TV नहीं सुधारा तो रिटायर्ड फौजी ने मार दी गोली, पत्नी को फोन करके बोली यह बात | mhow retired soldier shot shop keeper on matter of not improving tv | Patrika News h3>
मौके से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी रिटायर्ड आर्मी जवान जयसिंह परिहार निवासी गवली पलासिया (मूल निवासी इंदौर) ने दो माह पहले टीवी सुधारने के लिए गोकुलगंज स्थित निलेश अग्रवाल पिता मन्नू अग्रवाल (40) को दी थी। सोमवार सुबह जयसिंह और निलेश की टीवी सुधारने की बात को लेकर फोन पर कहासुनी भी हुई थी। जिसके बाद शाम करीब 4 बजे जयसिंह परिहार अपनी लाइसेंसी पिस्टल के साथ स्कूटर से निलेश की दुकान पर पहुंचा और हंगामा करने लगा।
इसी दौरान सड़क पर दो फायर किए। जैसे ही निलेश घबराकर दुकान से बाहर जाने को हुआ, जयसिंह ने चहरे पर दो फायर कर दिए और स्कूटर से सीधे एएसपी कार्यालय पहुंचकर सरेंडर कर दिया। इधर, परिजन गंभीर अवस्था में निलेश को इलाज के लिए निजी अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद मौके पर भीड़ को हटाने और साक्ष्य जुटाने के लिए भारी पुलिस बल लगाया गया। जांच पड़ताल के लिए फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची। इधर, शाम को एएसपी शशिकांत कनकने अपनी टीम के साथ पहुंचे और घटना स्थल पर पंचनामा बनाया। इसके साथ परिजनों और आस-पास के लोगों के बयान लिए।
गोलियां चलते देखी तो ठेला छोड़ भागा
घटना के समय एक युवक ठेले पर टीवी लेकर ठीक करवाने के लिए दुकान पर जा रहा था। तभी दुकान पर गोली चलने और हंगामा देख घबरा गया और टीवी और ठेला छोड़कर भाग खड़ा हुआ।
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मेरे नीलू को बचाओ
घटना स्थल के ठीक सामने रहने वाली बुजुर्ग महिला ने बताया कि शाम के समय अचानक बम फूटने की आवाज आई तो लगा कि क्रिकेट मैच के चलते शोर हो रहा है। लेकिन कुछ देर बाद ही निलेश की मां के चिल्लाने की आवाज आने लगी। वह चिल्ला रही थी, मेरे नीलू को बचाओ। जैसे ही बाहर आए तो निलेश खून में लथपथ था। देखते ही देखते दुकान के आसपास लेागों को जमावाड़ा होने लगा। इसी दौरान परिजन निलेश अस्पताल लेकर भागे।
तरह-तरह की बात होते रही
इधर, घटना के बाद मौके पर लेागों को हुजूम उमड़ने लगा। जिसे भी जानकारी मिली, वह आवाक रह गया। मौक पर लोग तरह-तरह की बात कर रहे थे। कोई कह रहा था कि आर्मी के दो से तीन जवान आए और गोलियां बरसा कर भाग गए। तो कुछ कह रहे थे कि निलेश का अभी किसी से विवाद नहीं रहा है। आखिर उसे इतनी बेहरमी से क्यों मार दिया गया। अब उसके परिवार का क्या होगा।
पुलिस ने संभाला मोर्चा
घटना स्थल पर लेागों की भीड़ जुटने लगी तो महू थाने का पुलिस बल मौके पर पहुंचा और भीड़ को अलग कर साक्ष्य एकत्र करने में जुट गई। भीड़ दायरे से बाहर रहे इसलिए 20 से अधिक पुलिस जवानों ने घटना स्थल पर घेरा बना लिया। हालांकि इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद मौके पर तत्काल रूप से टीआई नहीं पहुंचे। हालांकि शाम को इंदौर से ग्रामीण एसपी भगवतसिंह विरदे मौके पहुंचे और पुलिस अफसरों से चर्चा की।
पत्नी को कहा, मैंने गोली मार कर हत्या कर दी
जानकारी के अनुसार आरोपी जयसिंह ने घटना के बाद अपनी पत्नी को कॉल कर लाइसेंसी पिस्टल से हत्या करने की बात कही और फिर एएसपी कार्यालय जाकर सरेंडर कर दिया। आरोपी सिंह परिहार कहता रहा कि स्ट्रेस में आकर घटना को अंजाम दिया।
आरोपी को अभिरक्षा में ले लिया है। आरोपी आर्मी के बाद दो साल तक पुलिस सेवा में ही रहा है। आरोपी का लाइसेंसी हथियार भी जब्त कर लिया है। आगे की जांच की जा रही है।
-शशिकांत कनकने, एएसपी महू
मौके से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी रिटायर्ड आर्मी जवान जयसिंह परिहार निवासी गवली पलासिया (मूल निवासी इंदौर) ने दो माह पहले टीवी सुधारने के लिए गोकुलगंज स्थित निलेश अग्रवाल पिता मन्नू अग्रवाल (40) को दी थी। सोमवार सुबह जयसिंह और निलेश की टीवी सुधारने की बात को लेकर फोन पर कहासुनी भी हुई थी। जिसके बाद शाम करीब 4 बजे जयसिंह परिहार अपनी लाइसेंसी पिस्टल के साथ स्कूटर से निलेश की दुकान पर पहुंचा और हंगामा करने लगा।
इसी दौरान सड़क पर दो फायर किए। जैसे ही निलेश घबराकर दुकान से बाहर जाने को हुआ, जयसिंह ने चहरे पर दो फायर कर दिए और स्कूटर से सीधे एएसपी कार्यालय पहुंचकर सरेंडर कर दिया। इधर, परिजन गंभीर अवस्था में निलेश को इलाज के लिए निजी अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद मौके पर भीड़ को हटाने और साक्ष्य जुटाने के लिए भारी पुलिस बल लगाया गया। जांच पड़ताल के लिए फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची। इधर, शाम को एएसपी शशिकांत कनकने अपनी टीम के साथ पहुंचे और घटना स्थल पर पंचनामा बनाया। इसके साथ परिजनों और आस-पास के लोगों के बयान लिए।
गोलियां चलते देखी तो ठेला छोड़ भागा
घटना के समय एक युवक ठेले पर टीवी लेकर ठीक करवाने के लिए दुकान पर जा रहा था। तभी दुकान पर गोली चलने और हंगामा देख घबरा गया और टीवी और ठेला छोड़कर भाग खड़ा हुआ।
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मेरे नीलू को बचाओ
घटना स्थल के ठीक सामने रहने वाली बुजुर्ग महिला ने बताया कि शाम के समय अचानक बम फूटने की आवाज आई तो लगा कि क्रिकेट मैच के चलते शोर हो रहा है। लेकिन कुछ देर बाद ही निलेश की मां के चिल्लाने की आवाज आने लगी। वह चिल्ला रही थी, मेरे नीलू को बचाओ। जैसे ही बाहर आए तो निलेश खून में लथपथ था। देखते ही देखते दुकान के आसपास लेागों को जमावाड़ा होने लगा। इसी दौरान परिजन निलेश अस्पताल लेकर भागे।
तरह-तरह की बात होते रही
इधर, घटना के बाद मौके पर लेागों को हुजूम उमड़ने लगा। जिसे भी जानकारी मिली, वह आवाक रह गया। मौक पर लोग तरह-तरह की बात कर रहे थे। कोई कह रहा था कि आर्मी के दो से तीन जवान आए और गोलियां बरसा कर भाग गए। तो कुछ कह रहे थे कि निलेश का अभी किसी से विवाद नहीं रहा है। आखिर उसे इतनी बेहरमी से क्यों मार दिया गया। अब उसके परिवार का क्या होगा।
पुलिस ने संभाला मोर्चा
घटना स्थल पर लेागों की भीड़ जुटने लगी तो महू थाने का पुलिस बल मौके पर पहुंचा और भीड़ को अलग कर साक्ष्य एकत्र करने में जुट गई। भीड़ दायरे से बाहर रहे इसलिए 20 से अधिक पुलिस जवानों ने घटना स्थल पर घेरा बना लिया। हालांकि इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद मौके पर तत्काल रूप से टीआई नहीं पहुंचे। हालांकि शाम को इंदौर से ग्रामीण एसपी भगवतसिंह विरदे मौके पहुंचे और पुलिस अफसरों से चर्चा की।
पत्नी को कहा, मैंने गोली मार कर हत्या कर दी
जानकारी के अनुसार आरोपी जयसिंह ने घटना के बाद अपनी पत्नी को कॉल कर लाइसेंसी पिस्टल से हत्या करने की बात कही और फिर एएसपी कार्यालय जाकर सरेंडर कर दिया। आरोपी सिंह परिहार कहता रहा कि स्ट्रेस में आकर घटना को अंजाम दिया।
आरोपी को अभिरक्षा में ले लिया है। आरोपी आर्मी के बाद दो साल तक पुलिस सेवा में ही रहा है। आरोपी का लाइसेंसी हथियार भी जब्त कर लिया है। आगे की जांच की जा रही है।
-शशिकांत कनकने, एएसपी महू