UP News: पढ़िए Akhilesh Yadav के क्रिकेट मैच की वह खबर जिसकी चर्चा करके सदन में लोटपोट हुए सीएम योगी
यह मैच 16 फरवरी 2014 को खेला गया था। आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव के मुख्यमंत्रित्वकाल में खेले गये इस क्रिकेट मैच का जिक्र करते हुए कहा, ‘हमें लगा था कि नेता विरोधी दल बहुत बड़े खिलाड़ी होंगे, तो हो सकता है कि हम उनका नाम किसी पुरस्कार के लिये भेज दें। मेजर ध्यानचंद पुरस्कार के लिये अगर पूर्व मुख्यमंत्री का नाम आ जाए तो अच्छी बात है, लेकिन देखिये वह कैसे खेलते थे।’
साल 2014 का वह मैच
इसके बाद उन्होंने एनबीटी की खबर का हवाला देते हुए कहा, ‘इसमें लिखा है कि मुख्यमंत्री (अखिलेश यादव) के आते ही बरसे रन। 12वें ओवर में मुख्यमंत्री का शॉट सीधे कप्तान आलोक रंजन के हाथों में चिपक गया। यह पहली बॉल पर ही कैच आउट हो रहे हैं, लेकिन वहां से कह दिया जाता है कि यह तो नो बॉल है और अगर वह एक छक्का मारते तो कहते कि अरे छक्का मार दिया।’
एनबीटी की वह खबर
अब पढ़िए इस खबर ‘सीएम सामने थे… साहबों ने मक्खन सी फिसलने दी जीत’ के कुछ अंश:
रन आउट से जीवनदान: 12वें ओवर में सीएम रन आउट हो सकते थे। अनुराग यादव ने थ्रो के लिए गेंद उठाई लेकिन फेंकने के पहले हाथ रुक गए।
कैच हुआ नो बॉल: 12वें ओवर में ही सीएम का शॉट सीधे कप्तान आलोक रंजन के हाथ में चिपक गया। टीम सकते में थी, लेकिन अंपायर ने नो बॉल देकर संकट से उबार लिया। आलो रंजन, नवनीत सहगल और खराब सेहत की वजह से मेडिकल लीव पर चल रहे अनुराग यादव की गेंदों को सीएम ने खूब धुना।
हमेशा अच्छी नीयत से खेलना चाहिए। मेरे पास भी खेल का सर्टिफिकेट है और मैं आज भी खेल रहा हूं। हालांकि, मंजिल तक पहुंचने के लिए खेल के साथ दांव-पेच भी आने चाहिए।
शिवपाल यादव
सीएम साहब! अच्छी बात है आपको खेलने का वक्त मिल जाता है। खुदा न खास्ता आप हार जाते तो मैं यही कहता कि अधिकारियों का ध्यान खेल पर ज्यादा है, काम पर कम। अधिकारी हार गए तो माना जा सकता है कि थोड़ा बहुत काम कर रहे हैं।
आजम खान
आईएएस वीक के तहत रविवार को सीएम इलेवन और आईएएस इलेवन के बीच ला मार्टिनियर ग्राउंड में दोस्ताना मैच हुआ। मैच शुरू होने के पहले कमेंट्री बॉक्स से कहा गया कि आईएएस असोसिएशन की टीम दो दिन से अपने हाथ धुल रही है, जिससे हाथ का मक्खन छूट जाए और गेंद पकड़ में आए। मक्खन छुड़ाने की कवायद काम नहीं आई। सीएम के सामने आईएएस असोसिएशन के हाथ से जीत दो रन से मक्खन की तरह फिसल गई।