UP Election: लखनऊ की सरोजनीनगर सीट से सपा प्रत्याशी अभिषेक मिश्रा ने बसपा को बताया बीजेपी की बी-टीम, भाजपा प्रत्याशी पर लगाए कई आरोप

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UP Election: लखनऊ की सरोजनीनगर सीट से सपा प्रत्याशी अभिषेक मिश्रा ने बसपा को बताया बीजेपी की बी-टीम, भाजपा प्रत्याशी पर लगाए कई आरोप

UP Election: लखनऊ की सरोजनीनगर सीट से सपा प्रत्याशी अभिषेक मिश्रा ने बसपा को बताया बीजेपी की बी-टीम, भाजपा प्रत्याशी पर लगाए कई आरोप

लखनऊ: सरोजनीनगर क्षेत्र में इस बार कांटे के मुकाबले के आसार हैं। सपा ने यहां अभिषेक मिश्रा को चुनाव मैदान में उतारा है। एनबीटी फेसबुक लाइव में शुक्रवार को उन्होंने दावा किया कि सरोजनीनगर में भाजपा विधायक के खिलाफ जमकर नाराजगी है। विकास के नाम पर कोई काम नहीं हुआ। स्वास्थ्य सुविधाओं की भारी कमी है। अभिषेक ने कहा कि इस बार सपा की सरकार बनने जा रही है। जीतने नादरगंज और स्कूटर इंडिया चौराहे पर फ्लाईओवर बनवाया जाएगा और नए उपकेंद्रों का भी निर्माण होगा। इसके साथ माइनर में समय से पानी आएगा, ताकि उन्नत खेती हो सके।

सवाल- कैसी तैयारी चल रही है?
पूरी मेहनत के साथ लड़ाई लड़ रहे हैं। दबे कुचले वर्ग के बीच जा रहे हैं। यहां आठ साल से मेहनत कर रहा हूं। लोग मुझे पहचानते हैं। सरोजनीनगर क्षेत्र मेरा परिवार है। मेरा यहां की जनता से रिश्ता जुड़ा है। बहुत अच्छा फीडबैक मिल रहा है। लोगों में खुशी का माहौल है।

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सवाल- पिछली बार उत्तर विधानसभा सीट से तो इस बार सरोजनीनगर से चुनाव लड़ाने की कोई खास वजह?
2012 की अपेक्षा 2017 में मुझे दोगुने वोट मिले थे। हमारी पार्टी कार्यकर्ता को जहां से टिकट देती है, वहां से चुनाव लड़ा जाता है। टिकट का बंटवारा राष्ट्रीय अध्यक्ष और पॉर्लियामेंट्री कमिटी तय करती है। हम सपा के सिपाही हैं। पूरी ईमानदारी से चुनाव लड़ेंगे।

सवाल- किस आधार पर टिकट तय होते हैं?
हर सीट पर जनता और कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया जाता है। वकीलों और डॉक्टर का भी फीडबैक लिया जाता है। स्थानीय जनता में किसकी कितनी पकड़ मजबूत है। इसके अलावा अन्य समीकरणों को ध्यान में रखते हुए टिकट दिए जाते हैं।

सवाल- कम समय में उम्मीदवार को चुनाव मैदान में उतारना, इस पर आप की क्या राय है?
15 से 20 दिन में प्रत्याशी हर घर तक नहीं पहुंच सकता, लेकिन उसके व्यक्तित्व और पार्टी की नीतियों के आधार पर वोट मिलते हैं। इसके अलावा पांच साल का वक्त किसी भी क्षेत्र के लोगों से जुड़ाव के लिए काफी है। इसके अलावा किसी भी प्रत्याशी का नाम और व्यक्ति अपने आप एक से दूसरी जगह पहुंच जाता है।

सवाल- सरोजनीनगर सीट की क्या डेमोग्राफी है और यहां आपके लिए क्या सहूलियत है?

सरोजनीनगर विस क्षेत्र करीब 50% शहरी है और इतना ही हिस्सा ग्रामीण है। आर्थिक तौर पर बेहद सक्षम लोग भी हैं और गरीब तबका भी है।

सवाल- आप किसको मुकाबले में पाते हैं?
उप्र में सिर्फ दो पार्टियां ही चुनाव लड़ रही हैं। मुझे जो फीडबैक मिला है, उसके आधार पर कह सकता हूं कि बीजेपी ने 403 नहीं, 806 टिकट बांटे हैं। 403 अपने और 403 बसपा के। बसपा प्रमुख मायावती भाजपा के साथ मिलकर सरकार चला चुकी हैं। वह सपा को हराना और बीजेपी को जिताना चाहती हैं। मायावती कह चुकी हैं कि सपा को हराने के लिए वोट देना पड़ा तो बीजेपी को दे देंगी। यह सपा और बीजेपी का चुनाव है। सपा जीतकर सरकार बनाने जा रही है।

सवाल- आपके विधानसभा क्षेत्र की क्या समस्याएं हैं?

समस्याएं ही समस्याएं हैं। पांच साल में सड़कें बनी ही नहीं। सरोजनीनगर में सड़कों पर गड्ढे नहीं है, बल्कि गड्ढों में सड़कें हैं। सड़कों को गड्ढामुक्त करने के नाम पर हजारों करोड़ का घोटाला किया गया है। मैं चैलंज करता हूं कि बीजेपी वाले एक वॉर्ड दिखा दें जो गड्ढामुक्त हो। बीजेपी 100 में 100 फीसदी झूठ बोलती है।

प्रतीकात्मक तस्वीर

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