Tata Group: टाटा ग्रुप की इस तिकड़ी से रिलायंस को मिलेगी कड़ी टक्कर! एन चंद्रशेखरन ने बताया क्या है प्लान
चंद्रशेखरन ने ईटी के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में यह बात कही। उन्होंने कहा कि टाटा ग्रुप की अक्सर इस बात के लिए आलोचना की जाती है कि ग्रुप काफी हद तक अपनी आईटी कंपनी टीसीएस पर निर्भर है। लेकिन जल्दी ही यह स्थिति बदलने वाली है। उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि जल्दी ही टाटा स्टील और टाटा मोटर्स टीसीएस को टक्कर देने की स्थिति में होंगी।’ टीसीएस का मार्केट कैप 12.94 लाख करोड़ रुपये है और यह रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के बाद देश की दूसरी सबसे वैल्यूएबल कंपनी है। टाटा स्टील का मार्केट कैप 1.32 लाख करोड़ रुपये और टाटा मोटर्स का 1.60 लाख करोड़ रुपये है। हालांकि इन दोनों कंपनियों का रेवेन्यू टीसीएस से अधिक है। टाटा मोटर्स का रेवेन्यू 3.01 लाख करोड़, टाटा स्टील का रेवेन्यू 2.45 लाख करोड़ रुपये और टीसीएस का रेवेन्यू 1.96 लाख करोड़ रुपये है।
कब पूरा होगा एयरलाइन कंपनियों का मर्जर
टाटा संस के चेयरमैन ने कहा कि ग्रुप की सभी कंपनियां मजबूत ग्रोथ दर्ज कर रही हैं और उनकी सालाना ग्रोथ 2022-23 में करीब 20 फीसदी रहने का अनुमान है। टाटा जैसे बड़े ग्रुप के लिए इसे बहुत अच्छा कहा जा सकता है। ग्रुप का कंबाइंड प्रॉफिट और कैश फ्लो बहुत मजबूत है। हमें खुशी है कि ग्रुप ने परंपरागत बिजनस में अपना लक्ष्य हासिल किया है। ये कंपनियां अपने इंटरनल रिसोर्सेज से खुद को फंड करेंगी। अगले पांच साल में हमारी 90 अरब डॉलर के निवेश की योजना है। टाटा पावर और टाटा स्टील में प्रत्येक कंपनी 10 अरब डॉलर का निवेश कर रही हैं। इसी तरह टाटा मोटर्स और जगुआर लैंड रोवर अगले पांच साल में 25 अरब डॉलर का निवेश करेंगी।
चंद्रशेखरन ने कहा कि एयर इंडिया में भी काफी निवेश किया जाएगा। इसमें ग्रुप की सभी एयरलाइन कंपनियों को शामिल किया जाएगा। एयर एशिया, विस्तारा, एयर इंडिया एक्सप्रेस और एयर इंडिया का मर्जर मार्च, 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है। एयर इंडिया का कायाकल्प करने के लिए टाटा ग्रुप हरसंभव प्रयास कर रहा है। उन्होंने साथ ही कहा कि नए बिजनस में भी निवेश किया जाएगा। ईवी, बैटरीज, रिन्यूएबल्स, 5जी, प्रीसिशन इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर शामिल है। ब्रिटेन में नुकसान में चल रही स्टील यूनिट के भविष्य पर भी आने वाले दिनों में फैसला होगा। उन्होंने कहा कि एडिशनल फंड्स के मामले में टाटा संस केवल नैतिक सपोर्ट ऑफर कर रहा है।