Tauktae Cyclone: अरब सागर में बना दबाव का क्षेत्र चक्रवात ‘तौकते’ में तब्दील, कर्नाटक तट से टकराया h3>
हाइलाइट्स:
- साइक्लोन तौकते ने कर्नाटक के तटीय क्षेत्र में दस्तक दे दी है
- चक्रवात के प्रभाव से साउथ कन्नड़ जिले में भारी बारिश हुई है
- रविवार को पश्चिम और उत्तर कन्नड़ जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी
- मछुआरों को एहतियातन समुद्र तट के पास न जाने की दी गई सलाह
बेंगलुरु
चक्रवात तौकते ने कर्नाटक के तटीय क्षेत्र में दस्तक दी है, जिसके परिणामस्वरूप विशेष रूप से दक्षिण कन्नड़ जिले में भारी बारिश हुई है। यहां लगभग 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को यहां यह जानकारी दी। आईएमडी ने रविवार को पश्चिमी घाट क्षेत्र से सटे कुछ स्थानों – बेलगावी, चिक्कमगलुरु, दक्षिण कन्नड़, हसन, कोडागु, शिवमोग्गा, उडुपी और उत्तर कन्नड़ जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी की।
आईएमडी ने शनिवार को दोपहर 12.15 बजे जारी अपने बयान में कहा, ‘रविवार को कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश होगी।’ इस बीच, कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों में भी तेज हवाओं के साथ बौछार होने की संभावना है। आईएमडी ने कहा, ‘कर्नाटक के तटों पर 40-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाएं, 60-70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है।’
NDRF की 3 टीमों को लेकर जामनगर पहुंचा IAF का विमान, केरल के कोझिकोड में भारी बारिश…हर अपडेट
मछुआरों को सागर तट पर न जाने की सलाह
आईएमडी की भविष्यवाणी से संकेत मिलता है कि चक्रवात तौकते शनिवार शाम तक एक गंभीर चक्रवाती तूफान में और रविवार शाम तक एक बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। शुक्रवार को आईएमडी ने तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक पर पहले ही ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया था। यह अलर्ट निवासियों से खराब मौसम के लिए ‘तैयार’ रहने का आग्रह करता है। इस बीच, मछुआरों को भी सलाह दी गई है कि वे पूर्व-मध्य अरब सागर में, कर्नाटक तट के पास शुक्रवार से स्थिति सही होने तक न जाएं।
एनडीआरएफ टीमों की संख्या 53 से बढ़ाकर 100 हुईं
सरकार के सूत्रों के अनुसार, शनिवार शाम तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चक्रवात ‘तौकते’ से निपटने के वास्ते की गईं तैयारियों की समीक्षा करने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक करेंगे। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने चक्रवात के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य के उद्देश्य से अपनी टीमों की संख्या 53 से बढ़ाकर 100 कर दी है। केंद्रीय जल आयोग ने भी चक्रवात को लेकर केरल के मध्य एवं उत्तरी हिस्सों, पास के दक्षिण तटीय एवं कर्नाटक के दक्षिण तटवर्ती क्षेत्रों के लिए मध्यम से उच्च स्तर के जोखिम का अलर्ट जारी किया है। गोवा में सरकार ने चक्रवात के मद्देनजर आवश्यक कदम उठाए हैं।
हाइलाइट्स:
- साइक्लोन तौकते ने कर्नाटक के तटीय क्षेत्र में दस्तक दे दी है
- चक्रवात के प्रभाव से साउथ कन्नड़ जिले में भारी बारिश हुई है
- रविवार को पश्चिम और उत्तर कन्नड़ जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी
- मछुआरों को एहतियातन समुद्र तट के पास न जाने की दी गई सलाह
चक्रवात तौकते ने कर्नाटक के तटीय क्षेत्र में दस्तक दी है, जिसके परिणामस्वरूप विशेष रूप से दक्षिण कन्नड़ जिले में भारी बारिश हुई है। यहां लगभग 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को यहां यह जानकारी दी। आईएमडी ने रविवार को पश्चिमी घाट क्षेत्र से सटे कुछ स्थानों – बेलगावी, चिक्कमगलुरु, दक्षिण कन्नड़, हसन, कोडागु, शिवमोग्गा, उडुपी और उत्तर कन्नड़ जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी की।
आईएमडी ने शनिवार को दोपहर 12.15 बजे जारी अपने बयान में कहा, ‘रविवार को कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश होगी।’ इस बीच, कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों में भी तेज हवाओं के साथ बौछार होने की संभावना है। आईएमडी ने कहा, ‘कर्नाटक के तटों पर 40-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाएं, 60-70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है।’
NDRF की 3 टीमों को लेकर जामनगर पहुंचा IAF का विमान, केरल के कोझिकोड में भारी बारिश…हर अपडेट
मछुआरों को सागर तट पर न जाने की सलाह
आईएमडी की भविष्यवाणी से संकेत मिलता है कि चक्रवात तौकते शनिवार शाम तक एक गंभीर चक्रवाती तूफान में और रविवार शाम तक एक बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। शुक्रवार को आईएमडी ने तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक पर पहले ही ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया था। यह अलर्ट निवासियों से खराब मौसम के लिए ‘तैयार’ रहने का आग्रह करता है। इस बीच, मछुआरों को भी सलाह दी गई है कि वे पूर्व-मध्य अरब सागर में, कर्नाटक तट के पास शुक्रवार से स्थिति सही होने तक न जाएं।
एनडीआरएफ टीमों की संख्या 53 से बढ़ाकर 100 हुईं
सरकार के सूत्रों के अनुसार, शनिवार शाम तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चक्रवात ‘तौकते’ से निपटने के वास्ते की गईं तैयारियों की समीक्षा करने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक करेंगे। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने चक्रवात के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य के उद्देश्य से अपनी टीमों की संख्या 53 से बढ़ाकर 100 कर दी है। केंद्रीय जल आयोग ने भी चक्रवात को लेकर केरल के मध्य एवं उत्तरी हिस्सों, पास के दक्षिण तटीय एवं कर्नाटक के दक्षिण तटवर्ती क्षेत्रों के लिए मध्यम से उच्च स्तर के जोखिम का अलर्ट जारी किया है। गोवा में सरकार ने चक्रवात के मद्देनजर आवश्यक कदम उठाए हैं।