त्योहारों का सीजन ज्यों-ज्यों पास आ रहा है, त्यों-त्यों लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है। भारत में फेस्टिवल का बहुत बड़ा योगदान है, भारतीय संस्कृति में फेस्टिवल का सबसे बड़ा योगदान है। फेस्टिवल के दौरान बिछड़े लोग भी मिलने आ जाते है। भारत एक ऐसा देश है, जहाँ फेस्टिवल के दौरान दुश्मन भी दोस्त हो जाते है, यही तो है खासियत है हमारे संस्कृति की। हाल ही में फेस्टिव सीजन शुरू होने वाला है, जिसकी वजह से आपकी जेब ढीली हो सकती है। आइये आपको खबर से रूबरू कराते है….
फेस्टिवल सीजन में हम बात कर रहे है रेलवे सफऱ की। जी हाँ, त्योहारों के दौरान ट्रेनों में टिकट नहीं मिलता और भीड़ भी काफी बढ़ जाती है, जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानी का उठानी पड़ती है। लेकिन इस बार आपकी परेशानी थोड़ी कम हो सकती है, क्योंकि सरकार ने लगभग 4000 स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला लिया है। और तो और ये ट्रेन 30 अक्टूबर तक चलाई जाएंगी।
स्पेशल ट्रेन के अलावा कई कोच भी लगाई जाएंगी…
आपको बता दें कि यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए स्पेशल ट्रेनों के अलावा रेलवे 306 लोकप्रिय ट्रेनों में 9500 अतिरिक्त कोच भी लगाएगा। जी हाँ, तो मतलब साफ है कि रेलवे ने इस फेस्टिवल सीजन पूरी तैयारी की है, जिससे यात्रियों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो।
चुकानें पड़ेगे ज्यादा पैसे…..
आपको बता दें कि स्पेशल ट्रेन में सफर करने के लिए आपको मूल किराये से 30 फ़ीसदी ज़्यादा किराया चुकाना पड़ेगा। गौरतलब है कि आपकी जेब ढीली हो जाएगी। आपको यह भी बता दें कि कहीं जाने के लिए किसी सामान्य ट्रेन में आपका किराया अगर 700 रुपये है तो इस स्पेशल ट्रेन में यात्रा करने पर आपको 900 से 1000 रुपये चुकाना पड़ेगा।
गरीब तबके लिए होगी मुश्किल….
आपको बता दें कि स्पेशल ट्रेन में सफर करना गरीब तबके लिए मुश्किल होगा, क्योंकि इन ट्रेन्स का किराया लगभग तीस फीसदी ज्यादा किराया है। यहाँ पर एक बात गौर करने वाली है कि महानगरों में काम करने वाले ज्यादा से ज्यादा लोग गरीब तबके के ही होते है, ऐसे में इन ट्रेन के चलने के बावजूद रेग्लूयर ट्रेन्स में ज्यादा भीड़ होगी।