता नारायण सिंह ने बेटी की सफलता पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए बताया कि ईशा बचपन से ही पढ़ाई में तेज रही है। ईशा ने दसवीं तक की पढ़ाई जमुई के डीएवी स्कूल से और बारहवीं बोकारो से की। उन्होंने लॉ में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद अधिवक्ता के रूप में प्रैक्टिस भी की।
इसके अलावा, जमुई शिक्षा विभाग में कार्यरत डीपीओ पारस कुमार ने भी 269वीं रैंक प्राप्त कर जिले के लिए प्रेरणादायक मिसाल पेश की है। उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग में व्यस्त कार्यशैली के बावजूद उन्होंने नियमित अध्ययन जारी रखा और यूपीएससी में सफलता पाई। उनकी इस उपलब्धि पर जिले के शिक्षकों और शिक्षा विभाग से जुड़े लोगों ने खुशी जाहिर की है और उन्हें बधाई देते हुए कहा कि पारस कुमार शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।